शिक्षा मंत्री बोले- आने वाले 6 महीनों में जितने सरपंच आज इसका विरोध कर रहे हैं, ये ही लोग सरकार के पक्ष में होंगे और सरकार के इस फैसले का स्वागत और समर्थन करेंगे !
यमुनानगर, डिजिटल डेक्स।। ई-टेंडरिंग योजना सरकार के लिए गले की फांस बनती जा रही है। ई-टेंडरिंग के विरोध में प्रदेशभर के सरपंच विरोध पर उतर आए हैं। ई-टेंडरिंग के विरोध कर रहे सरपंचों ने प्रदेशभर के विकास एवं पंचायत कार्यालयों की तालाबंदी कर रोष प्रदर्शन किया। ऐसे में हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली के समर्थन में खड़े नजर आए।
Haryana Education Minister, Kanwarpal Gurjar
हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर पंचायत मंत्री के सपोर्ट में खड़े नजर आए। उन्होंने कहा कि 20 लाख तक का विकास कार्य सरपंच द्वारा ही करवाया जाएगा इसके लिए मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों को छूट दे रखी है लेकिन 2 लाख से अधिक का कार्य ट्रेडिंग के माध्यम से होगा। आने वाले समय में जो सरपंच इसका विरोध कर रहे हैं वह सरकार का समर्थन करेंगे।
हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर पंचायत मंत्री के सपोर्ट में खड़े नजर आए। उन्होंने कहा कि 20 लाख तक का विकास कार्य सरपंच द्वारा ही करवाया जाएगा इसके लिए मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों को छूट दे रखी है लेकिन 2 लाख से अधिक का कार्य ट्रेडिंग के माध्यम से होगा। आने वाले समय में जो सरपंच इसका विरोध कर रहे हैं वह सरकार का समर्थन करेंगे।
कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि जितना फायदा भाजपा सरकार दे रही है उतना आज तक किसी भी सरकार ने नहीं दिया। उन्होंने कहा कि 20 लाख तक के काम सरपंच द्वारा ही करवाए जाएंगे। 10 करोड़ तक का विकास का कार्य नगर निगम व नगर पालिका करेगा। ऐसी छूट मुख्यमंत्री ने दी हुई है।
उन्होंने कहा कि ऑनलाइन टेंडर का विरोध सरपंच कर रहे है लेकिन शायद सरपंचों को जानकारी का अभाव है। इस वजह से यह विरोध किया जा रहा है। ई-ट्रेंडिंग होने से भी गांव का विकास कार्य सरपंच द्वारा ही करवाया जायेगा।
मंत्री ने कहा कि आने वाले 6 महीनों में जितने सरपंच आज इसका विरोध कर रहे हैं, ये ही लोग सरकार के पक्ष में होंगे और सरकार के इस फैसले का स्वागत और समर्थन करेंगे।
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