𝐀𝐧𝐭𝐢-𝐂𝐨𝐫𝐫𝐮𝐩𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐁𝐮𝐫𝐞𝐚𝐮, 𝐇𝐚𝐫𝐲𝐚𝐧𝐚, 𝐰𝐡𝐢𝐜𝐡 𝐢𝐬 𝐜𝐨𝐧𝐭𝐢𝐧𝐮𝐨𝐮𝐬𝐥𝐲 𝐭𝐚𝐤𝐢𝐧𝐠 𝐜𝐨𝐧𝐜𝐫𝐞𝐭𝐞 𝐚𝐜𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐢𝐧 𝐜𝐚𝐬𝐞𝐬 𝐨𝐟 𝐜𝐨𝐫𝐫𝐮𝐩𝐭𝐢𝐨𝐧, 𝐡𝐚𝐬 𝐚𝐫𝐫𝐞𝐬𝐭𝐞𝐝 𝐟𝐢𝐯𝐞 𝐚𝐜𝐜𝐮𝐬𝐞𝐝 𝐨𝐟 𝐚𝐜𝐜𝐞𝐩𝐭𝐢𝐧𝐠 𝐑𝐬 𝟔𝟓,𝟎𝟎𝟎 𝐛𝐫𝐢𝐛𝐞 𝐢𝐧𝐜𝐥𝐮𝐝𝐢𝐧𝐠 𝐚𝐧 𝐀𝐬𝐬𝐢𝐬𝐭𝐚𝐧𝐭 𝐌𝐚𝐧𝐚𝐠𝐞𝐫 𝐨𝐟 𝐆𝐮𝐫𝐮𝐠𝐫𝐚𝐦 𝐌𝐞𝐭𝐫𝐨𝐩𝐨𝐥𝐢𝐭𝐚𝐧 𝐃𝐞𝐯𝐞𝐥𝐨𝐩𝐦𝐞𝐧𝐭 𝐀𝐮𝐭𝐡𝐨𝐫𝐢𝐭𝐲 (𝐆𝐌𝐃𝐀), 𝐚𝐧 𝐈𝐧𝐬𝐩𝐞𝐜𝐭𝐨𝐫 𝐨𝐟 𝐂𝐨𝐨𝐩𝐞𝐫𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐃𝐞𝐩𝐚𝐫𝐭𝐦𝐞𝐧𝐭, 𝐭𝐰𝐨 𝐞𝐦𝐩𝐥𝐨𝐲𝐞𝐞𝐬 𝐨𝐟 𝐅𝐨𝐨𝐝, 𝐂𝐢𝐯𝐢𝐥 𝐒𝐮𝐩𝐩𝐥𝐢𝐞𝐬 𝐚𝐧𝐝 𝐂𝐨𝐧𝐬𝐮𝐦𝐞𝐫 𝐀𝐟𝐟𝐚𝐢𝐫𝐬 𝐃𝐞𝐩𝐚𝐫𝐭𝐦𝐞𝐧𝐭 𝐚𝐧𝐝 𝐚 𝐩𝐫𝐢𝐯𝐚𝐭𝐞 𝐢𝐧𝐝𝐢𝐯𝐢𝐝𝐮𝐚𝐥. 𝐀𝐥𝐥 𝐭𝐡𝐞 𝐚𝐜𝐜𝐮𝐬𝐞𝐝 𝐡𝐚𝐯𝐞 𝐛𝐞𝐞𝐧 𝐚𝐫𝐫𝐞𝐬𝐭𝐞𝐝 𝐟𝐫𝐨𝐦 𝐆𝐮𝐫𝐮𝐠𝐫𝐚𝐦, 𝐅𝐚𝐫𝐢𝐝𝐚𝐛𝐚𝐝 𝐚𝐧𝐝 𝐘𝐚𝐦𝐮𝐧𝐚𝐧𝐚𝐠𝐚𝐫 𝐝𝐢𝐬𝐭𝐫𝐢𝐜𝐭𝐬.
