पूर्व राज्यमंत्री कर्णदेव कांबोज ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की, कार्यक्रम में भाजपा कार्यकर्ताओं की ओर से पोषण किट के लिए गोद लिए गए 85 टीबी रोगियों को किटे वितरित की और उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की
रादौर, डिजिटल डेक्स।। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में निक्षय मित्र योजना के अंतगर्त टीबी उन्मूलन के लिए जन भागीदारी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें पूर्व राज्यमंत्री कर्णदेव कांबोज ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। कार्यक्रम में भाजपा कार्यकर्ताओं की ओर से पोषण किट के लिए गोद लिए गए 85 टीबी रोगियों को किटे वितरित की और उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रवर चिकित्सा अधिकारी डा. विजय परमार ने की। जबकि मंच का संचालन डा. पल्लवी ने किया। कार्यक्रम के तहत उपस्थित लोगों को संविधान दिवस के अवसर पर संविधान शपथ भी दिलवाई गई।
इस अवसर पर कर्णदेव कांबोज ने कहा कि भाजपा ने हमेशा राजनीति को सेवा कार्य के तौर पर लिया है। कुछ दिनों पहले चिकित्सा विभाग की ओर से डा. विजय परमार के माध्यम से उनकी जानकारी में आया था कि टीबी रोगियों को हर माह पोषण आहार भी जरूरत होती है। जिसका खर्च करीब 500 रूपए प्रतिमाह है। अगर यह पोषण आहार उन्हें रूटीन में मिलता रहे तो वह जल्द से जल्द स्वस्थ हो सकते है।
जिस पर उन्होनें रादौर सामुदायिक केंद्र से जुडे 85 टीबी रोगियों को पोषण आहार किट हर माह उपलब्ध करवाने के लिए गोद लिया। जिसमें भाजपा कार्यकर्ताओं ने सहमति जताई और इस कार्य को आज पूर्ण किया है। क्योंकि पार्टी का उद्देश्य लोगों की सेवा करना है फिर उसका माध्यम चाहे राजनीति हो या फिर समाजसेवा का कोई भी कार्य। पार्टी का प्रत्येक कार्यकर्ता इसके लिए हमेशा तत्पर रहता है।
उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से आयुष्मान योजना के माध्यम से गरीब परिवार के लोगों को बिमारी पर होने वाले खर्च से मुक्ति दिलाने का कार्य किया जा रहा है। जिससे अब प्रदेश के करीब 28 लाख से अधिक परिवार लाभांवित होगें। सरकार की यह योजना प्रदेश की राजनीति में एक नया आयाम साबित करेगी। जिसका लाभ प्रत्येक वर्ग के लोगों को मिलेगा।
इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष हैप्पी खेड़ी, हरपाल मारूपुर, सुशील बत्तरा, पृथ्वीसिंह भागूमाजरा, भगवत दयाल कटारिया, पम्मी खेड़की, सतीश धौलरा, सुरेंद्र टोपर, अशोक गुंबर, डा. बिमल गर्ग, मास्टर घनश्याम, मंगतराम बठला, अमित कांजनू, सोहन सढूरा, रोहित बापौली, मा. गुरचरण सिंह इत्यादि मौजूद रहे।
ये भी
पढ़ें..