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Chandigarh- एमबीबीएस की फीस बढ़ोत्तरी का फैसला वापिस ले सरकार: हुड्डा


𝐅𝐨𝐫𝐦𝐞𝐫 𝐂𝐡𝐢𝐞𝐟 𝐌𝐢𝐧𝐢𝐬𝐭𝐞𝐫 𝐚𝐧𝐝 𝐋𝐞𝐚𝐝𝐞𝐫 𝐨𝐟 𝐎𝐩𝐩𝐨𝐬𝐢𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐁𝐡𝐮𝐩𝐢𝐧𝐝𝐞𝐫 𝐒𝐢𝐧𝐠𝐡 𝐇𝐨𝐨𝐝𝐚 𝐡𝐚𝐬 𝐝𝐞𝐦𝐚𝐧𝐝𝐞𝐝 𝐰𝐢𝐭𝐡𝐝𝐫𝐚𝐰𝐚𝐥 𝐨𝐟 𝐬𝐭𝐚𝐭𝐞 𝐠𝐨𝐯𝐞𝐫𝐧𝐦𝐞𝐧𝐭’𝐬 𝐝𝐞𝐜𝐢𝐬𝐢𝐨𝐧 𝐭𝐨 𝐡𝐢𝐤𝐞 𝐌𝐁𝐁𝐒 𝐟𝐞𝐞𝐬. 𝐇𝐨𝐨𝐝𝐚 𝐬𝐚𝐢𝐝 𝐭𝐡𝐞 𝐠𝐨𝐯𝐞𝐫𝐧𝐦𝐞𝐧𝐭 𝐰𝐚𝐧𝐭𝐬 𝐭𝐨 𝐝𝐞𝐧𝐲 𝐦𝐞𝐝𝐢𝐜𝐚𝐥 𝐞𝐝𝐮𝐜𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐭𝐨 𝐭𝐡𝐞 𝐜𝐡𝐢𝐥𝐝𝐫𝐞𝐧 𝐨𝐟 𝐩𝐨𝐨𝐫 𝐚𝐧𝐝 𝐦𝐢𝐝𝐝𝐥𝐞-𝐜𝐥𝐚𝐬𝐬 𝐟𝐚𝐦𝐢𝐥𝐢𝐞𝐬.



चंडीगढ़, डिजिटल डेक्स।। पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रदेश सरकार द्वारा एमबीबीएस की फीस में बढ़ोतरी के फैसले को वापस लेने की मांग उठाई है। हुड्डा का कहना है कि सरकार गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के बच्चों को मेडिकल शिक्षा से वंचित करना चाहती है।

इसलिए कभी उनके ऊपर 40 लाख के बॉन्ड की शर्त थोप दी जाती है तो कभी फीस को 50 हजार से बढ़ाकर सीधा 10 लाख कर दिया जाता है। लगातार विद्यार्थी इसका विरोध कर रहे हैं। विपक्ष ने भी सड़क से लेकर विधानसभा तक में इस मुद्दे को उठाया है। लेकिन, प्रदेश सरकार विद्यार्थियों की मांगे मानने के लिए तैयार नहीं है।

“The government sometimes puts a condition of bond of 40 lakhs and sometimes the fee is increased from Rs 50,000 to Rs 10 lakhs directly. Students are continuously opposing it. The opposition has also raised this issue from the road to the assembly, but the state government is not ready to accept the demands of the students,” the former Chief Minister said.

सीईटी परीक्षा केंद्र दूर-दूर देकर बेरोजगार युवाओं को प्रताड़ित कर रही है सरकार

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सीईटी के परीक्षा केंद्र दूर-दूर दिए जाने पर भी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने विपक्ष ने जब विधानसभा में इस मुद्दे को उठाया था तो सरकार ने खुद गृह जिले या साथ लगते जिले में परीक्षाएं करवाने की हामी भरी थी। 

लेकिन एकबार फिर अपने वादे से मुकरते हुए सरकार ने बेरोजगार युवाओं को प्रताड़ित करने का काम किया है। फ्री बस सेवा के रजिस्ट्रेशन को लेकर भी हर जगह हजारों युवाओं की भीड़ उमड़ रही है। जिस समय विद्यार्थियों को परीक्षा की तैयारी करनी थी, वह समय उन्हें लंबी-लंबी कतारों में बर्बाद करना पड़ रहा है।

हुड्डा ने कहा कि इस सरकार के पास युवाओं को राहत देने का कोई रोडमैप नहीं है। बल्कि सरकार का हर फैसला युवाओं की परेशानी बढ़ाने वाला साबित होता है।

अपनी नाकामी छिपाने के लिए पराली व किसानों पर ठीकरा फोड़ रही है सरकार

दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण और को लेकर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि इसके लिए सिर्फ पराली और किसानों को जिम्मेदार ठहराना सही नहीं है। प्रदूषण बढ़ाने में सबसे बड़ा योगदान फैक्ट्रियों, वाहनों और अन्य कारकों का होता है। दिल्ली, हरियाणा और पंजाब की सरकारें अपनी जिम्मेदारी निभाने में नाकाम हैं। अपनी नाकामी को छिपाने के लिए किसानों के सिर पर ठीकरा फोड़ा जा रहा है।

हर सीजन में सरकार किसानों को पराली की खरीद और उसके निपटान का वादा करती है। लेकिन इसको अमलीजामा नहीं पहनाया जाता। कुछ जगह मजबूरी में या फिर दुर्घटनावश पराली में आग लग जाती है। लेकिन इसके लिए किसानों से जुर्माने के नाम पर करोड़ों रुपये की वसूली हो रही है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। किसानों पर जुर्माना थोपने की बजाए सरकार को समस्या का स्थाई समाधान निकालना चाहिए।

आदमपुर उपचुनाव में पूरे दमखम के साथ लड़ी कांग्रेस, पार्टी उम्मीदवार जेपी की होगी जीत

अपने बयान में हुड्डा ने आदमपुर उपचुनाव को लेकर भी प्रतिक्रिया दी और उन्होंने कांग्रेस की जीत का दावा किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पूरे दमखम और मुद्दों के आधार पर चुनाव लड़ा। पार्टी उम्मीदवार जयप्रकाश जेपी को समाज के हर तबके और 36 बिरादरी का समर्थन हासिल हुआ। यहीं वजह है कि अबतक हुए 2 उपचुनावों की तरह इसबार भी बीजेपी हारने जा रही है।

In his statement, Hooda also reacted to the Adampur bypoll and claimed victory for the Congress. He said the Congress fought the elections with its f full strength and issues. “Party candidate Jayaprakash JP got the support of every section of the society. This is the reason that like the two by-elections held so far, BJP is going to lose this time too,” he said.


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