हरियाणा में चल रही है हरियाणवी विरोधी सरकार
Highlights
- प्रदेश में युवा सबसे ज्यादा बेरोज़गारी झेल रहे
- अन्य राज्यों के रिटायर्ड लोगों को नौकरी दे रही है सरकार
- बेरोजगारी की समस्या पर अंधी
- बहरी और गूंगी बनी बैठी है सरकार
- इस सरकार ने नहीं की भर्ती तो कांग्रेस सरकार बनने पर भरे जाएंगे खाली पड़े लाखों पद
चंडीगढ़, डिजिटल डेक्स।। बड़े दुर्भाग्य की बात है कि हरियाणा में हरियाणवी विरोधी सरकार चल रही है। हरियाणा के युवाओं को शिक्षा व रोजगार से वंचित रखना ही इस सरकार का मकसद है। ये कहना है पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा का। हुड्डा सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनामी (सीएमआईई) की ताजा रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया दे रहे थे।
इस रिपोर्ट के मुताबिक़ हरियाणा एक बार फिर बेरोजगारी में देश में टॉप पर है। पिछले महीने के मुकाबले जून में बेरोजगारी 𝟔% अधिक बढ़कर 𝟑𝟎.𝟔% हो गई है। यानी प्रदेश का हर तीसरा व्यक्ति बेरोजगार है। यह दर राष्ट्रीय बेरोजगारी से 𝟒 गुना ज्यादा है।
हुड्डा ने कहा कि चिंता बढ़ाने वाली बात यह भी है कि 𝟏𝟓 से 𝟏𝟗 साल के युवाओं में 𝟓𝟎% और 𝟐𝟎 से 𝟐𝟒 साल के युवाओं में बेरोजगारों की संख्या 𝟒𝟏% है। एक तरफ प्रदेश के युवा सबसे ज्यादा बेरोज़गारी झेल रहे हैं।
हरियाणा में शिक्षकों के करीब 𝟓𝟎,𝟎𝟎𝟎 पद खाली पड़े हैं, ढाई लाख से ज्यादा युवा 𝐇𝐓𝐄𝐓 पास कर नौकरी का इंतज़ार कर रहे हैं, दूसरी तरफ बीजेपी-जेजेपी सरकार हरियाणवियों को रोज़गार देने की बजाय उनका हक छीनकर अन्य राज्यों से रिटायर्ड लोगों को नौकरी देने की योजनाएं बना रही है।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सीधा सवाल किया कि अगर हरियाणा में निजी से लेकर सरकारी नौकरी अन्य राज्य के लोगों को मिलेगी तो हरियाणा के युवा कहाँ जायेंगे.? उन्होंने कहा कि इससे पहले भी सरकार ने हरियाणा के युवाओं का हक मारकर डोमिसाइल के लिए 𝟏𝟓 साल की शर्त को घटाकर 𝟓 साल कर दिया था जिसका सीधा नुकसान हरियाणवियों को हुआ है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आज अलग-अलग महकमों में लाखों पद खाली पड़े हुए हैं। सरकार को बिना देरी किए इन पदों के लिए भर्ती निकालनी चाहिए और भ्रष्टाचार, भर्ती घोटालों की वजह से लटकी पड़ी भर्तियों को भी फौरन पूरा करना चाहिए। नौकरी से निकाले गए पीटीआई, ड्राइंग टीचर, स्वास्थ्य कर्मियों व अन्य कर्मचारियों को वापस बहाल करना चाहिए।
हुड्डा ने कहा कि विपक्ष सड़क से लेकर सदन तक बेरोजगारी दूर करने के लिए सरकार को आगाह करता रहा है। लेकिन सरकार अंधी, बहरी और गूंगी बनी बैठी है। उसे न तो रिकॉर्डतोड़ बेरोजगारी नजर आती और न ही इस प्रदेश में बेकाबू होता जा रहा नशा व अपराध दिखाई देता है, न सड़कों पर उतरे युवाओं की गुहार सुनाई देती है और न ही वो बेरोज़गारी पर कोई जवाब देने के लिए सामने आती है।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अग्निवीर व कौशल निगम जैसी ठेका प्रथा पर भी कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि पक्की नौकरियों को खत्म कर सरकार पढ़े-लिखे योग्य युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर उन्हें कम वेतन में ठेके पर अस्थायी भर्ती करना चाहती है। कौशल निगम की कच्ची भर्तियों में भी जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है।
बेरोजगार युवाओं से कच्ची नौकरी के नाम पर लाखों की वसूली हो रही है। हुड्डा ने युवाओं से अपील करी कि वे बेरोजगारी से हताश या निराश न हों। प्रदेश से बीजेपी-जेजेपी की विदाई तय है। अगर मौजूदा सरकार खाली पड़े पदों पर भर्ती नहीं करती तो कांग्रेस सरकार बनने पर हरियाणवी युवाओं को आयु में छूट देकर तमाम खाली पदों को भरा जाएगा।
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू की सैंज घाटी में हुए सड़क हादसे पर हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने ट्वीट करते हुए..
