रादौर क्षेत्र डार्क जोन में है..
लगातार गिरते भूजल स्तर को रोकने के लिए सरकार की ओर से किसानों से लगातार परपंरागत खेती को छोड़कर अन्य फसलें लगाने की अपील की जा रही है। जिसके लिए कई प्रकार की योजनाए भी चलाई गई है। ताकि किसान ऐसी फसलों की ओर आकर्षित हो जिसमें पानी की खपत कम से कम हो। रादौर क्षेत्र डार्क जोन में है। ऐसे में यहां समस्या अधिक बढ़ जाती है।
लेकिन इसके बावजूद किसान धान की रोपाई करने में
जल्दबाजी दिखा रहे है। सरकार व प्रशासन के आदेशों को दरकिनार कर किसानों ने धान की
रोपाई शुरू कर दी है तो कुछ किसानों ने खेत तैयार कर तैयारियां शुरू कर दी है।
जिससे पहले से ही डार्क जोन में चल रहे रादौर क्षेत्र में गिरते भूजल स्तर की
समस्या और अधिक गंभीर हो सकती है।
किसान दे रहे यह तर्क
धान की रोपाई जल्द करने के पीछे किसानों की अपनी
समस्या है। किसान समय से पहले धान की रोपाई करने के पीछे तर्क दे रहे है कि इस बार
गर्मी अधिक है। ऐसे में धान की फसल में पानी की जरूरत अधिक होगी। अगर किसान एकदम
अपनी पूरी भूमि पर धान की फसल लगा देगें तो पानी की पूर्ति करना मुश्किल हो जाएगा।
जिससे उनकी फसल को नुकसान होगा। इसलिए किसान थोड़ा थोड़ा कर धान की रोपाई कर रहे
है। ताकि जब तक अगली फसल लगे तब तक अब लगाई गई धान की फसल में पानी की खपत कम हो
जाए।
खंड कृषि अधिकारी, डा. राकेश अग्रवाल का कहना है कि सूचना मिलने पर कुछ किसानों की पनीरी नष्ट करवाई गई थी। एक बार फिर विभाग की टीम क्षेत्र का दौरा करेगी और जो किसान नियमों के विपरीत धान की रोपाई कर रहे है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि प्रदेश में राजमार्गों पर भारी वाहनों की उल्लघनाओं को चैक करने के लिए व निरीक्षण अभियान को तेज करने हेतू जल्द ही उच्व्च अधिकारियों की बैठक बुलाई जाएगी. नशा करके वाहन चलाने वाले वाहन चालकों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी..