𝐒𝐮𝐫𝐣𝐞𝐰𝐚𝐥𝐚 𝐬𝐚𝐢𝐝 𝐭𝐡𝐚𝐭 𝐭𝐡𝐞 𝐁𝐉𝐏-𝐉𝐉𝐏 𝐠𝐨𝐯𝐞𝐫𝐧𝐦𝐞𝐧𝐭 𝐨𝐟 𝐇𝐚𝐫𝐲𝐚𝐧𝐚 𝐡𝐚𝐬 𝐬𝐞𝐭 𝐚 𝐝𝐢𝐬𝐠𝐫𝐚𝐜𝐞𝐟𝐮𝐥 𝐧𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧𝐚𝐥 𝐫𝐞𝐜𝐨𝐫𝐝 𝐟𝐨𝐫 𝐦𝐨𝐫𝐞 𝐭𝐡𝐚𝐧 𝐭𝐡𝐫𝐞𝐞 𝐝𝐨𝐳𝐞𝐧 𝐦𝐚𝐣𝐨𝐫 𝐞𝐱𝐚𝐦𝐢𝐧𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐥𝐞𝐚𝐤𝐬. 𝐈𝐧 𝐇𝐚𝐫𝐲𝐚𝐧𝐚, 𝐭𝐡𝐞 𝐟𝐫𝐞𝐪𝐮𝐞𝐧𝐭 𝐩𝐚𝐩𝐞𝐫 𝐥𝐞𝐚𝐤𝐬 𝐚𝐧𝐝 𝐭𝐡𝐞 𝐨𝐧𝐠𝐨𝐢𝐧𝐠 𝐭𝐫𝐞𝐧𝐝 𝐨𝐟 𝐨𝐩𝐞𝐧 𝐜𝐨𝐩𝐲𝐢𝐧𝐠 𝐡𝐚𝐬 𝐨𝐧𝐜𝐞 𝐚𝐠𝐚𝐢𝐧 𝐞𝐱𝐩𝐨𝐬𝐞𝐝 𝐭𝐡𝐞 𝐭𝐨𝐭𝐚𝐥 𝐢𝐧𝐜𝐨𝐦𝐩𝐞𝐭𝐞𝐧𝐜𝐞 𝐨𝐟 𝐭𝐡𝐞 𝐬𝐭𝐚𝐭𝐞 𝐠𝐨𝐯𝐞𝐫𝐧𝐦𝐞𝐧𝐭. 𝐔𝐧𝐝𝐞𝐫 𝐭𝐡𝐢𝐬 𝐠𝐨𝐯𝐞𝐫𝐧𝐦𝐞𝐧𝐭, 𝐇𝐚𝐫𝐲𝐚𝐧𝐚 𝐡𝐚𝐬 𝐛𝐞𝐜𝐨𝐦𝐞 𝐬𝐮𝐜𝐡 𝐚 𝐜𝐞𝐧𝐭𝐞𝐫 𝐨𝐟 𝐭𝐡𝐞 "𝐩𝐚𝐩𝐞𝐫 𝐥𝐞𝐚𝐤 𝐦𝐚𝐟𝐢𝐚" 𝐚𝐧𝐝 "𝐩𝐚𝐩𝐞𝐫 𝐬𝐞𝐥𝐥𝐢𝐧𝐠 𝐦𝐚𝐟𝐢𝐚", 𝐰𝐡𝐞𝐫𝐞 𝐭𝐡𝐞𝐫𝐞 𝐢𝐬 𝐧𝐨 𝐟𝐞𝐚𝐫 𝐨𝐟 𝐥𝐚𝐰 𝐚𝐦𝐨𝐧𝐠 𝐭𝐡𝐞 𝐩𝐚𝐩𝐞𝐫 𝐥𝐞𝐚𝐤 𝐦𝐚𝐟𝐢𝐚.
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Randeep Singh Surjewala |
चंडीगढ़।। चार दिन में तीन पेपर लीक होने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते
हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने
कहा है कि हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार प्रदेश के युवाओं के भविष्य से लगातार
खिलवाड़ कर रही है और इस युवा विरोधी सरकार ने प्रदेश को ‘‘पेपर लीक माफिया’’ का केंद्र बना दिया है।
कहा कि हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार ने तीन दर्जन से ज्यादा बड़ी परीक्षाओं में पेपर लीक करके एक शर्मनाक राष्ट्रीय रिकॉर्ड स्थापित किया है। हरियाणा में बार-बार पेपर लीक होने और खुलेआम नक़ल चलने से प्रदेश सरकार का नाकारापन एक बार फिर जगजाहिर हो गया है। इस सरकार में हरियाणा एक ऐसा ‘‘पेपर लीक माफिया’’ व ‘‘पेपर बेच माफिया’’ का केंद्र बन गया है, जहां पर पेपर लीक माफिया में कानून का कोई भय नहीं रह गया है।
सुरजेवाला ने कहा कि पिछले आठ सालों में लगातार लगभग चालीस पेपर ‘पेपर लीक माफिया’ व ‘पेपर बेच माफिया’ के माध्यम से लीक भी हुए और बेचे भी गए, लेकिन आज तक भाजपा-जजपा सरकार न तो इस माफिया का भंडाफोड़ कर पाई और न उस पर रोक लगा पाई एवं न ही उन्हें सजा दिलवा पाई, जिसके चलते पेपर लीक माफिया के हौसले दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। स्वाभाविक तौर से शक की सुई सत्ता में बैठे सफेदपोशों के प्रत्यक्ष या परोक्ष संरक्षण की ओर उठती है, लेकिन सरकार आँख मूंदकर उनका बचाव ही करती नजर आ रही है।
भाजपा-जजपा सरकार ने प्रदेश के युवाओं व शिक्षा पर चौतरफा वार किया है, एक तरफ जहाँ सरकारी स्कूलों में चालीस हज़ार से ज्यादा पद खाली पड़े हैं, दूसरी तरफ नियम 134 ए को ख़त्म करके हरियाणा के लाखों गरीब परिवारों से उनके बच्चों को अच्छे प्राइवेट स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करवाने का सपना तोड़ दिया है।
Surjewala said that
in the last eight years, about forty papers have been leaked and sold through
'Paper Leak Mafia' and 'Paper Selling Mafia', but till date neither the BJP-JJP
government has been able to bust this mafia, nor it could control this mafia
and it has failed to get them punished, as a result of which the paper leak
mafia have been getting emboldened day by day. Naturally, the needle of
suspicion points towards the direct or indirect protection of the white
collared people sitting in the corridors of power, but the government seems to
be protecting them blindly.
Surjewala said that the BJP-JJP government has launched an all-out assault on the youth and education of the state. On the one hand, more than forty thousand posts are lying vacant in government schools and on the other hand, by abolishing Rule 134A, the dreams of lakhs of poor families of Haryana of enrolling their children in good private schools for education have been shattered.
Surjewala said that 15,265 posts of PGTs (Post-Graduate Teachers), 18,236 of TGTs (Trained Graduate Teachers), 1,046 of Head Masters, 3,929 posts of JBTs and PRTs, 663 posts of Watchman, 579 of Gardner and 738 of Safai Karamcharis have been lying vacant in Haryana. He added, 53 percent posts of Block Education Officers are lying vacant in the state. Despite this, the Haryana government has withdrawn the recruitment of 4,574 TGT and PGT posts only last week.
उन्होंने बताया कि हरियाणा में पीजीटी (स्नातकोत्तर शिक्षक) के 𝟏𝟓,𝟐𝟔𝟓, टीजीटी (प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक) के 𝟏𝟖,𝟐𝟑𝟔, मुख्य अध्यापकों के 𝟏,𝟎𝟒𝟔, जेबीटी और पीआरटी के 𝟑,𝟗𝟐𝟗 पद, चौकीदार के 𝟔𝟔𝟑, माली के 𝟓𝟕𝟗 तथा सफाई कर्मचारियों के 𝟕𝟑𝟖 पद खाली हैं। राज्य में ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों के 𝟓𝟑 फीसदी पद खाली पड़े हैं। इसके बावजूद हरियाणा सरकार ने पिछले हफ्ते ही 𝟒,𝟓𝟕𝟒 टीजीटी और पीजीटी पदों की भर्ती को वापस ले लिया है।
सुरजेवाला ने कहा कि हरियाणा में हर दिन एक नया नौकरी घोटाला सामने आ रहा है और पेपर सरेआम बिक रहे हैं। कड़वा सच तो यह है कि न पर्ची, न खर्ची का वादा कर सत्ता में आए मनोहर लाल व दृष्यंत चौटाला ने हरियाणा के युवाओं के भविष्य को पेपर माफिया की ड्योढ़ी पर बेच दिया है, जहाँ अब गुण और दोष के आधार पर कोई लिखित परीक्षा या इंटरव्यू नहीं होता।