मुख्यमंत्री को शिकायत
रादौर / 𝐂𝐢𝐭𝐲 𝐋𝐢𝐟𝐞 𝐇𝐚𝐫𝐲𝐚𝐧𝐚. 𝐂𝐨𝐦
ठग - ठगने के हर रोज नए तरीके निकाल रहे हैं। जो कभी जानकार बनकर तो कभी खुद को बैंक कर्मी बता खाते से संबंधित जानकारी जुटा उपभोक्ताओं को चुना लगा रहे हैं। ऐसे ही गांव ठसका खादर निवासी एक व्यक्ति ने अपने ही गांव के एक व्यक्ति पर उसके क्रेडिट कार्ड से धोखे से 𝟐 लाख 𝟖𝟎 हजार रूपए हड़प करने का आरोप लगाया है। आरोप है कि अब वह व्यक्ति न तो यह राशि उसे लौटा रहा है और न ही उसका के्रडिट कार्ड वापिस कर रहा है। मामले को लेकर वह कई बार शिकायत कर चुका है लेकिन अभी तक पुलिस ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। पीडि़त का कहना है कि जब वह अपने पैसे मांगने उक्त व्यक्ति के पास जाता है तो वह उसे अपमानित भी करता है और खुद आत्महत्या कर उसे इस मामले में फंसाने की धमकी देता है। जिसको लेकर अब पीडि़त ने मुख्यमंत्री को शिकायत भेजकर न्याय की गुहार लगाई है।
संदीप कुमार ने बताया कि 𝟐𝟎𝟎𝟓 में उसने क्रेडिट कार्ड बनवाया था। उस समय उसके कार्ड की लिमिट केवल 𝟐𝟓 हजार रूपए थी। अक्सर वह इसका प्रयोग पैट्रोल डलवाने के लिए करता था। गांव का ही एक व्यक्ति पैट्रोल पंप पर लगा हुआ था। जिस कारण उसे उसके क्रेडिट कार्ड के बारे में जानकारी थी। अक्तूबर 𝟐𝟎𝟐𝟏 में वह व्यक्ति उसके घर आया और उसके क्रेडिट कार्ड के बारे जानकारी लेने लगा। तब उसने उससे पूछा की अब उसके कार्ड की लिमिट कितनी हो गई है तो उसने बताया कि उसकी लिमिट अब बढ़कर 𝟐 लाख 𝟖𝟎 हजार रूपए हो गई है। तब उसने कहा कि वह उसकी लिमिट को और अधिक बढ़वा देगा जो उसके काम आ जाएगी। अपनी बातों में लगाकर उसने मेरे से क्रेडिट कार्ड ले लिया। गांव का व्यक्ति होने के कारण उसने उस पर विश्वास भी कर लिया। लेकिन अगले दिन उसके मोबाईल पर क्रेडिट कार्ड से पैसे निकलने का मैसेज आया तो उसने उक्त व्यक्ति को फोन किया तो उसने बताया कि उसे कुछ पैसे की जरूरत थी इसलिए उसने उसका कार्ड का प्रयोग किया है। लेकिन वह उसके पैसे जल्द ही लौटा देगा।
विषयः- दरखास्त बाबत किये जाने कानूनी कार्यवाही बर खिलाफ कर्म सिंह, मो0 न0. 80530-00424 पुत्र श्री गेज' सिंह निवासी ग्राम ठसकारणादर द्वारा लडाई झगडा करने व जान से मारने की धमकी देने बारे।
श्रीमान जी.
