आज भी आर्य समाज के प्रतिनिधि समय समय पर समाज को जोडऩे व वेदों की पुरातन संस्कृति को जिंदा रखने का कार्य कर रहे है- सासंद नायब सैनी
स्वामी दयानंद सरस्वती महान चिंतक, समाज सुधारक व आर्य समाज के संस्थापक थे। उन्होंने वेदों के प्रचार और आर्यावर्त को स्वतंत्रता दिलाने के लिए मुबंई में आर्य समाज की स्थापना की थी। वे एक सन्यासी व चिंतक थे। उन्होंने वेदो की सत्ता को सदा सर्वोपरि माना है। वेदों की ओर लौटों का उनका एक प्रमुख नारा था। उन्होंने वेदों का भाष्य किया था इसलिए उन्हें ऋषि कहा जाता है। आर्य समाज की स्थापना के बाद आर्य समाज ने समाज को समानता के सुत्र में पिरोने का कार्य किया।
आज भी आर्य समाज के प्रतिनिधि समय समय पर समाज को जोडऩे व वेदों की पुरातन संस्कृति को जिंदा रखने का कार्य कर रहे है। यह शब्द कुरूक्षेत्र सासंद नायब सैनी ने कहे। वह आर्य समाज भवन में आयोजित वार्षिक आर्य मेले में बतौर मुख्यातिथि पहुंचे थे। यहां पहुंचने पर समाज के लोगों ने उनका विधिवत स्वागत किया। कार्यक्रम में मानसिंह आर्य भी विशेष रूप से मौजूद रहे। जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधान रमेश आर्य ने की। इस दौरान विरेंद्र शास्त्री की देखरेख में हवन यज्ञ का आयोजन हुआ। जबकि अजंलि आर्या ने राष्ट्र भक्ति पर अपना उदबोधन दिया।
नायब सैनी ने कहा कि यूक्रेन युद्ध पर बोलते हुए कहा कि भारत देश वहां की स्थिति पर पूरी तरह से नजर बनाए हुए है। यूक्रेन में फंसे भारतीयों को सरकार वापिस लाने का लगातार प्रयास कर रही है। देश के प्रत्येक नागरिक को वहां से सुरक्षित स्वदेश लाने के लिए सरकार कटिबद्ध है। देश की कमान मजबूत हाथों में है। इसलिए आज विश्व में देश की चर्चा हो रही है। पूरा विश्व देश की ताकत को पहचान चुका है और यह तभी संभव हो पाया है जब देश की जनता एक सशक्त प्रधानमंत्री चुनकर देश को दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार देश का मान सम्मान बढ़ाने व देश को विकास के मार्ग पर तेजी से आगे लाने के लिए हर दिन नया प्रयास करने में लगे हुए है।
इस अवसर पर मानसिंह आर्य, धनपत सैनी, प्रदीप चौधरी, साहिल आर्य, सुशील बत्तरा, मा. कृष्ण कुमार, कुलदीप आर्य, निर्मल विश्वास, किरण पाल आर्य, अमित कांबोज, राजेश मंधार, विरेंद्र सैनी, अशोक गुंबर, विनोद सिंगला, मुकेश मक्की, विश्वेंद्र शर्मा, हितेश शर्मा, पकंज इत्यादि उपस्थित थे।
गांव ठसका खादर निवासी एक व्यक्ति ने
अपने ही गांव के एक व्यक्ति पर उसके क्रेडिट कार्ड से धोखे से 𝟐 लाख 𝟖𝟎 हजार रूपए हड़प करने
का आरोप लगाया है. आरोप है कि अब वह व्यक्ति न तो यह राशि
उसे लौटा रहा है और न ही उसका के्रडिट कार्ड वापिस कर रहा है..
प्रदेश की भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार को शिक्षा का स्तर गिरने या बढ़ने से कोई लेना देना नहीं है. यह सरकार शिक्षा के ढांचे का बेड़ा गर्क करने पर तुली है. इसलिए अध्यापकों व लेक्चरर की नियमित भर्ती करने की बजाए उन्हें ठेके पर रखने की तैयारी में जुट गई है.
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के चलते यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने का क्रम लगातार जारी है. आज सुबह भी यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को सकुशल सरकार की मदद से विशेष विमान के तहत भारत लाया गया. एयरपोर्ट पर पहुंचे भारतीय नागरिकों के चेहरों पर देश लौटने की खुशी साफ देखी जा सकती थी..