हरियाणा में कोरोना वैक्सीनेशन की बेहतर रफ्तार पर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को मिली केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से सराहना..
वीसी में स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने
कहा कि कोरोना से निपटने के लिए हरियाणा में दवाएं,
इंफ्रास्ट्रक्चर व अन्य पर्याप्त इंतजाम
हैं। उन्होंने यह भी बताया कि संक्रमित मरीजों की संख्या ज्यादा होने के बावजूद
अस्पताल में बेहद कम मरीज भर्ती हैं जोकि एक सुखद पहलू है।
वैक्सीनेशन में बेहतर प्रतिशत, इस वजह से हुई प्रशंसा
वीसी में केंद्रीय मंत्री मनसुख
मांडविया ने कहा कि देश के प्रमुख वैज्ञानिकों से चर्चा के बाद एक बात सामने आ रही
है कि अस्पताल में ज्यादातर वह लोग आ रहे हैं जिन्हें वैक्सीन नहीं लगी है।
केंद्रीय मंत्री मांडविया ने हरियाणा के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि
हरियाणा वैक्सीनेशन पर बहुत अच्छा काम कर रहा है। इसके लिए केंद्रीय मंत्री ने
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को बधाई दी। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में बच्चों व
60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों की भी पूरी तरह वैक्सीनेशन हो जाए
तो हमें फायदा मिलेगा। गौरतलब है कि हरियाणा में कोरोना वैक्सीन की प्रथम डोज 104 प्रतिशत और दूसरी डोज
79 प्रतिशत लगाई जा चुकी है।
वैक्सीनेशन की वजह से कम लोग अस्पताल
में हो रहे दाखिल
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि
हरियाणा में वैक्सीनेशन तेजी से की जा रही है और इसका फायदा मिल रहा है। उन्होंने
बताया कि कोरोना के केस बढ़ने के बावजूद भी ज्यादा गंभीर मामले सामने नहीं आ रहे
हैं। अब भी प्रदेश में बैड ऑक्यूपेंसी 3.7
प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य
प्रबंधन बेहतर हैं और इसके लिए ऑक्सीजन बेड,
वेंटिलेटर, पीएसए प्लांट लगाए गए
हैं। वर्तमान स्थिति के अनुसार 664 मरीज ऑक्सीजन पर है,
82 वेंटिलेटर पर हैं और 294 आईसीयू में हैं।
हरियाणा में पर्याप्त दवाएं व उपकरण
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हरियाणा
राज्य में कोरोना से निपटने के लिए पर्याप्त प्रबंध है और लगातार मॉनिटरिंग की जा
रही है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में पर्याप्त दवाएं व उपकरण के साथ-साथ वेंटीलेटर
व अन्य सामान उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्याप्त पीएसए प्लांट हैं जो
कि चालू अवस्था में हैं और
वेंटीलेटर भी है जोकि ठीक प्रकार से काम
कर रहे हैं। इसके अलावा, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर एवं दवाओं का पर्याप्त स्टॉक प्रदेश में
उपलब्ध है।
प्रदेश में कोरोना की यह स्थिति
कोरोना के कुल एक्टिव केस 𝟓𝟏𝟖𝟔𝟒 हैं जिनमें से 𝟒𝟗𝟗𝟓𝟓 एक्टिव केस होम आईसोलेशन में हैं जबकि 𝟏𝟗𝟎𝟗 कोरोना संक्रमित अस्पतालों में उपचाराधीन हैं। वहीं 𝟐.𝟏𝟒 करोड़ को कोरोना की पहली डोज लग चुकी है जबकि 𝟏.𝟔𝟑 करोड़ को दूसरी डोज लगाई जा चुकी है। प्रदेश के 𝟏𝟒 जिलों में 𝟏𝟎𝟎 प्रतिशत पहली डोज लगाई जा चुकी है जबकि 𝟑 जिलों में 𝟏𝟎𝟎 प्रतिशत दूसरी डोज लग चुकी है। प्रदेश में 𝟑 जनवरी से 𝟏𝟓 से 𝟏𝟖 आयु वर्ग के बच्चों को वैक्सीनेशन का काम शुरू किया गया जबकि 𝟏𝟎 जनवरी से 𝟔𝟎 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को प्रीकॉशन डोज लगाने की शुरुआत की गई।
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