From now onwards Dial 112 will be functional for emergency responses in Haryana. The new helpline would be applicable for all kinds of emergency services like 100 (Police), 101 (Fire), and 108 (Ambulance) will be integrated into the unified toll-free number 112. This round the clock multilingual facility ( Hindi, English, Punjabi and Haryanvi) will be made functional from today since morning 8:00 am.
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हरियाणावासियों को 24 घंटे सुरक्षा प्रदान के लिए मुख्यमंत्री मनोहर
लाल ने आज पंचकूला में हरियाणा 112- आपातकालीन त्वरित सहायता प्रणाली को लॉन्च किया। इस मौक पर गृह एवं स्वास्थ्य
मंत्री अनिल विज और विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता भी मौजूद थे।
Haryana Chief Minister, Manohar Lal while
launching this new single integrated emergency number Haryana 112 for police,
fire and ambulance emergencies at Panchkula said that from tomorrow any person
in distress will need to call only 112 which will immediately direct his call
to concerned department ensuring the required help within a time span of
15-20 minutes only.
-ईआरएसएस हरियाणा
के इतिहास में युग का बदलाव
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक नागरिक की
सुरक्षा सुनिश्चित करना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, इसी उद्देश्य से डायल 112 शुरू किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश भर में सभी
आपातकालीन सेवाओं के लिए एक ही आपातकालीन नंबर प्रदान करने के लिए केंद्रीय गृह
मंत्रालय द्वारा डायल-112 परियोजना शुरू की गई थी। इसके अंतर्गत ही राज्य सरकार द्वारा अपने
नागरिकों को तत्काल आपातकालीन सहायता प्रदान करने की प्रतिबद्धता के तहत एक मजबूत
प्रणाली विकसित करने की परिकल्पना की गई । इस अत्याधुनिक प्रणाली से समग्र सुरक्षा
परिदृश्य में और सुधार होगा और राज्य भर में अपराध की रोकथाम में भी मदद मिलेगी।
-हर विधानसभा
क्षेत्र में 10 वाहन तैनात करने का लक्ष्य
The Chief Minister said that after flagging
off 630 Emergency Response Vehicles equipped with mobile data terminals from
Panchkula now 300 more such vehicles would also be added so that the target of
deploying 10 vehicles per Assembly Constituency can be achieved. He said that
it was three years back when he after visiting Jerusalem, Israel had seen a
rapid response emergency system wherein help was being ensured to every needy
within a time span of just 90 seconds.
उन्होंने कहा कि यह तीन साल पहले की बात है
जब उन्होंने इजराइल के जेरूसलम का दौरा करने के दौरान एक त्वरित प्रतिक्रिया
आपातकालीन प्रणाली देखी थी, जिसमें केवल 90 सेकंड के समय में हर जरूरतमंद को मदद
सुनिश्चित की जा रही थी।
इजराइल के जेरूसलम का उदाहरण देते हुए
मुख्यमंत्री ने कहा कि वहां 5000 से ज्यादा लोग एंबुबाइक सर्विस से जुड़े हैं। ये सभी 24×7 आपातकालीन सेवाएं प्रदान करने के लिए हमेशा
तैयार रहते हैं।
जैसे ही उनके मोबाइल में अलार्म बजता है, वे घायलों को तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए
तुरंत अपनी एंबुबाइक के साथ दुर्घटनास्थल पर पहुंच जाते हैं। प्राथमिक उपचार देने
से लेकर घायलों को अस्पताल ले जाने तक ये वॉलंटियर्स हर घायल व्यक्ति की मदद के
लिए चौबीसों घंटे काम करते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इजराइल की इस हाईटेक प्रणाली को देखकर ही
हरियाणा के लोगों को भी इस तरह का प्लेटफार्म उपलब्ध कराने की जरूरत महसूस हुई।
-हरियाणा 112 से आपातकालीन सेवा प्रदाताओं के बीच जवाबदेही
सुनिश्चित होगी
Speaking on the occasion, Home Minister,
Anil Vij said that Haryana 112 project will bring transparency and ensure
accountability among the various emergency service providers which will lead to
faster emergency service delivery to the residents of Haryana. Vij said that with the introduction of this high-tech system
the citizens of Haryana would be able to simply dial the toll-free number 112
and seek police assistance instantly.
इस अवसर पर बोलते हुए गृह मंत्री अनिल विज ने
कहा कि हरियाणा 112 परियोजना पारदर्शिता लाएगी और विभिन्न
आपातकालीन सेवा मुहैया करवाने वालों की जवाबदेही सुनिश्चित करेगी जिससे हरियाणा के
निवासियों को त्वरित आपातकालीन सेवाएं प्रदान की जा सकेंगी।
विज ने कहा कि इस हाई-टेक प्रणाली के आने से
हरियाणा के नागरिक 112 डायल कर तुरंत पुलिस सहायता प्राप्त कर
सकेंगे। उन्होंने कहा कि यह प्रणाली आपातकालीन
स्थितियों में पुलिस की तत्काल उपलब्धता और पहुंच सुनिश्चित करने के लिए डिज़ाइन
की गई है। पुलिस के रिस्पॉन्स टाइम को कम करने की दिशा में यह नई व्यवस्था एक
महत्वपूर्ण कदम है।
-हरियाणा 112 (ईआरएसएस) परियोजना
DGP Haryana Manoj Yadava said that
combining the IT and communication initiatives, Haryana Police is committed to
providing a variety of assistance and facilities to the public in a phased
manner. Once a call is made, the Police shall respond immediately within an
average response time of 15-20 minutes, he added.
पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने कहा कि आईटी और
संचार पहल को मिलाकर हरियाणा पुलिस चरणबद्ध तरीके से जनता को विभिन्न प्रकार की
सहायता और सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। एक बार कॉल करने के बाद, पुलिस 15-20 मिनट के औसत प्रतिक्रिया समय के भीतर तुरंत
सहायता प्रदान करेगी।
इस महत्वाकांक्षी परियोजना को दुनिया भर में
उन्नत तकनीकों और सर्वोत्तम प्रथाओं का लाभ उठाते हुए नागरिकों की सुरक्षा के लिए
जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसका उद्देश्य राज्य के लगभग 28 मिलियन निवासियों को 24 घंटे लगातार तत्काल आपातकालीन सेवाएं प्रदान
करते हुए सुरक्षा मुहैया करवाना है।
इस प्रणाली का संचालन लगभग 5,000 प्रशिक्षित कर्मियों, स्पाॅट पर आवश्यक कार्रवाई करने के लिए
प्राथमिक चिकित्सा-बॉक्स, स्ट्रेचर, अपराध निवारण किट आदि सहित 23 इन-फ्लीट आइटम से लैस 630 नए चार पहिया वाहनों और परियोजना सलाहकारों
द्वारा किया जाएगा जिसमें सी-डैक टोटल सर्विस प्रोवाइडर के रूप में कार्य करेगा।
हरियाणा 112 एक एकीकृत आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली है, जिसे समस्त हरियाणा राज्य में किसी भी समय और
कहीं भी संकटग्रस्त व्यक्तियों को इमरजेंसी सेवाएं प्रदान करने के लिए स्थापित
किया गया है।
हरियाणा 112 परियोजना लोगों, प्रक्रियाओं और उन्नत प्रौद्योगिकियों के
स्तंभों पर मजबूत है। यह स्पष्ट है कि बड़ी आपात स्थितियों में, पुलिस को तुरंत घटना स्थल पर पहुंचने की आवश्यकता
होती है। इसलिए पुलिस विभाग इस परियोजना को विकसित करने में नोडल एजेंसी रहा है।
-पंचकूला में
बनाया गया स्टेट एमरजेंसी रिस्पांस सेंटर
SERC has been digitally connected to Police
Control Room at the district level and suitably located Emergency Response
Vehicles. This building has been strengthened with advanced infrastructure to
cater to all the emergency services centrally. To handle the additional call
load at SERC and to switch operation in case of any technical failure at SERC,
a “Mirror Emergency Response Center (MERC)”, having capacity of 20 percent
to that of SERC has been established at Gurugram. These centres are able
to respond to multiple modes of communication including phone calls, SMS,
e-mail, 112 mobile app, etc.
डायल-112 प्रोजेक्ट के लिए पंचकूला के सेक्टर 3 में स्टेट एमरजेंसी रिस्पांस सेंटर (एसईआरसी)
के रूप में एक अत्याधुनिक भवन का निर्माण किया गया है। इस सेंटर को जिला स्तर पर
पुलिस नियंत्रण कक्ष और फील्ड में तैनात इमरजेंसी रिस्पांस व्हीकल्स (ईआरवी) से
डिजिटल रूप से जोड़ा गया है। मुख्य रूप से सभी आपातकालीन सेवाओं को पूरा करने के
लिए इस भवन को उन्नत बुनियादी ढांचे के साथ मजबूत किया गया है। एसईआरसी पर
अतिरिक्त कॉल लोड को संभालने और एसईआरसी में किसी भी तकनीकी खराबी के मामले में
स्विच ऑपरेशन के लिए, गुरुग्राम में 20 प्रतिशत क्षमता वाला एक मिरर इमरजेंसी
रिस्पांस सेंटर (एमईआरसी) स्थापित किया गया है। ये केंद्र फोन कॉल, एसएमएस, ई-मेल, 112 मोबाइल ऐप आदि सहित संचार के कई साधनों का
जवाब देने में सक्षम हैं।
-डायल 112 परियोजना के लिए 11 अधिकारियों को सम्मानित किया गया
पुलिस अधिकारियों में अतिरिक्त पुलिस
महानिदेशक, दूरसंचार-आईटी और हरियाणा-112 प्रोजेक्ट के नोडल अधिकारी ए.एस. चावला, पुलिस अधीक्षक (एसपी) उदय सिंह मीणा, एसपी.राजेश फोगाट, डीएसपी सुश्री नूपुर बिश्नोई, डीएसपी हिशाम सिंह, सब इंस्पेक्टर श्याम सिंह, हेड कांस्टेबल नवनीत कुमार और मुकेश कुमार
शामिल हैं। सीडैक के अधिकारियों में दीपू राज, राजेश और ज्योति शामिल हैं।
कार्यक्रम के दौरान मुख्य सचिव विजय वर्धन, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डी. एस.
ढेसी, गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव
अरोड़ा, वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टी. वी.
एस. एन. प्रसाद, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव तथा
सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक डॉ.
अमित अग्रवाल, डीजीपी विजिलेंस पीके अग्रवाल, डीजीपी क्राइम मोहम्मद अकील, हरियाणा पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन के एमडी आरसी
मिश्रा, डीजीपी जेल शत्रुजीत कपूर, एडीजीपी सीआईडी आलोक मित्तल, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, दूरसंचार-आईटी एवं हरियाणा 112 के नोडल अधिकारी ए.एस. चावला, एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर नवदीप विर्क, एडीजीपी सीएडब्ल्यू कला रामचंद्रन सहित
प्रशासनिक और पुलिस विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।