𝐓𝐡𝐞 𝐂𝐡𝐢𝐞𝐟 𝐌𝐢𝐧𝐢𝐬𝐭𝐞𝐫 𝐢𝐧𝐟𝐨𝐫𝐦𝐞𝐝 𝐭𝐡𝐚𝐭 𝐩𝐫𝐞𝐬𝐞𝐧𝐭𝐥𝐲 𝟑𝟖𝟒 𝐬𝐞𝐫𝐯𝐢𝐜𝐞𝐬 𝐨𝐟 𝟑𝟑 𝐝𝐞𝐩𝐚𝐫𝐭𝐦𝐞𝐧𝐭𝐬 𝐡𝐚𝐯𝐞 𝐛𝐞𝐞𝐧 𝐨𝐧 𝐛𝐨𝐚𝐫𝐝𝐞𝐝 𝐨𝐧 𝐀𝐀𝐒. 𝐅𝐨𝐫 𝐭𝐡𝐢𝐬, 𝐭𝐡𝐞 𝐨𝐟𝐟𝐢𝐜𝐞𝐫𝐬 𝐨𝐟 𝐭𝐡𝐞 𝐑𝐢𝐠𝐡𝐭 𝐭𝐨 𝐒𝐞𝐫𝐯𝐢𝐜𝐞 𝐂𝐨𝐦𝐦𝐢𝐬𝐬𝐢𝐨𝐧 𝐝𝐞𝐬𝐞𝐫𝐯𝐞 𝐚𝐩𝐩𝐫𝐞𝐜𝐢𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧. 𝐇𝐞 𝐬𝐚𝐢𝐝 𝐭𝐡𝐚𝐭 𝐝𝐮𝐞 𝐭𝐨 𝐭𝐡𝐞 𝐢𝐦𝐩𝐥𝐞𝐦𝐞𝐧𝐭𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐨𝐟 𝐀𝐀𝐒, 𝐚𝐧 𝐚𝐮𝐭𝐨𝐦𝐚𝐭𝐢𝐜 𝐚𝐩𝐩𝐞𝐚𝐥 𝐢𝐬 𝐦𝐚𝐝𝐞 𝐨𝐧 𝐛𝐞𝐡𝐚𝐥𝐟 𝐨𝐟 𝐭𝐡𝐞 𝐜𝐢𝐭𝐢𝐳𝐞𝐧 𝐭𝐨 𝐭𝐡𝐞 𝐅𝐢𝐫𝐬𝐭 𝐆𝐫𝐢𝐞𝐯𝐚𝐧𝐜𝐞 𝐑𝐞𝐝𝐫𝐞𝐬𝐬𝐚𝐥 𝐀𝐮𝐭𝐡𝐨𝐫𝐢𝐭𝐲 𝐢𝐟 𝐭𝐡𝐞 𝐬𝐞𝐫𝐯𝐢𝐜𝐞 𝐢𝐬 𝐧𝐨𝐭 𝐩𝐫𝐨𝐯𝐢𝐝𝐞𝐝 𝐨𝐧 𝐭𝐢𝐦𝐞. 𝐈𝐟 𝐭𝐡𝐞 𝐅𝐢𝐫𝐬𝐭 𝐆𝐫𝐢𝐞𝐯𝐚𝐧𝐜𝐞 𝐑𝐞𝐝𝐫𝐞𝐬𝐬𝐚𝐥 𝐀𝐮𝐭𝐡𝐨𝐫𝐢𝐭𝐲 𝐝𝐨𝐞𝐬 𝐧𝐨𝐭 𝐝𝐢𝐬𝐩𝐨𝐬𝐞 𝐨𝐟 𝐭𝐡𝐞 𝐚𝐩𝐩𝐞𝐚𝐥 𝐰𝐢𝐭𝐡𝐢𝐧 𝟑𝟎 𝐰𝐨𝐫𝐤𝐢𝐧𝐠 𝐝𝐚𝐲𝐬, 𝐭𝐡𝐞 𝐚𝐩𝐩𝐞𝐚𝐥 𝐚𝐮𝐭𝐨𝐦𝐚𝐭𝐢𝐜𝐚𝐥𝐥𝐲 𝐠𝐨𝐞𝐬 𝐭𝐨 𝐭𝐡𝐞 𝐒𝐞𝐜𝐨𝐧𝐝 𝐆𝐫𝐢𝐞𝐯𝐚𝐧𝐜𝐞 𝐑𝐞𝐝𝐫𝐞𝐬𝐬𝐚𝐥 𝐀𝐮𝐭𝐡𝐨𝐫𝐢𝐭𝐲. 𝐒𝐢𝐦𝐢𝐥𝐚𝐫𝐥𝐲, 𝐢𝐟 𝐭𝐡𝐞 𝐚𝐩𝐩𝐞𝐚𝐥 𝐢𝐬 𝐧𝐨𝐭 𝐝𝐢𝐬𝐩𝐨𝐬𝐞𝐝 𝐨𝐟 𝐰𝐢𝐭𝐡𝐢𝐧 𝟑𝟎 𝐰𝐨𝐫𝐤𝐢𝐧𝐠 𝐝𝐚𝐲𝐬, 𝐭𝐡𝐞 𝐚𝐩𝐩𝐞𝐚𝐥 𝐚𝐮𝐭𝐨𝐦𝐚𝐭𝐢𝐜𝐚𝐥𝐥𝐲 𝐢𝐬 𝐟𝐨𝐫𝐰𝐚𝐫𝐝𝐞𝐝 𝐭𝐨 𝐭𝐡𝐞 𝐑𝐢𝐠𝐡𝐭 𝐭𝐨 𝐒𝐞𝐫𝐯𝐢𝐜𝐞 𝐂𝐨𝐦𝐦𝐢𝐬𝐬𝐢𝐨𝐧,
No need to make rounds of government offices, work is being done transparently, Beneficiaries
मुख्यमंत्री आज ऑडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ऑटो अपील सॉफ्टवेयर (आस) के लाभार्थियों से सीधा संवाद कर रहे थे।इस दौरान लाभार्थियों ने मुख्यमंत्री का धन्यवाद व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने अब उन्हें किसी भी सरकारी सेवा लेने के लिए दफ्तरों के बार बार चक्कर नहीं काटने पड़ते हैं। आस शुरू होने से काम पारदर्शिता के साथ होने लगे हैं और वहीं अधिकारियों की भी जवाबदेही सुनिश्चित होने से तय समय सीमा में ही लोगों को सेवाएं मिल रही हैं। इसके लिए हरियाणा सरकार का बहुत बहुत आभार।
आस पर 33 विभागों की 384 सेवाएं ऑनबोर्ड
मनोहर लाल ने कहा कि प्रशासन की जनता के प्रति जवाबदेही तय करने, जनता को सेवा प्रदायगी सुनिश्चित करने, कागजी कारवाई को कम से कम करने और लिटिगेशन कम करने के लिए राज्य सरकार ने 1 सितम्बर, 2021 को ऑटो अपील सिस्टम की शुरुआत की थी। इस सिस्टम पर 33 विभागों की 384 सेवाएं ऑनबोर्ड की जा चुकी हैं। इसके लिए, सेवा का अधिकार आयोग के अधिकारी सराहना के पात्र हैं।
