यूथ कांग्रेस चुनाव में फिर मची दीपेंद्र हुड्डा खेमे की धूम
दीपेन्द्र हुड्डा ख़ेमे के बुद्धिराजा ने बनाया देश में सबसे ज्यादा वोटों के अंतर का रिकॉर्ड
लगभग 2 लाख वोटों से बहुमत हासिल कर बनाया देश में रिकोर्ड
26 जनरल सेक्रेटरी में से 21 और 31 में से 24 जिलाध्यक्ष पदों पर दीपेंद्र खेमे ने की जीत दर्ज
प्रदेश अध्यक्ष पद में शोर्टलिसट हुए व प्रदेश उपाध्यक्षों में 6 में से 5 दीपेन्द्र ख़ेमे के
90 में से 75 से भी ज़्यादा विधानसभा ज़ीत किया सूपड़ा साफ़
दक्षिण हरियाणा के सभी ज़िलों में टीम दीपेन्द्र ने किया क्लीन स्वीप ,
रोहतक - सोनीपत लोकसभा , जींद , भिवानी , अंबाला , पानीपत व हिसार ग्रामीण आदि ज़िलों में एक तरफ़ा हुड्डा ख़ेमे का वर्चस्व
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CITY LIFE HARYANA | चंडीगढ़ : एक बार फिर यूथ कांग्रेस के चुनाव में राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा खेमे की धूम देखने को मिली है। ज्यादातर जिला और ब्लॉक अध्यक्ष पद के लिए दीपेंद्र समर्थकों ने जीत दर्ज की है। प्रदेश अध्यक्ष पद पर भी उनके समर्थक दिव्यांशु बुद्धिराजा की जीत तय है। उन्होंने लगभग 2 लाख वोटों के अंतर से बहुमत हासिल कर रिकॉर्ड कायम किया है। अब तक किसी उम्मीदवार ने प्रदेश अध्यक्ष चुनावों में इतने वोटों से जीत दर्ज नहीं की है। इतने बड़े अंतर से जीत के बाद अब बुद्धिराजा को इंटरव्यू की एक औपचारिक प्रक्रिया से गुजरना है। प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए चुने गए 6 में से पांच उम्मीदवार दीपेंद्र हुड्डा खेमे से हैं।
बड़ी बात है कि चुनाव में 26 जनरल सेक्रेटरी में से 21 और 31 में से 24 जिलाध्यक्ष दीपेंद्र हुड्डा खेमे के हैं।
कांग्रेस में युवा संगठन नेतृत्व का चयन वोटिंग के जरिए होता है। पिछले कई सालों से दीपेंद्र हुड्डा समर्थक उम्मीदवार ही चुनाव जीतते आ रहे हैं। हरियाणा के साथ दिल्ली और राजस्थान के यूथ कांग्रेस चुनाव में भी दीपेंद्र हुड्डा का खासा असर देखने को मिलता है। इन राज्यों में भी अक्सर दीपेंद्र समर्थक अध्यक्ष ही चुनाव जीते हैं। एनएसयूआई से लेकर यूथ कांग्रेस की राजनीति में दीपेंद्र हुड्डा जबरदस्त प्रभाव रखते हैं। इस बार उन्हें चुनौती देने के लिए रणदीप सुरजेवाला, कुमारी शैलजा, किरण चौधरी जैसे तमाम नेताओं ने सांझे उम्मीदवार को चुनावी मैदान में उतारा था। लेकिन इन सब पर दीपेंद्र के उम्मीदवार भारी पड़े और उन्होंने बड़े अंतर से जीत दर्ज की।
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