Type Here to Get Search Results !

ad

ADD


 

Radaur- सावन 2021: पहले सोमवार को शिवालयों में हुआ जलाभिषेक, मंदिरों के बाहर लंबी कतारें

बम बम भोले से गूंजे शिवालय : श्रद्धा से मनाया सावन माह का पहला सोमवार, की पूजा अर्चना; मंदिरों में सुबह से ही लगा रहा भक्तों का रैला, जलाभिषेक व अन्य आयोजन हुए.


रादौर NEWS श्रावण मास के पहले सोमवार को शिव मंदिरों में भगवान शिव की पूजा व जलाभिषेक के लिए भक्तों की भीड़ लगी है, सुबह से ही शिवालयों में पहुंच श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना की जा रही है। श्रद्धालुओं ने शिव का जलाभिषेक किया और मन्नतें मांगी। 

सावन मास व पहले सोमवार के महत्त्व बारे बताते हुए स्वामी महेशाश्रम महाराज ने कहा कि पूरा श्रावण मास जप, तप और ध्यान में लिए उत्तम होता है। लेकिन इसमें सोमवार का विशेष महत्व है। सोमवार का दिन चंद्र ग्रह का दिन होता है और चंद्रमा के नियंत्रक भगवान शिव है। इस दिन पूजा करने से न केवल चंद्रमा बल्कि भगवान शिव की कृपा भी प्राप्त हो जाती है। कोई भी व्यक्ति जिसको स्वास्थ्य की समस्या हो, विवाह की मुश्किल हो या दरिद्रता छायी हो अगर सावन के हर सोमवार को विधि पूर्वक भगवान शिव की आराधना करता है तो तमाम समस्याओं से मुक्ति पा सकता है। सोमवार व शिव के संबंध के कारण ही माता पार्वती ने सोलह सोमवार के व्रत किएं थे।

सावन का सोमवार संतान व विवाह के लिए भी उत्तम माना जाता है। सावन के सोमवार को प्रात: काल स्नान के बाद शिवालय जाना चाहिएं। शिवलिंग के समक्ष खड़े होकर शिवमंत्र का 18 बार जाप करना उत्तम माना जाता है। दिन में केवल फलाहार करने के बाद शाम को फिर से भगवान शिव की आराधना करने से मनोकामना पूर्ण होती है। शिवलिंग पर जल व बेलपत्र चढ़ाने व घी का दीप जलाने से मनुष्य को कष्टो से मुक्ति मिलती है। इसलिए श्रावण के सोमवार को विशेष महत्त्व है। अविवाहित युवतियों कन्याओं के लिए श्रावण के सोमवार को विशेष महत्त्व माना जाता है। मान्यता है कि अविवाहित युवतियों के द्वारा यह व्रत करने से सुयोग्य वर की प्राप्ति होती है। 

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Below Post Ad


ADD


 

ads