धर्म परिवर्तन के खिलाफ हिन्दू संघठनो ने जताया विरोध
Report By : Rahul Sahajwani
CITY LIFE HARYANA | यमुनानगर : दो दिन पहले सामने आया धर्म परिवर्तन का मामला आज फिर गर्मा गया। इस मामले को लेकर जमकर हंगामा हुआ तो वही हिन्दू संगठनों ने पहले गांधी नगर थाने के बाहर जाम लगाया और उसके बाद ढाई घँटे तक थाने के बाहर पुराने हाइवे को जाम रखा। वही डीएसपी के साथ बैठक में हिन्दू संगठन के लोगो को लिखित में आश्वसन मिला की ईसाई मत के लोग आज के बाद धर्म परिवर्तन नही करेंगे। जिसके बाद मामला शान्त हुआ और जाम को खोला गया। वही ईसाई धर्म के लोगो का कहना था कि उनके ऊपर जो आरोप लगाए गए है उन्होंने वैसा कुछ नही किया और न ही वो किसी पर दबाव बनाते है।
दरअसल 15 दिसम्बर को धर्म परिवर्तन का एक मामला बैंक कालोनी में सामने आया था। जिसको लेकर हिन्दू संगठनों ने विरोध जताया था और इस मामले में एक एफआईआर भी दर्ज हुई थी। आज इसी मामले को सुलझाने के लिए गांधीनगर थाना में एक बैठक बुलाई गई थी जिसमे हंगामा हो गया। पुलिस के सामने ही दोनों पक्षों ने हंगामा किया और एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाए और जमकर बहस हुई। इसी विरोध में हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने जगाधरी रोड पर जाम लगा दिया। जिससे लोगो काफी परेशानी हुई। हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं का आरोप था कि हिंदुओं को बरगलाकर व पैसे का लालच देकर धर्मान्तरण किया जा रहा है। वहीं ईसाई मत के लोगों का कहना था कि किसी को कोई लालच नहीं दिया गया। स्वेच्छा से उन्हें कोई प्रार्थना के लिए बुलाएगा, तो वह जाएंगे। कई बार बातचीत हुई और जहां लिखित आश्वसन पर मामला सुलझा।
वहीं इस मामले मे पास्टर सोसाइटी के डिस्ट्रिक्ट प्रेसिडेंट पास्टर सुच्चा मसीह ने बताया कि उनके बेटे पास्टर सालातीन मसीह को प्रार्थना कराते हुए रोका गया। उसके साथ मारपीट की गई। दूसरा पक्ष बेवजह गलत आरोप लगा रहा है। किसी पर धर्मान्तरण का कोई दबाव नहीं बनाया गया। यदि पैसे देकर ये सब कराया जाता, तो हम अपने क्रिश्चियन भाईयों की मदद करेंगे, क्योंकि काफी क्रिश्चियन गरीब हैं। हमारे पास कोई फंडिग भी नहीं हो रही है। ये गलत आरोप है। जिस परिवार के यहां प्रार्थना कराई जा रही थी। वह तीन साल पहले से प्रभु यीशू को अपना चुके हैं। अब हमारा फैसला हो चुका है।
इस पूरे मामले में दोनों पक्षो से बातचीत कर जाम खुलवाने के बाद डीएसपी प्रमोद कुमार ने बताया कि एक पक्ष की ओर से मामला दर्ज है। दूसरे पक्ष की भी शिकायत आई है। इसी मामले में दोनों पक्षों को बुलाया गया था। यहां पर लिखित में ईसाई मत वालों ने आगे से किसी को क्रिश्चियन न बनाने के बारे में दिया है। जिस पर दूसरा पक्ष तैयार है। जो मामला दर्ज है उसकी जांच की जा रही है। वही उन्होंने बताया की लैपटॉप में लिखा मिला था कि मूर्ति पूजा करना गलत है और इस पर टिप्पणी की गई थी जिसका इन लोगो द्वारा विरोध किया गया, जाम भी लगाया गया लेकिन उन्हें समझाया गया और आपस मे एक दूसरे से बातचीत कर मामला शांत हो गया।