उन्होंने कहा कि आस के लागू होने से समय पर सेवा न मिलने पर नागरिक की ओर से प्रथम शिकायत निवारण प्राधिकारी को एक स्वचालित अपील की जाती है। यदि प्रथम शिकायत निवारण प्राधिकारी 30 कार्य दिवसों के भीतर अपील का निपटान नहीं करता है, तो अपील स्वचालित रूप से द्वितीय शिकायत निवारण प्राधिकारी के पास चली जाती है। इसी तरह, यदि वह भी 30 कार्य दिवसों के भीतर अपील का निपटान नहीं करता है, तो अपील स्वचालित रूप से सेवा का अधिकार आयोग के पास जाती है।
आस पर 6,54,799 अपीलें हुई दायर, 6,10,145 अपीलों का किया जा चुका निपटान
मुख्यमंत्री ने कहा कि सेवा का अधिकार आयोग के द्वारा ऑटो अपील सॉफ्टवेयर की नियमित मानिटरिंग की जाती है। आस के अंतर्गत 𝟓 सितम्बर, 𝟐𝟎𝟐𝟏 से 𝟏𝟕 मार्च, 𝟐𝟎𝟐𝟑 तक कुल 𝟔,𝟓𝟒,𝟕𝟗𝟗 अपील दायर हो चुकी हैं। इनमें से 𝟔,𝟏𝟎,𝟏𝟒𝟓 अपीलों का निपटान किया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि भूटान देश हैपिनेस इंडेक्स के माध्यम से अपने नागरिकों के सुखमय जीवन को मापता है। हरियाणा सरकार भी ईज ऑफ लिविंग की दिशा में आगे बढ़ रही है, ताकि प्रदेशवासियों का जीवन भी खुशहाल व समृद्ध बने।
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मनोहर लाल ने कहा अपील अंत्योदय सरल पोर्टल पर ऑनलाइन या सरल हेल्पलाइन 𝟎𝟏𝟕𝟐-𝟑𝟗𝟔𝟖𝟒𝟎𝟎 पर कॉल करके भी दायर की जा सकती है। यह भी एक अच्छी बात है कि पात्र व्यक्तियों द्वारा स्वयं सिस्टम पर 𝟓,𝟕𝟔𝟓 अपील दायर की गई हैं। यह दर्शाता है कि आम लोग सेवा का अधिकार अधिनियम और आस के प्रति जागरूक हो गए हैं।
अब कोई भी अधिकारी व कर्मचारी सेवा देने में नहीं करती देरी
मनोहर लाल ने कहा कि सरकार ने देरी से सेवाएं देने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर लगाम लगाने के लिए भी आस को कारगर ढंग से लागू किया है। यदि निर्धारित अवधि में सेवा न मिले तो फाइल रोकने वाले पर कार्रवाई तय है। पहले सेवा का अधिकार आयोग के पास बहुत कम शिकायतें आती थीं, क्योंकि आम आदमी उसके बारे में जानता नहीं था।
