मेले में महिलाओं की संख्या पुरूषों से अधिक
रादौर News। मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत रादौर की शहीद
उधमसिंह कांबोज धर्मशाला में दो दिवसीय ऋण मेले का आयोजन किया गया। मेले में सरकार
की जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्रदान करने के लिये एक ही जगह सभी विभाग और बैंक
आपसी तालमेल से अंत्योदय परिवारों को सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं के तहत
सब्सीडी सहित ऋण के रूप में आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाई जा रही है। जिसमें एक लाख
रूपए से कम आय वाले लोगों को इस ऋण मेले में बुलाया गया।
लेकिन जानकारी के अभाव
में बहुत से लोग ऐसे थे जिनका नाम मेले की सूची में न होने के बावजूद वह यहां
पहुंच गए। लेकिन उन्हें यहां से बैंरग लौटना पड़ा। वहीं कुछ लोगों को इस मेले के
बारे भी प्रर्याप्त जानकारी नहीं थी और वह आवास योजना जैसे कार्यों के लिए यहां पहुंच गए। मेले से बैंरग लौटने वाले प्रशासनिक
अधिकारियों व जानकारी देने वाले लोगों को कोसते नजर आए। पहले दिन मेले का शुभारंभ
हरियाणा व्यापारी कल्याण बोर्ड के चेयरमैन रामनिवास गर्ग ने किया। मेले का अवलोकन
करते हुए उन्होंने मेले में पहुंचे लोगों व कर्मचारियों से बातचीत भी की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता एसडीएम डा. इंद्रजीत सिंह ने की।
इस अवसर पर रामनिवास गर्ग ने कहा कि अंत्योदय की
भावना से सरकार उल्लेखनीय कदम उठा रही है। यह योजना गरीबों के उत्थान में कारगर
सिद्घ हो रही है। इस योजना से लघु उद्यमियों को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि
अंत्योदय की भावना से ही जरूरतमंद को लाभान्वित किया जा सकता है और इस योजना का
लक्ष्य पंक्ति में खड़े अंतिम परिवार को आगे लाना है। उन्होंने कहा कि स्वरोजगार
के लिए कृषि, मत्स्य, पशुपालन व डेयरी जैसे व्यापारिक, औद्योगिक क्षेत्रों में व्यवसाय के साथ-साथ
स्किलिंग में निपुण करने के लिए कंप्यूटर, चालक, सिलाई कढाई आदि के प्रशिक्षण भी शामिल हैं।
आवास योजना लाभ न मिलने से परेशान व्यक्ति ने रामनिवास गर्ग के
सामने रखी समस्या
इस मेले के दौरान गांव कलेसरा निवासी जसविंद्र सिंह
भी वहां पहुंचा। उसने सीधे कार्यक्रम का अवलोकन कर रहे चेयरमैन रामनिवास गर्ग से
बातचीत की और अपनी समस्या रखी। उसने कहा कि झोपड़ी में अपने परिवार के साथ रह रहा
है। पिछले करीब 10 वर्षो से सरकार व प्रशासन से आवास योजना का लाभ देने की गुहार
लगा रहा है। लेकिन आज तक उसका नाम इस योजना में नहीं आया। पंचायत सचिव से लेकर सभी
बड़े अधिकारियों से वह मिल चुका है। इस पर चेयरमैन ने उन्हें जिला परिषद के सीईओ
से मिलने के लिए कहा और उसे आश्वासन दिया कि उसके मामले को लेकर वह खुद उन्हें फोन
करेगें। वहीं एसडीएम डा. इंद्रजीत सिंह ने कहा कि आज इस समस्या को लेकर यह
मेला नहीं लगा है। यह केवल ऋण योजना है। अगर उसे इससे संबंधित कोई कार्य है तो वह
बताए तो उसका अभी समाधान करवा दिया जाएगा।
गुमथला निवासी कमलेश व बापा निवासी सलमा पहुंची
पशुपालन ऋण का लाभ लेने
मेले में महिलाओं की संख्या पुरूषों से अधिक थी।
परिवार के उत्थान के लिए महिलाए इस योजना के बारे उत्सुक दिखाई दी। गुमथला से
पहुंची महिला कमलेश ने बताया कि उनका परिवार मेहनत मजदूरी वाला परिवार है। वह
पशुपालन करना चाहते है। इसलिए ऋण लेने के लिए यहां पहुंचे है। बापा निवासी सलमा ने
बताया कि बेटो की शादी हो चुकी है। वह अपने पति के साथ रहती है। मेहनत मजदूरी से
कार्य चला रहे है। अब पशु पालना चाहते है। इसलिए लोन लेने पहुंचे है।
युवक बोला सही से मार्गदर्शन नहीं किया जा रहा है
रादौर निवासी महेश भी इस मेले में पहुंचा था। उसका
कहना है कि मेले में सही से मार्गदर्शन नहीं किया जा रहा है। जहां नंबर लग रहा है
वहां बिना सूचना के व्यक्ति भी अपने कागज जमा करवा रहे है। जिससे जिन लोगों को
मेले में बुलाया गया है उनका नंबर लगने में देरी हो रही है। जबकि थोड़े थोड़ लोगों
को बुलाना चाहिए था। जिससे सभी को सही से जानकारी मिल पाती और लोग योजना का लाभ भी
ले पाते।