हरियाणा में शिक्षकों के करीब 𝟓𝟎,𝟎𝟎𝟎 पद खाली पड़े हैं, ढाई लाख से ज्यादा युवा 𝐇𝐓𝐄𝐓 पास कर नौकरी का इंतज़ार कर रहे हैं, दूसरी तरफ बीजेपी-जेजेपी सरकार हरियाणवियों को रोज़गार देने की बजाय उनका हक छीनकर अन्य राज्यों से रिटायर्ड लोगों को नौकरी देने की योजनाएं बना रही है।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सीधा सवाल किया कि अगर हरियाणा में निजी से लेकर सरकारी नौकरी अन्य राज्य के लोगों को मिलेगी तो हरियाणा के युवा कहाँ जायेंगे.? उन्होंने कहा कि इससे पहले भी सरकार ने हरियाणा के युवाओं का हक मारकर डोमिसाइल के लिए 𝟏𝟓 साल की शर्त को घटाकर 𝟓 साल कर दिया था जिसका सीधा नुकसान हरियाणवियों को हुआ है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आज अलग-अलग महकमों में लाखों पद खाली पड़े हुए हैं। सरकार को बिना देरी किए इन पदों के लिए भर्ती निकालनी चाहिए और भ्रष्टाचार, भर्ती घोटालों की वजह से लटकी पड़ी भर्तियों को भी फौरन पूरा करना चाहिए। नौकरी से निकाले गए पीटीआई, ड्राइंग टीचर, स्वास्थ्य कर्मियों व अन्य कर्मचारियों को वापस बहाल करना चाहिए।
हुड्डा ने कहा कि विपक्ष सड़क से लेकर सदन तक बेरोजगारी दूर करने के लिए सरकार को आगाह करता रहा है। लेकिन सरकार अंधी, बहरी और गूंगी बनी बैठी है। उसे न तो रिकॉर्डतोड़ बेरोजगारी नजर आती और न ही इस प्रदेश में बेकाबू होता जा रहा नशा व अपराध दिखाई देता है, न सड़कों पर उतरे युवाओं की गुहार सुनाई देती है और न ही वो बेरोज़गारी पर कोई जवाब देने के लिए सामने आती है।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अग्निवीर व कौशल निगम जैसी ठेका प्रथा पर भी कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि पक्की नौकरियों को खत्म कर सरकार पढ़े-लिखे योग्य युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर उन्हें कम वेतन में ठेके पर अस्थायी भर्ती करना चाहती है। कौशल निगम की कच्ची भर्तियों में भी जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है।
बेरोजगार युवाओं से कच्ची नौकरी के नाम पर लाखों की वसूली हो रही है। हुड्डा ने युवाओं से अपील करी कि वे बेरोजगारी से हताश या निराश न हों। प्रदेश से बीजेपी-जेजेपी की विदाई तय है। अगर मौजूदा सरकार खाली पड़े पदों पर भर्ती नहीं करती तो कांग्रेस सरकार बनने पर हरियाणवी युवाओं को आयु में छूट देकर तमाम खाली पदों को भरा जाएगा।
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