डा. यादव ने इतिहास लेखन के क्षेत्र में हरियाणा प्रदेश ही
नहीं बल्कि भारत वर्ष और विदेशों में भी अपनी प्रतिभा की छाप छोड़ी और प्रसिद्धी
हासिल की.
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Life Haryana।चंडीगढ / हरियाणा
के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रख्यात इतिहासकार डा. के सी यादव के निधन पर शोक
व्यक्त किया है और कहा है कि उनके निधन से इतिहास लेखन के क्षेत्र में जो रिक्ति
बनी है, उसे भर पाना कठिन है। उन्होंने शोकाकुल परिवार के प्रति
अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हुए ईश्वर से उन्हें यह दुख सहने की शक्ति
प्रदान करने की कामना की है।
डा. के सी यादव का हृदय आघात से निधन हो
गया था। वे 84 वर्ष के थे और वर्तमान में गुरुग्राम के सैक्टर 23 में अपने परिवार
के साथ रह रहे थे। वे अपने पीछे पत्नी, दो बेटो और एक बेटी का भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं।
डा. के सी यादव को अपनी भावभीनी
श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि डा. यादव ने इतिहास
लेखन के क्षेत्र में हरियाणा प्रदेश ही नहीं बल्कि भारत वर्ष और विदेशों में भी
अपनी प्रतिभा की छाप छोड़ी और प्रसिद्धी हासिल की। उन्होंने कहा कि डा. यादव ने
रेवाड़ी जिला के गांव नाहड़ के एक साधारण किसान परिवार में जन्म लेकर उच्च शिक्षा
हासिल की और इतिहास एवं संस्कृति पर आधारित कई किताबे लिखी, जो भावी पीढिय़ों
और विद्यार्थियों के लिए हरियाणा प्रदेश की संस्कृति और इतिहास को जानने व समझने
में सहायक होंगी।
उन्होंने कहा कि डा. यादव ने अपनी मेहनत
के बल पर समाज में उत्कृष्ट व सम्मानजनक स्थान बनाया और एक इतिहासकार के रूप में
अपनी पहचान बनाई। उनके इतिहास लेखन में योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।