𝐍𝐭𝐞𝐫𝐞𝐬𝐭 𝐫𝐚𝐭𝐞 𝐨𝐧 𝐞𝐦𝐩𝐥𝐨𝐲𝐞𝐞𝐬' 𝐩𝐫𝐨𝐯𝐢𝐝𝐞𝐧𝐭 𝐟𝐮𝐧𝐝 𝐝𝐞𝐩𝐨𝐬𝐢𝐭𝐬 𝐨𝐧 𝐒𝐚𝐭𝐮𝐫𝐝𝐚𝐲 𝐰𝐚𝐬 𝐩𝐫𝐨𝐩𝐨𝐬𝐞𝐝 𝐭𝐨 𝐛𝐞 𝐜𝐮𝐭 𝐭𝐨 𝐚 𝐟𝐨𝐮𝐫-𝐝𝐞𝐜𝐚𝐝𝐞 𝐥𝐨𝐰 𝐨𝐟 𝟖.𝟏 𝐩𝐞𝐫 𝐜𝐞𝐧𝐭 𝐟𝐨𝐫 𝐭𝐡𝐞 𝐜𝐮𝐫𝐫𝐞𝐧𝐭 𝟐𝟎𝟐𝟏-𝟐𝟐 𝐟𝐢𝐬𝐜𝐚𝐥 𝐟𝐫𝐨𝐦 𝟖.𝟓 𝐩𝐞𝐫 𝐜𝐞𝐧𝐭 𝐢𝐧 𝐭𝐡𝐞 𝐩𝐫𝐞𝐯𝐢𝐨𝐮𝐬 𝐲𝐞𝐚𝐫,
𝐓𝐡𝐞 𝐄𝐦𝐩𝐥𝐨𝐲𝐞𝐞𝐬 𝐏𝐫𝐨𝐯𝐢𝐝𝐞𝐧𝐭 𝐅𝐮𝐧𝐝 𝐎𝐫𝐠𝐚𝐧𝐢𝐬𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧'𝐬 (𝐄𝐏𝐅𝐎'𝐬) 𝐚𝐩𝐞𝐱 𝐝𝐞𝐜𝐢𝐬𝐢𝐨𝐧 𝐦𝐚𝐤𝐢𝐧𝐠 𝐛𝐨𝐝𝐲 𝐂𝐞𝐧𝐭𝐫𝐚𝐥 𝐁𝐨𝐚𝐫𝐝 𝐨𝐟 𝐓𝐫𝐮𝐬𝐭𝐞𝐞𝐬 𝐡𝐚𝐬 𝐝𝐞𝐜𝐢𝐝𝐞𝐝 𝐭𝐨 𝐩𝐫𝐨𝐯𝐢𝐝𝐞 𝟖.𝟏 𝐩𝐞𝐫 𝐜𝐞𝐧𝐭 𝐫𝐚𝐭𝐞 𝐨𝐟 𝐢𝐧𝐭𝐞𝐫𝐞𝐬𝐭 𝐨𝐧 𝐄𝐦𝐩𝐥𝐨𝐲𝐞𝐞𝐬 𝐏𝐫𝐨𝐯𝐢𝐝𝐞𝐧𝐭 𝐅𝐮𝐧𝐝 (𝐄𝐏𝐅) 𝐟𝐨𝐫 𝟐𝟎𝟐𝟏-𝟐𝟐 𝐢𝐧 𝐢𝐭𝐬 𝐦𝐞𝐞𝐭𝐢𝐧𝐠 𝐡𝐞𝐥𝐝 𝐨𝐧 𝐒𝐚𝐭𝐮𝐫𝐝𝐚𝐲 !
सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि चुनाव खत्म हुए एक हफ्ते भी
नहीं बीते और 6
करोड़ वेतनभोगियों को सरकार ने ‘होली
का तोहफा’ दे दिया है। PF की ब्याज दर घटा कर 8.1% करने का प्रस्ताव पारित कर
EPFO ने 40 सालों में सबसे कम ब्याज
दर देने का फैसला किया है। सरकार की यह ‘दोहरी
नीति’ इस महंगाई में कर्मचारियों
को ‘दोहरी मार’ दे रही है। दीपेन्द्र
हुड्डा ने आज रोहतक के महम, किलोई, कलानौर, रोहतक शहर हलकों में
कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि संघर्ष का बिगुल बज चुका
है, चुनाव में डेढ़-दो साल का
समय बाकी रह गया है। आप सभी का साथ और समर्थन लेकर हम इस संघर्ष को आगे बढ़ाएंगे और
गाड़ी को चौथे गियर में लाएंगे। जिन लोगों ने सत्ता के लिए जनता के साथ विश्वासघात
किया, उनका हिसाब-किताब भी
हरियाणा की जनता करेगी।
दीपेंद्र हुड्डा ने हरियाणा में पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग उठाते हुए कहा कि जब राजस्थान की गहलोत सरकार और छत्तीसगढ़ की बघेल सरकार पुरानी पेंशन बहाल कर सकती है तो हरियाणा सरकार क्यों नहीं कर सकती... उन्होंने सरकार से मांग करी कि पुरानी पेंशन योजना बहाल हो नहीं तो डेढ़ साल बाद जब उनकी सरकार आयेगी तो पुरानी पेंशन योजना बहाल की जायेगी। इसके अलावा, जलभराव व इससे होने वाले नुकसान के मुआवजे की समस्या पर बोलते हुए दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि यह समस्या अब विकराल रूप धारण कर चुकी है। सरकार प्राथमिकता के आधार पर इस परेशानी से स्थायी छुटकारा दिलाए नहीं तो जब भी सरकार बनाने का अवसर मिलेगा वो प्राथमिकता से जलभराव की समस्या का स्थायी समाधान करायेंगे। साथ ही किसान को जो भी नुकसान होगा उससे बढ़ाकर मुआवजा मिले ऐसा कानून लेकर आयेंगे ताकि किसान को एक रुपये का भी नुकसान न हो।
कहा कि आज महंगाई, बेरोजगारी, किसानों का शोषण, भर्तियों में भ्रष्टाचार, पेपर लीक, घोटाले, अपराध, नशे की समस्या से प्रदेश का हर नागरिक परेशान है... लोग भाजपा सरकार की गलत नीतियों और कुशासन से त्रस्त हो चुके हैं। प्रदेश में व्यापारी, कर्मचारी, किसान-मजदूर अपने अधिकारों के लिए सड़कों पर उतरने को मजबूर हो रहे है। प्रदेश की जनता का भाजपा सरकार से मोह भंग हो चुका है। यही कारण है कि आज प्रदेश की जनता हुड्डा सरकार का शासनकाल याद कर रही है। जनता का रुझान कांग्रेस पार्टी के प्रति दिखाई दे रहा है।
कहा कि किसी सरकार की नीति, नीयत औॅर काम को देखने समझने के लिये 8 साल का समय कम नहीं होता। उन्होंने सवाल किया कि 8 साल में इस सरकार ने हरियाणा के किसी कोने में कोई नयी परियोजना लायी हो, या किसी वर्ग के हित में कोई बड़ा फैसला किया हो,... कोई राहत का काम किया हो तो बताए। इस सरकार ने हरियाणा को आगे की बजाय पीछे ले जाने का काम किया है। हालत यह है कि 2014 से पहले जो हरियाणा प्रति व्यक्ति आय, प्रति व्यक्ति निवेश, खुशहाली और विकास में नंबर वन था, वो आज बेरोजगारी, अपराध, कर्ज और महंगाई में नंबर वन बन गया है। गठबंधन सरकार ने प्रदेश की व्यवस्था को इस कदर तहस-नहस कर दिया है कि हर वर्ग उससे परेशान है। आज आगनवाड़ी वर्कर, आशा वर्कर, कर्मचारी संगठन, कच्चे कर्मचारी, व्यापारी, किसान, पंचायत प्रतिनिधि, छँटनी ग्रस्त कर्मचारी समेत तमाम लोग आंदोलनरत हैं। कार्यकर्ताओं की बैठक में फसल की एमएसपी, फसल खराबे का मुआवजा नहीं मिलने, खाद-बीज की किल्लत, जलभराव, बिजली, पानी, सड़क, सीवरेज, सफाई, बढ़ते अपराध, नशे, भ्रष्टाचार समेत तमाम समस्याओं का जिक्र हुआ।