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Hisar News - हरियाणा के किसानों ने खेती के साथ साथ अन्य क्षेत्रों में देश-दुनिया में नाम कमाया - मुख्यमंत्री मनोहर लाल

मुख्यमंत्री ने किसानों से फसल विविधीकरण अपनाने के साथ-साथ फसल गुणवत्ता सुधारने की अपील की


मुख्यमंत्री ने लक्की ड्रा निकाल किसानों को इनाम वितरित किए


मुख्यमंत्री ने किसान मेले में लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया





चण्डीगढ़ | NEWS -   हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि हरियाणा किसान प्रधान प्रदेश है। यहाँ के किसानों ने कृषि के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में अपना परचम देश और दुनिया में लहराया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल मंगलवार को चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार में आयोजित कृषि मेले के समापन समारोह में किसानों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न प्रकार के कृषि उपकरणों, खाद-बीज की लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन कर जानकारी प्राप्त की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हर साल किसानों को नवाचार और तकनीक बारे ज्ञानवर्धन के लिए कृषि मेला आयोजित किया जाता है। किसानों का उत्साह इस मेले के प्रति बढ़ा है। मुख्यमंत्री ने हरियाणा को किसान प्रधान प्रदेश बताते हुए कहा कि किसानों ने कृषि के क्षेत्र में बहुत तरक़्क़ी कर ली है। किसानों ने नई फसलों के साथ साथ नकदी फसलों की खेती करनी शुरू कर दी है। सरकार भी किसानों को खेती और तकनीक बारे जानकारी देने के साथ उन्हें प्रेरित करने के लिए प्रोत्साहन दे रही हैं। किसानों की बदौलत हरियाणा आज तरक्की के मामले में प्रगति के पथ पर अग्रसर है। खेती हमारी जान है तो पहलवान हमारी शान हैं।






मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के किसानों के बेटे-बेटियों ने प्रदेश का नाम रोशन किया है। अभी हाल ही में हुए एशियन गेम्स में 30 प्रतिशत मेडल हरियाणा के खिलाड़ियों ने जीते हैं।



मुख्यमंत्री ने कहा कि आज आधुनिकता का युग है। खेती में नई तकनीक और मशीनीकरण का अत्यधिक प्रयोग हो रहा है। किसानों को अब हाथ से ज़्यादा काम नहीं करना पड़ता। आधुनिकता ने किसानों के काम को और सुलभ कर दिया है। उन्होंने कृषि वैज्ञानिकों ख़ासकर कृषि विश्वविद्यालय हिसार की प्रशंसा करते हुए कहा कि वैज्ञानिकों ने नए नए बीजों की किस्‍मों की खोज की है, जिससे फसलों का उत्पादन बढ़ा है।


उन्होंने किसानों से अपने खेत की मिट्टी और पानी की जाँच करवाने का आह्वान करते हुए कहा कि इससे किसानों को अपने खेत में होने वाली फसल और कौन सी खाद उपयोग में लाई जानी सही है, इसकी जानकारी मिलेगी। किसानों से फ़सल विविधीकरण अपनाने की अपील करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए सरकार भी किसानों को प्रोत्साहन दे रही है। पानी की बचत करने की दिशा में धान के स्थान पर अन्य फसल को बोने पर 7 हज़ार रुपये प्रति एकड़ किसान को दिया जा रहा है।




मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों की फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य पर ख़रीद रही है। कुछ फसलों को भावांतर भरपाई के ज़रिए ख़रीदा जा रहा है। अभी बाजरा की फसल को हेफ़ेड द्वारा 2200 रुपये प्रति क्विंटल पर ख़रीदा जा रहा है। सरकार किसानों को इस पर 300 रुपये प्रति क्विंटल भावान्तर भरपाई योजना का लाभ दे रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि फसल पैदावार के साथ उसकी गुणवत्ता को सुधारने के लिए हमें ध्यान देना होगा। प्राकृतिक खेती की ओर किसानों को रुझान बढ़ाने की दिशा में काम करने की आवश्यकता है।


इस अवसर पर बोलते हुए कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि सूरजकुंड मेले की तर्ज पर हिसार में भविष्य में किसान मेला आयोजित किया जाएगा। इसमें कृषि से संबंधित तमाम नवीनतम अनुसंधानों एवं प्रौद्योगिकी की जानकारी किसानों तक पहुंचने का काम किया जाएगा । कृषि क्षेत्र के विकास को लेकर सरकार द्वारा ठोस सकारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं। सेम ग्रस्त भूमि के सुधारीकरण के लिए जितना कार्य पिछले 20 वर्षों में नहीं हुआ उतना कार्य वर्तमान सरकार ने कुछ समय में ही करके दिखाया है। प्रदेश भर में लगभग 8 लाख एकड़ क्षेत्र सेम ग्रस्त है। इस वर्ष 70000 एकड़ भूमि के सुधारीकरण का लक्ष्य रखा गया है। गन्नौर में 2600 करोड रुपए की राशि से 550 एकड़ भूमि पर फसल मंडी का निर्माण किया जाएगा। इस विकास परियोजना के निर्माण के लिए टेंडर हो चुके हैं। इस मंडी के बनने से प्रदेश के हजारों युवाओं को रोजगार तथा स्वरोजगार उपलब्ध होगा। बीमार पशुओं की इलाज के लिए 200 एम्बुलेंस गाड़ियों की खरीद की जाएगी। फिलहाल 70 गाड़ियों की खरीद के ऑर्डर दिए जा चुके हैं।


जींद जिला के मोहनखेड़ा गांव के किसान भरत सिंह को मिला जॉनडियर ट्रैक्टर


मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बटन दबाकर लकी ड्रा के माध्यम से ईनाम निकाले। इसमें जींद जिला के मोहन खेड़ा गांव के किसान भरत सिंह को 750000 रुपए कीमत का जॉनडीयर ट्रैक्टर ईनाम में निकला। फतेहाबाद जिले के किरढान गांव के अजीत सिंह को 35000 रुपए कीमत का ट्रैक्टर ईनाम में निकला। फतेहाबाद जिले के ही टिब्बी गांव के सुरजीत को 250000 रुपए कीमत की लैंड लेवलर मशीन, पंजाब के गंगा अब्दुल गांव के गुरपिंदर सिंह को 1 लाख 75000 रुपए राशि की सुपर सीडर मशीन तथा जींद जिला के दरोड़ी गांव के किसान अंकित को 74000 रुपए की कीमत की इलेक्ट्रिक पावर वीडर मशीन ईनाम में निकली.


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