सफाई कर्मचारियों ने इस दौरान वेतन समय पर देने सहित कई मांगे रखी जिनका पार्षदों ने समर्थन किया..
वेतन न मिलने व कुछ सफाई कर्मचारियों को
हटा देने से खफा सफाई कर्मचारियों के धरने प्रदर्शन के बाद नपा प्रशासन की ओर से
ठेकेदार शिवकुमार को कार्यालय बुलाया गया। इस दौरान नपा पार्षद भी मौके पर पहुंचे। सफाई कर्मचारियों ने इस दौरान वेतन समय पर देने सहित कई मांगे
रखी जिनका पार्षदों ने समर्थन किया।
चेयरपर्सन प्रतिनिधि शालू मेहता, पार्षद दलीप सिंह रिंकू, राजन पासी, रविंद्र सैनी, अमनदीप छोटाबांस, महिंद्र पाल टीना, रोशनलाल सैनी, देवेंद्र लक्की, भगवतदयाल कटारिया ने बताया कि पिछले काफी समय से सफाई ठेकेदार की ओर से कर्मचारियों का वेतन समय पर न दिए जाने व ईपीएफ जमा न करवाने को लेकर समस्या आ रही थी। जब कर्मचारी इसकी मांग करते थे तो सफाई कर्मचारी को हटा दिया जाता था। इसी मांग को लेकर सफाई कर्मचारियों काम रोकते हुए धरना शुरू कर दिया था। जिसके बाद सुबह सफाई ठेकेदार शिवकुमार को कार्यालय बुलाया गया। कई मामलों को लेकर उससे पार्षदों की तीखी बहस भी हुई। जिस पर ठेकेदार ने अपनी गलती मानी और कर्मचारियों की मांगो को भी मान लिया। जिससे विवाद समाप्त हो गया।
सफाई कर्मचारियों के धरने के बाद ठेकेदार को कार्यालय बुलाया गया था। ठेकेदार ने सफाई कर्मचारियों का वेतन 7 तारिख से पहले उनके खाते में डालने, ईपीएफ व ईएसआई की सुविधा को सुचारू करने, झाडू उपलब्ध करवाने, पहचान पत्र जारी करने व जिन कर्मचारियों को हटाया गया था उन्हें वापिस काम पर रखने संबंधित मांगो को मान लिया है। जिससे कर्मचारी व पार्षद सहमत हो गए है। उम्मीद है कि भविष्य में इस प्रकार की समस्या नहीं आएगी।