संयुक्त मोर्चा की तरफ से राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा गया. हरियाणा के राज्यपाल के एडीसी खुद ज्ञापन लेने पंचकूला-चंडीगढ़ बॉर्डर पर पहुंचे थे.
पंचकूला। Farmers Protest: नरेंद्र मोदी सरकार
के लाए कृषि कानूनों को लेकर किसान पिछले सात महीनों से आंदोलन में जुटे हैं।
प्रदर्शनों के 7 महीने पूरे होने पर किसान आज यानी 26 जून को अलग-अलग राज्यों में
राजभवनों का घेराव करके राज्यपालों को ज्ञापन देने का प्रयास कर रहे थे। इस बीच संयुक्त
मोर्चा की तरफ से हरियाणा के राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा गया। हरियाणा के राज्यपाल
के एडीसी खुद ज्ञापन लेने पंचकूला पहुंचे थे। इससे पहले संयुक्त मोर्चा की तरफ से पंचकूला के नाडा साहिब
गुरुद्वारा से पैदल मार्च किया गया था। हरियाणा पुलिस की
तरफ से उन्हें रोकने का प्रयास किया गया था। मगर किसानों बेरिगेट हटा दिए।
योगेंद्र यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री के लिए यह सौदा महंगा
होता जा रहा है। कहा कि देश के
प्रधानमंत्री को अहंकार हो गया है जिसका इलाज करना होगा।
गौरतलब है कि कृषि कानूनों को वापस न लने पर आने वाले समय
में उत्तर प्रदेश की चुनाव को लेकर किसान संगठन बड़ी नीति बना सकते हैं। यह योगेंद्र
यादव ने स्पष्ट कर दिया है कि किसान संगठन उत्तर प्रदेश में बीजेपी के खिलाफ
उतर सकते है ये स्पष्ठ संकेत है।