महापंचायत ने कहा- प्रदेश में बूचडखानों के लाईसैंस न दे सरकार
- किसान नेताओं ने संबोधन में किया
सरकार का विरोध तो महापंचायत में गर्मा गया माहौल
पंचायत में सरकार व विपक्ष दोनों से जुड़े लोग शामिल हुएं। लेकिन आयोजक उस समय कुछ असहज दिखाई दिएं जब बार बार कुछ वक्ता सरकार का विरोध अपने संबोधन में करते रहे। किसान यूनियन से जुड़े एक वक्ता ने सरकार की खिलाफत व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष किया तो महापंचायत का माहौल गर्मा गया। उसकी बात को जब मंच का संचालन कर रहे अखिल कांजनू ने काटा तो किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष सुभाष गुर्जर ने इसका विरोध किया। उन्होनें कहा कि हम सरकार के पक्षधर नहीं है। सरकार ने इस काम का लाईसैंस दिया है। इसलिए सरकार का विरोध तो होगा ही। इस बात पर माहौल गर्मा गया। लेकिन लोगों ने बीच बचाव कर उन्हें शांत करवाया। इसके बाद भी अपने संबोधन में भाकियू चढूनी ग्रुप के संजू गुंदियाना ने भी कहा कि अगर किसी व्यक्ति की सरकार में इतनी ही चल रही है तो फिर यहां महापंचायत करने की जरूरत ही क्यों पड़ रही है। वह सरकार से इसका लाईसैंस रद्द करवा सकता है।
- समिति अध्यक्ष ने कहा- नहीं सुधेरे तो
सुधार देगें, गांव का फायदा करना है तो गांव के हित में कोई और कार्य करे
महापंचायत में पहुंचे प्रत्येक वक्ता
ने कड़े शब्दों में इस प्रौजेक्ट का विरोध किया। समिति अध्यक्ष जयप्रकाश कांजनू ने
कहा कि शुरूआत में इसी प्रकार प्रौजेक्ट लगाने वाले लुभावने सपने दिखाते है। जब
गांव के नजदीक डिच डे्रन लगी थी तब भी ऐसा ही हुआ था। उन्हें कहा गया था कि इसका
फायदा ग्रामीणो को मिलेगा। लेकिन अब ग्रामीण इससे परेशान है। यह प्रौसेसिंग यूनिट
नहीं बल्कि बूचडख़ाना है। धीरे धीरे यहां सब कार्य होगें। जिससे धार्मिक भावना भी
आहत होगी और पर्यावरण का नुकसान भी होगा। गांवो में बिमारियां फैलना भी तय है।
लेकिन सरकार व प्रशासन इस पर ध्यान नहीं दे रहा है। ग्रामीण ऐसा नहीं होने देगें।
संचालक ग्रामीणो पर दबाव डालने का प्रयास कर रहे है। लेकिन वह दबाव में नहीं आएंगें।
या तो वह सुधर जाएं नहीं तो ग्रामीण उन्हें सुधार देगें। तीन कृषि कानून की ओर
इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि लोगों ने केंद्र सरकार को समझा दिया है यह तो फिर
छोटा सा कार्य है। अगर फैक्ट्ररी संचालक ग्रामीणो का फायदा चाहते है तो अड़ीयल
रवैया छोड़े और यहां कोई अन्य प्रौजेक्ट लगाएं। नहीं माने तो फिर दूसरा प्रौजैक्ट
भी गांव में नहीं लगने दिया जाएंगा। - संत गोपाल दास के अलावा पहुंचे यह लोग
- डीएसपी ने की शांति बनाएं रखने की अपील
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Radaur
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