संघठनो ने की नर्सिंग ऑफिसर के खिलाफ उचित कार्यवाही की मांग
CITY LIFE HARYANA | यमुनानगर : सिविल अस्पताल जगाधरी में एक आशा वर्कर को अपनी डयूटी ईमानदारी से निभाने की मिली सजा अस्पताल में कार्यरत एक स्टाफ नर्स ने लेबर रूम में ही अपने से उम्र में बड़ी उम्र दराज आशा वर्कर के लगाए चांटे। ये बात शनिवार को बस स्टैंड यूनियन कार्यालय में आशा वर्कर्स यूनियन संबंधित सीटू व सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा की हुई मीटिंग की अध्यक्षता कर रही जिला उपप्रधान पूनम शर्मा ने बताई। मीटिंग का संचालन जिला सचिव राजेश कुमारी द्वारा किया गया, मीटिंग में मुख्य तौर से उपस्थित सीटू जिला कोषाध्यक्ष रामकुमार काम्बोज व रिटायर्ड जिला प्रधान विनोद त्यागी ने मीटिंग में उपस्थित पीड़िता आशा वर्कर परमजीत से सारी बात सुनकर अपने प्रेस बयान में मीडिया को बताया कि यह घटना 27 सितम्बर की है जब आशा वर्कर परमजीत एक डिलीवरी केस लेकर सिविल अस्पताल जगाधरी के लेबर रूम में पहुंची वहाँ पर अपनी डयूटी पर तैनात एक स्टाफ नर्स को केस पकड़ने के लिए बोला, इतना सुनते ही वो स्टाफ नर्स भड़क उठी और बोली तेरी हिम्मत कैसे हुई मुझे काम कहने की और उसे जातिसूचक शब्द बोलते हुए कहा कि तुम्हारे जैसी 2-2 कोड़ी की आशा वर्करो को सरकार ने हमारे सिर पर बिठाकर रख दिया जब आशा वर्कर ने उसके इस दुर्व्यवहार का विरोध किया तो नर्स ने गुस्से में आकर उसे 4-5 चांटे भी रसीद कर दिए और उसके हाथ से मोबाइल फोन खींचकर फर्श पर मारकर तोड़ डाला।
उन्होंने बताया कि स्टाफ नर्स के इस दुर्व्यवहार के कारण आशा वर्कर दिमागी तौर से परेशान होकर अपना मानसिक संतुलन खो बैठी है जिस कारण से पीड़ित आशा वर्कर ने इस घटना की सीएमओ व डिप्टी सीएमओ को लिखित में शिकायत भी दी थी लेकिन कोई सुनवाई ना होने के कारण उसे अब यूनियन का सहारा लेना पड़ा। मीटिंग के दौरान यूनियन नेताओं ने प्रशासन से अपील करते हुए कहा कि इस घटना की जिम्मेदार स्टाफ नर्स को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त किया जाए। साथ ही सर्व सम्मति से प्रस्ताव पास किया कि सोमवार को सुबह 10 बजे पीड़ित आशा वर्कर कोई सुनवाई ना होने के कारण आशा वर्कर्स यूनियन द्वारा विरोध प्रदर्शन शुरू किया जाएगा अगर फिर भी कोई सुनवाई नही होती तो बड़े आंदोलन का एलान किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन की होगी।