चंडीगढ़, डिजिटल डेक्स।। भ्रष्टाचार के मामलो में लगातार ठोस कार्रवाई कर रही एंटी करप्शन ब्यूरो, हरियाणा की टीम ने गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) के एक असिस्टेंट मैनेजर, सहकारिता विभाग के इंस्पेक्टर व खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के दो कर्मचारियों समेत कुल पांच आरोपियों को 𝟔𝟓,𝟎𝟎𝟎 रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। भ्रष्टाचार के सभी आरोपियों को जिला गुरुग्राम, फरीदाबाद और यमुनानगर से काबू किया गया है।
GMDA’s Asstt. Manager, Coop Inspector among five held in bribery cases in Haryana
एंटी करप्शन ब्यूरो के प्रवक्ता ने आज यहां जानकारी देते हुए बताया कि पहले मामले में ब्यूरो की टीम ने गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण के बागवानी विंग में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर तैनात गजराज सिंह को 𝟓,𝟎𝟎𝟎 रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है।उसने सेक्टर 𝟗𝟎 इलाके में एक शाॅप चलाने वाले शिकायतकर्ता उस्मान को बिना किसी रूकावट के दुकान के संचालन के लिए हर महीने के हिसाब से 𝟓,𝟎𝟎𝟎 रुपये देने की मांग की थी। इस बात की शिकायत एसीबी में की गई जिसमें टीम बनाकर मौके पर रेड करते हुए आरोपी को 𝟓𝟎𝟎𝟎 रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया।
40,000 लेते सहकारी इंस्पेक्टर व निजी व्यक्ति काबू
दूसरे मामले में, एसीबी की टीम ने शिकायत मिलने के बाद फरीदाबाद में तैनात सहकारिता विभाग के इंस्पेक्टर मुकेश कुमार तथा ग्रुप हाउसिंग कोआपरेटिव सोसायटी के अकांउटेंट (एक निजी व्यक्ति) को शिकायतकर्ता से 𝟒𝟎,𝟎𝟎𝟎 रुपये लेते पकड़ा है।
40,000 लेते सहकारी इंस्पेक्टर व निजी व्यक्ति काबू
दूसरे मामले में, एसीबी की टीम ने शिकायत मिलने के बाद फरीदाबाद में तैनात सहकारिता विभाग के इंस्पेक्टर मुकेश कुमार तथा ग्रुप हाउसिंग कोआपरेटिव सोसायटी के अकांउटेंट (एक निजी व्यक्ति) को शिकायतकर्ता से 𝟒𝟎,𝟎𝟎𝟎 रुपये लेते पकड़ा है।
आरोपी कोआपरेटिव सोसायटी में पिछले खरीदार से फ्लैट का स्वामित्व नाम बदलने के एवज में शिकायतकर्ता से रिश्वत की मांग कर रहे थे। शिकायत मिलने के बाद एसीबी ने तथ्यों की जांच के बाद जाल बिछाकर इंस्पेक्टर मुकेश कुमार सहित निजी व्यक्ति अमित कुमार को 𝟒𝟎,𝟎𝟎𝟎 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
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20,000 लेते ऐसे धरे गये डीएफएससी के अकाउंटेंट और क्लर्क
रिश्वतखोरी के अन्य मामले में कार्रवाई करते हुए यमुनानगर में खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के अकाउंटेंट और क्लर्क को 𝟐𝟎,𝟎𝟎𝟎 रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। एक डिपो होल्डर का कमीशन जारी करने की एवज में आरोपी रिश्वत मांग रहे थे।
गुलाब सिंह ने एसीबी को दी शिकायत में बताया कि उसकी पत्नी के नाम पर गांव में राशन डिपो है। यमुनानगर जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक कार्यालय का अकाउंटेंट विकास चंद उनसे राशन डिपो का बकाया कमीशन दिए जाने की एवज में 𝟐𝟎,𝟎𝟎𝟎 रुपए की मांग कर रहा है।
20,000 लेते ऐसे धरे गये डीएफएससी के अकाउंटेंट और क्लर्क
रिश्वतखोरी के अन्य मामले में कार्रवाई करते हुए यमुनानगर में खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के अकाउंटेंट और क्लर्क को 𝟐𝟎,𝟎𝟎𝟎 रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। एक डिपो होल्डर का कमीशन जारी करने की एवज में आरोपी रिश्वत मांग रहे थे।
गुलाब सिंह ने एसीबी को दी शिकायत में बताया कि उसकी पत्नी के नाम पर गांव में राशन डिपो है। यमुनानगर जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक कार्यालय का अकाउंटेंट विकास चंद उनसे राशन डिपो का बकाया कमीशन दिए जाने की एवज में 𝟐𝟎,𝟎𝟎𝟎 रुपए की मांग कर रहा है।
इसके बाद ब्यूरो टीम द्वारा आरोपी को 𝟐𝟎 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। रिकॉर्डिंग व आरोपी विकास के बयान के आधार पर वर्तमान में कानफेड कार्यालय में अस्थाई रूप से अटैच आजाद क्लर्क को भी गिरफ्तार किया गया।
आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।
आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।