डेंगू का डंक
रादौर NEWS। जिले में बढ़ते डेंगू के मामलों ने कस्बे के लोगों की ङ्क्षचता
भी बढ़ा दी है। लेकिन फोङ्क्षगग के मामले में अभी तक क्षेत्र फिसड्डी ही साबित हो
रहा है। कस्बा रादौर की बात करे तो नगरपालिका की ओर से चलाया गया फोङ्क्षगग अभियान
एक दो दिन वाहवाही लूटने के बाद दम तोड़ गया। जिसे करीब 10 दिन से अधिक का समय
बीत चुका है। कस्बे में हुई आधी अधूरी फोगिंग से कस्बे के लोगों में भी नपा की
कार्रप्रणाली को लेकर रोष देखा जा रहा है। वहीं फोगिंग के मामलों में ग्रामीण
क्षेत्रों की स्थिति भी ठीक नहीं है। जबकि चिकित्सकों की माने तो मच्छरों की
रोकथाम के लिए फोङ्क्षगग से काफी हद तक राहत मिल सकती है लेकिन फोगिंग को रूक रूक
कर थोड़े थोड़े क्षेत्र में करवाया जाना भी बेकार ही है। इसलिए अगर फोङ्क्षगग हो
तो एक साथ ही पूरे क्षेत्र को कवर किया जाना जरूरी है। रादौर में नगरपालिका के
अधिकारी फोङ्क्षगग के लिए योजना बनाने तक की सीमित दिखाई दे रहे है।
- लगातार बढ़ रही मच्छरों की तादात से बढ़ सकती है
लोगों की परेशानी
बलबीर सिंह, मुकेश, ललित, ईशू इत्यादि ने बताया कि कोरोना की
महामारी के कुछ हद तक शांत होने के बाद अब डेंगू की दहशत लगातार बढ़ रही है। जिससे
लोग चिंता में है। लोगों की चिंता इससे भी ज्यादा अधिक बढ़ रही है क्योंकि कस्बे
में मच्छरों की भरमार है। ऐसे में लोगों को डर सता रहा है कि कहीं यह मच्छरों की
भरमार उनके स्वास्थ्य पर भारी न पड़ जाएं। क्योंकि डेंगू बिमारी मच्छर के काटने से
ही होती है। ऐसे में नगरपालिका को इस पर ध्यान दिएं जाने की जरूरत है। अभी तक
कस्बे में प्रर्याप्त फोगिंग नहीं हो पाई है। अगर जल्द ही नपा ने इस पर ध्यान नहीं
दिया तो इससे समस्या बढ़ सकती है।- फोगिंग के नाम पर नपा ने की खानापूर्ति
दलीप, विकास, राजू व प्रिंस इत्यादि ने बताया कि नपा ने
फोगिंग के नाम पर केवल खानापूर्ति की। केवल मुख्य बाजार व कुछेक एरिया में
फोङ्क्षगग करवाने के बाद नपा ने अपना यह अभियान बंद कर दिया। जिससे केवल फोगिंग के
नाम पर खानापूर्ति हुई। जबकि जब तक पूरे शहर में तेजी से फोङ्क्षगग न हो तो इस
समस्या का समाधान नहीं हो पाएंगा। लेकिन अधिकारी केवल खानापूर्ति करने में ही
विश्वास रखते है।
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