डायल 112 की टीम मदद कर पेश कर रही है मानवता की मिसाल
यमुनानगर | NEWS - पुलिस अधीक्षक मोहित हाण्डा ने पुलिस प्रवक्ता के माध्यम से बताया डायल 112 सेवा 12 जुलाई 2021 को शुरू हुई थी। 28 मई 2022 तक की बात करें तो 25754 कॉल रिसीव की गई। डायल 112 को कॉल रिसीव होने के तकरीबन 1 से 10 मिनट की अवधि में पहुंची। कुछ गाड़ी ट्रैफिक जाम होने की परिस्थिति में 10 से 20 मिनट के अंतराल में पहुंची। ऐसी कॉल की भी कमी नहीं है जहां गाड़ी मात्र 1 मिनट की अवधि में पहुंच गई।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि डायल-112 के कर्मचारियों को अत्याधुनिक हथियारों से लैस किया गया है। सभी का एरिया का बांटा गया है। सभी को आदेश दिए हैं कि उनके एरिया में जितने भी बैंक, एटीएम हैं वहां पर गश्त करें और समय-समय पर चेक करें। किसी भी तरह की वारदात न होने दें। जनता से भी अपील है कि अगर कहीं पर भी कोई संदिग्ध व्यक्ति नजर आए उसकी सूचना तुरंत पुलिस या डायल 112 को दें। ताकि पुलिस उसे पकड़ सके।सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मुख्यालय के दिशा निर्देश पर डायल 112 की टीम बेहतर काम कर रही है। गत वर्ष डायल-112 में बेहतर काम करने पर डीएसपी हेडक्वार्टर सुभाष चंद्र को मुख्य सचिव विजय वर्धन, डीजीपी प्रशांत अग्रवाल, एडीजीपी एएस चावला ने सम्मानित भी किया था। जहां से भी कॉल आती है डायल 112 की टीम तुरंत पहुंचती है। समय-समय पर वह खुद भी इसकी समीक्षा करते हैं। यमुनानगर को 32 गाड़ियां मिली थी। जोकि 12 जुलाई 2021 से शुरू हुई थी। यमुनानगर में हर चप्पे-चप्पे पर डायल-112 तैनात है। जब से ये गाडियां तैनात की गई हैं क्राइम भी कम हो रहा है। वहीं जनता को तुरंत रिस्पांस मिलता है। इससे पुलिस पर लोगों का भरोसा बढ़ा है। सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंचती है। हजारों की संख्या में कॉल अब तक आ चुकी है। उनका कहना है कि यमुनानगर पुलिस उच्चाधिकारियों के दिशा निर्देश पर काम करते हुए इस तरह से जनता का विश्वास जीतेगी और अपराधियों को पकड़ेगी। जनता को जागरूक होना होगा। अगर अपने आसपास कोई भी गलत काम होता मिले तो तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दें। डायल-112 पर कॉल कर पुलिस के साथ साथ फायर और एंबुलेंस को भी सूचना दे सकते हैं।
पुलिस अधीक्षक मोहित हाण्डा ने बताया कि डायल 112 पर कोई भी कॉल करके मदद ले सकता है। 112 डायल करके पुलिस, फायर, एंबुलेंस व जीवन सुरक्षा एजेंसियों की सेवा प्राप्त की जा सकती है। इतना ही नहीं 100 को अब 112 में बदल दिया गया है। लोग 100 नंबर की बजाय 112 पर कॉल करें। कम से कम समय में पुलिस सहायता प्रदान की जाएगी। बता दें भारत के अलावा विश्व के 80 देशों में आपात सेवा का नंबर 112 है। अब यह सेवा प्रदेश में भी शुरू हो गई है।