106 वर्तमान सब-स्टेशनों की क्षमता में वृद्धि करके 7194 एमवीए क्षमता की योजना
यह जानकारी पी.के दास ने आज विभाग की समीक्षा बैठक के बाद दी। उन्होंने आगे बताया कि एच.वी.पी.एन.एल ने लगभग 200 करोड़ रूपए की लागत से दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं यानी बिजली क्षेत्र में ‘शेड्यूलिंग, अकांउटिंग, मीटरिंग एण्ड सैटलमेंट ऑफ ट्रांजेक्शन’ तथा ‘कारगर ग्रिड प्रबन्धन हेतू इन्टीग्रेटिड आईटी सिस्टम’ को स्थापित करने के ‘रिलाएबल कम्यूनिकेशन एण्ड डाटा एक्वीजिशन सिस्टम’ की शुरूआत की है।
उन्होंने बताया कि विद्युत विभाग राज्य के बिजली उपभोक्ताओं को गुणवत्तापरक तथा किफायती बिजली प्रदान करने के लिए पूरी तरह वचनबद्ध है। एच.वी.पी.एन.एल द्वारा काफी प्रगतिशील तथा सक्रिय कदम उठाए गए हैं, जिसके कारण प्रसारण प्रणाली की (जनवरी 2021 तक) उपलब्धता 99.3 प्रतिशत की रेंज में है।
यह उपलब्धि भारत के प्रसारण निगमों के बीच सर्वश्रेष्ठ में से एक है। एच.वी.पी.एन के प्रबंध निदेशक टी. एल. सत्यप्रकाश ने समीक्षा बैठक के दौरान रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए इस उपलब्धि के लिए सभी इंजीनियर्स एवं तकनीकी कर्मचारियों की प्रशंसा की।