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𝐘𝐚𝐦𝐮𝐧𝐚𝐧𝐚𝐠𝐚𝐫 𝐍𝐞𝐰𝐬 : "कोलकाता निर्भया" के दुष्कर्म एवं हत्या के विरोध में आईएमए ने की 24 घंटे की हड़ताल

एक शोर उठता है.. फिर खामोशी छा जाती है.. फिर खामोशी टूटती है और शोर उठता है.. इस बार ये खामोशी कोलकाता में टूटी शोर उठा.. निर्भया से पहले और निर्भया के बाद यही तो होता रहा है.. कोलकाता के एक सरकारी अस्पताल में एक जूनियर डॉक्टर को मार दिया जाता है, लेकिन बताने वाले अब तक यह नहीं बता पाए हैं कि डॉक्टर को मारने से पहले उसका जिस्म नोचा गया था या फिर मारने के बाद उसके साथ दरिंदगी की गई..? सवाल बड़ा है..!!



By, Rahul Sahajwani


यमुनानगर, DIGITAL DESK : इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा कोलकाता के आरजी कार मेडिकल कॉलेज में रेजिडेंट डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म, हत्या व 2 दिन पूर्व इसी मेडिकल कॉलेज में उपद्रवियों एवं असामाजिक तत्वों द्वारा की गई तोड़फोड़ के विरोध मे एक दिन की हड़ताल की।

इस संबंध में जानकारी देते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के मानद सचिव डॉक्टर धरेंद्र के सोनी ने बताया कि कोलकाता के मेडिकल कॉलेज में एक महिला डॉक्टर के साथ हुए इस अत्याचार के विरोध में आज संपूर्ण देश के डॉक्टर अपना विरोध दर्ज करवा रहे हैं 


उन्होंने बताया कि इस जघन्य अपराध की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है। उन्होंने कहा कि आज सारा देश दिवंगत महिला डॉक्टर के परिवार के साथ खड़ा है और इस हत्याकांड के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवा कर ही रहेगा। 

डॉक्टर सोनी ने बताया कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन यमुनानगर जगाधरी द्वारा 2 दिन पूर्व कैंडल मार्च निकालकर दिवंगत महिला डॉक्टर को अपनी श्रद्धांजलि दी थी और सरकार से मांग करते हुए कहा था कि हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा मिले। 

उन्होंने बताया कि 17 अगस्त को यमुनानगर जगाधरी के सभी निजी एवं सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर सुबह 6:00 बजे से 18 अगस्त को सुबह 6:00 बजे तक अपनी सभी सेवाएं बंद रखेंगे 

परंतु इमरजेंसी एवं जो मरीज अस्पतालों में दाखिल है उनका इलाज पहले की तरह सुचारू रूप से चलता रहेगा।

डॉ सोनी ने कहा कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन भारत सरकार एवं पश्चिम बंगाल सरकार से मांग करती है की फास्ट ट्रैक कोर्ट में यह केस चले और जल्द से जल्द अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले
 

और जिन लोगों ने दो दिन पूर्व आरजी कार मेडिकल कॉलेज में तोड़फोड़ की है उनके विरुद्ध भी कड़ी कानूनी कार्रवाई हो। 

इसी के साथ आईएमए यह भी मांग करती है की सरकार मेडिकल कॉलेज निजी एवं सरकारी अस्पतालों में कार्य कर रहे हैं 

डॉक्टर, नर्सों एवं अन्य मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा सुनिश्चित करें तथा जल्द से जल्द एक केंद्रीय कानून बनाया जाए जिसके तहत डॉक्टर व अस्पतालों में हिंसा करने एवं अन्य हिंसक गतिविधियों में शामिल उपद्रवियों के खिलाफ जल्द से जल्द मुकदमा दर्ज कर उन्हें कड़ी सजा दी जा सके। 

सभी डॉक्टरों ने इकट्ठे होकर उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार को ज्ञापन सौंपा।

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