निवेदन यह है कि मै संदीप तुमार पुत्र श्री ओमप्रकाश निवासी ग्राम ठराका खादर तह0 रादौर जिला यमुनानगर का रहने वाला हूं। मैनें अपने घरेलू कार्य के लिये केडिट कार्ड बनवाया हुआ था जिसकी लिमिट 25000/- रू0 थी और इस कार्ड को मै पर्टोल पम्प पर भी स्वैप करता था लेन-देन ठीक होने के कारण मेरे कार्ड की लिमिट 2,80,000/- रू0 तक हो गई थी। उपरोक्त व्यक्ति कर्म सिंह मेरे पास आया और मेरे कार्ड की लिमिट बारे पुछने लगा मैनें इसको कहा मेरे कार्ड की लिमिट 2,80,000/- रू0 है उसके बाद यह मुझे कहने लगा मै इसकी लिमिट और भी बढवा सकता हूं। गांव का व्यक्ति होने के कारण मैने इसका विश्वास कर लिया और इसको अपना केडिट कार्ड दे दिया। अगले दिन मेरे पास मेरे मोबाईल पर केडिट कार्ड से पैसे निकलने बारे मैसज आया तो मैनें कर्म सिंह के पारा फोन किया तो इसने मुझे कहा मैने कुछ पैसे निकलवाये है। मुझे एहसास हुआ है कि कर्मसिंह मेरे से धोखादडी की नियत से मेरे केडिट कार्ड ले गया है इसने गांव में ऐसे ही काफी लोगों को साथ पोखादी की है जिस बारे तें व विनोद ने इसके खिलाफ दी हुई है। उसी रंजिस को लेकर आज दिनांक 10,02.2029 को सुबह 700 बजे मै गांव में ही खेडे पर गया हुजा था उपरोक्त व्यक्ति भी वही पर था और यह मुझे देखते ही मेरे साथ बतमीजी से पेश आया और गाली गलोच करके मारपीट करने लग गया और मुझे यह धमकी देने लगा जो शिकायत तुने मेरे खिलाफ की हुई है या तो उसको उठा ले नही तो मैं तुझे जान से मरवा दूंगा उसके बाद उपरोक्त व्यक्ति मेरे घर के बाहर गली में से जाते हुये मेरी पलि कुशम रानी को भी गन्दी गन्दी गालीयाँ देकर गया और गली में ही खडा होकर जाति सुचक शब्द बोलता रहा और मेरी पलि को कहने लगा जो शिकायत तेरे पति ने मेरे खिलाफ की हुई है उसको या तो वापिस उठवा ले नही तो मै तेरे पति को छोडंगा नही। उसके बाद मैने पुलिस हेल्पलाईन नं0. 112 पर फोन किया तो पुलिस की गाडी यहां पर आ गई और मेरे साथ बातचीत की और मौके पर मौजुदा सरपंच भी। आ गया और मौके पर सरपंच ने चौकीदार को उपरोक्त व्यक्ति को बलाने के लियेगया तो उपरोक्त व्यक्ति मौको पर..!!
लेकिन काफी दिनों तक जब उसने ऐसा नहीं किया तो फिर मैने उसके परिवार के सदस्य से बात की तो उसने मुझे विश्वास दिलाया कि वह उसके पैसे भी वापिस करवा देगा और उसका कार्ड भी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। लेकिन उक्त व्यक्ति ने उसके क्रेडिट कार्ड से 𝟐 लाख 𝟖𝟎 हजार रूपए खर्च कर दिए, जो ब्याज सहित अब 𝟑 लाख 𝟖 हजार रूपए बन चुके है। कई बार वह अपने पैसे व कार्ड उक्त व्यक्ति से मांग चुका है लेकिन वह ऐसा नहीं कर रहा है। उल्टा उसे ही आत्महत्या कर झूठे केस में फंसाने की धमकी दे रहा है। कई बार वह उसे व उसकी पत्नी को अपमानित भी कर चुका है और उन्हें जातिसूचक शब्द भी कहता है। मामले को लेकर वह कई बार शिकायत दे चुका है लेकिन उसकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
प्रदेश की
भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार को शिक्षा का स्तर गिरने या बढ़ने से कोई लेना देना नहीं
है. यह सरकार शिक्षा के ढांचे का बेड़ा गर्क करने पर
तुली है. इसलिए अध्यापकों व लेक्चरर की नियमित भर्ती
करने की बजाए उन्हें ठेके पर रखने की तैयारी में जुट गई है.