कोरोना का खतरा कम होने लगा तो ब्लैक फंगस पैर पसारने लगा
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के
अनुसार 23 मई को जिले में ब्लैक फंगस का 13वां संदिग्ध मरीज
आया था। उसे गुरुग्राम के चंदू बुडेढ़ा एसजीटी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया था
लेकिन परिजन पीड़ित को रोहतक स्थित पीजीआई लेकर गए थे।
पीजीआई में ही उसका उपचार चल रहा था। 25 मई को मरीज ने
रोहतक पीजीआई में दम तोड़ दिया। रेवाड़ी स्वास्थ्य विभाग को इसकी जानकारी शुक्रवार
को मिली।
आपको बता दें कि गिरावड़ स्थित वर्ल्ड मेडिकल कॉलेज में अभी तक रेवाड़ी और झज्जर जिला के नौ लोगों को ब्लैक फंगस की पुष्टि होने या आशंकित होने की श्रेणी में रखते हुए भर्ती कराया गया। जिसमें से 5 मरीज जिला झज्जर से जुड़े हैं और 4 रेवाड़ी से। जिला झज्जर के 5 मरीजों में 3 की मौत हो चुकी है।