शिव कालोनी कालोनीवासियों का कहना है कि पिछले करीब एक महीने से उनकी कालोनी में सीवरेज ब्लाकेज की समस्या से पानी ओवरफ्लों होकर गली में खड़ा हुआ है, लगातार खड़े इस गंदे पानी के कारण अब घरों में रहना मुश्किल हो गया है !
रादौर, डिजिटल डेक्स।। ढाक के तीन पात चौथा लगा न पांचवे की आस, यह प्रचलित कहावत इन दिनों जन स्वास्थय अभियांत्रिकी विभाग के ढीले रवैये पर सटीक बैठ रही है। शिव कालोनी में पिछले करीब एक महीने से सीवरेज ब्लाकेज की समस्या का समाधान करने में विभाग नाकाम साबित हो रहा है।
विभाग के कर्मचारी हर दिन केवल बांस की फट्टियों के सहारें इस समस्या के सामाधान की नाकाम कोशिश करने में लगे हुए है लेकिन समस्या आज भी ज्यों की त्यों है। कर्मचारियों ने अभी तक समस्या के मुख्य कारण को भी दूर करने का भी प्रयास नहीं किया है।
हालत ऐसे है कि गली में लगातार पानी जमा होने से लोगों को गंदी बदबू का सामना करने के साथ साथ इसी गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ रहा है। उन्हें भय है कि अगर यही स्थिति रही तो गंभीर बिमारी भी फैल सकती है वहीं मकानों की नींवो को भी नुकसान हो सकता है। लोगों ने विभाग के उच्चाधिकारियों से इस मामले में संज्ञान लेने की मांग की है।
कालोनीवासी राजकुमार पुजारा, कृष्णचंद धीमान, राजकुमार धीमान, त्रिलोकचंद वर्मा, सचिन मेहता, बब्लू धीमान इत्यादि का कहना है कि पिछले करीब एक महीने से उनकी कालोनी में सीवरेज ब्लाकेज की समस्या से पानी ओवरफ्लों होकर गली में खड़ा हुआ है।
लगातार खड़े इस गंदे पानी के कारण अब घरों में रहना मुश्किल हो गया है। गंदे पानी की बदबू घरों में आनी शुरू हो गई है। यह पानी उनके मकानों की दीवारों के साथ खड़ा होने से नीवों को भी लगातार खतरा बना हुआ है। पानी खड़ा रहने से गली से गुजरना भी मुश्किल हो रहा है।
लंबे समय से गंदा पानी गली में खड़ा होने से उस पर काई भी जम चुकी है जो पानी के लंबा समय तक खड़ा रहने की गवाही दे रही है। इतना ही नहीं इस पानी में पनप रहे मक्खी मच्छर लगातार बिमारियों को फैलने का न्यौता दे रहे है। कर्मचारी कई बार इस समस्या के समाधान के लिए आ भी चुके है।
लेकिन स्थाई समाधान करने में नाकाम साबित हो रहे है। कालोनी के लोग इस समस्या के मुख्य कारण को भी कर्मचारियों के समक्ष रख चुके है लेकिन उसका समाधान करने की बजाए अन्य जगहों पर इसका समाधान ढूंढने का नाकाम प्रयास कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा है।
कभी मोटर आने का इंतजार किया जाता है तो कभी बांस की लंबी फट्टियों के सहारे इस ब्लाकेज को खोलने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन स्थिति हर दिन और भयानक होती जा रही है। अब लोगों का घरों में रहना भी मुश्किल हो गया है। उन्होंने मामले में विभाग के उच्चाधिकारियों से संज्ञान लेने की मांग की है।
कर्मचारियों को समाधान के लिए लगाया गया है। लेकिन अभी समाधान नहीं हो पाया है। मोटर भी मंगवाई गई है ताकि फोरी तोर पर समाधान किया जा सके। स्थाई समाधान के लिए प्रयास किया जा रहा है- पवन कुमार, जेई
कर्मचारियों को समाधान के लिए लगाया गया है। लेकिन अभी समाधान नहीं हो पाया है। मोटर भी मंगवाई गई है ताकि फोरी तोर पर समाधान किया जा सके। स्थाई समाधान के लिए प्रयास किया जा रहा है- पवन कुमार, जेई