वक्सीनशन पर ज़ोर दे रहा स्वास्थ्य विभाग
REPORT BY : RAHUL SAHAJWANI
CITY LIFE HARYANA | यमुनानगर : आज से एक साल पहले पूरा देश कोरोना से लड़ने के लिए एक जुट हुआ था ओर प्रधानमंत्री द्वारा की गई अपील जनता कर्फ्यू में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया था । पिछले एक साल में देश मे बहुत बदलाव आया । मास्क ओर पीपीई किट देश मे बनना शुरू हुए ओर देखते ही देखते आज पूरा विश्व भारत द्वारा बनाई गई वैक्सीन की प्रशंसा कर रहा है । वही हरियाणा के यमुनानगर में भी पिछले एक साल में स्वास्थ्य की तरफ एक अच्छा बदलाव देखा गया ।
सिविल सर्जन डॉ विजय दहिया ने जानकारी देते हुए बताया कि जब पूरे देश में कोरोना तेजी से फैल रहा था । उस समय एक बहुत बड़ा प्रश्न हमारे जहन में था कि हम इस कोरोना वायरस जैसी जानलेवा बीमारी से कैसे बचेंगे ? क्योंकि हमारे देश में ना तो पीपीई किट बनती थी ओर ना ही हमारे देश में वेंटिलेटर की इतनी सुविधा थी । वही कोविड-19 का कोई अलग अस्पताल भी नहीं था और सबसे महत्वपूर्ण इसके जांच की सुविधा पूरे देश में एक या दो ही जगह थी । जहां पर कोरोना के सैंपल की जांच की जाती थी ।
लेकिन पिछले 1 साल में स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई उपलब्धियां स्वास्थ्य विभाग ओर सरकार ने हासिल करी है वह बहुत ही सुविधाजनक है । अगर हरियाणा की बात करें तो हरियाणा में 19 जिलों में आज कोरोना टेस्टिंग लैब सुचारू रूप से चल रही है । इन लैब के होने से बहुत सुविधा प्राप्त हुई है जिसकी वजह से कोरोना महामारी से हम इतना बच पाए हैं ।
यमुनानगर में कोरोना की रफ्तार के बार फिर बढ़ती हुई दिखाई दे रही है । ऐसे में स्वास्थ्य विभाग कोरोना वैक्सीनशन पर भरपूर जोर दे रहा है । लोगो को कोरोना वैक्सीन के बारे में जागरूक भी किया जा रहा है । आज जिले में 114 वैक्सीनशन सेन्टर बनाये गए है यहां लोगो को को-वैक्सीन लगाई जा रही है वही स्वास्थ्य विभाग ने 10 हज़ार कोरोना वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा है । यमुनानगर जिले में 14 लाख की आबादी है और अगर ऐसा माना जाए कि 30 परसेंट में कोरोना फैल चुका है तो उसके अनुसार जिले में 8 हज़ार लोगो की मौत कोरोना से होती । लेकिन जिले में 160 लोग कोरोना से अपनी जान गवा चुके है । तो इसमें सबसे ज़्यादा योगदान जनता का है । अगर जनता इन आदेशों को नही मानती ओर कोरोना के नियमों का पालन नहीं करती तो शायद आज हालात इससे भी भयानक होती ।