मनोहर लाल ने कहा अपील अंत्योदय सरल पोर्टल पर ऑनलाइन या सरल हेल्पलाइन 𝟎𝟏𝟕𝟐-𝟑𝟗𝟔𝟖𝟒𝟎𝟎 पर कॉल करके भी दायर की जा सकती है। यह भी एक अच्छी बात है कि पात्र व्यक्तियों द्वारा स्वयं सिस्टम पर 𝟓,𝟕𝟔𝟓 अपील दायर की गई हैं। यह दर्शाता है कि आम लोग सेवा का अधिकार अधिनियम और आस के प्रति जागरूक हो गए हैं।
अब कोई भी अधिकारी व कर्मचारी सेवा देने में नहीं करती देरी
मनोहर लाल ने कहा कि सरकार ने देरी से सेवाएं देने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर लगाम लगाने के लिए भी आस को कारगर ढंग से लागू किया है। यदि निर्धारित अवधि में सेवा न मिले तो फाइल रोकने वाले पर कार्रवाई तय है। पहले सेवा का अधिकार आयोग के पास बहुत कम शिकायतें आती थीं, क्योंकि आम आदमी उसके बारे में जानता नहीं था।
अब समय पर काम न होने पर संबंधित अधिकारी व कर्मचारी की शिकायत सेवा का अधिकार आयोग के पास खुद-ब-खुद चली जाती है। इतना ही नहीं, अब प्रथम एवं द्वितीय अपीलीय अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों और अधिकारों के प्रति सजग हो चुके हैं। कुछ द्वितीय अपीलीय अधिकारियों द्वारा सेवा देने में हुई देरी के कारण संबंधित अधिकारी पर जुर्माना भी लगाया है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने अधिकारियों व कर्मचारियों को सेवा भाव से जनता की सेवा करने की बात कही है, ताकि नागरिक संतुष्ट हों और जब नागरिक संतुष्ट होंगे तो समाज सुखी होगा।
आस से समस्याओं के निवारण के कई सफल उदाहरण
मनोहर लाल ने कहा कि गुरुग्राम की स्बीहा फरद की बिलिंग शिकायत से संबंधित, करनाल के रामपाल शर्मा की वृद्धावस्था पेंशन संबंधी तथा जींद जिले के राहुल को डॉ अम्बेडकर मेधावी छात्रवृत्ति योजना के तहत मिलने वाली राशि के संबंध में आई समस्या का भी आस के माध्यम से निवारण किया गया।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार नागरिकों को अपील मुक्त व्यवस्था प्रदान करने की ओर अग्रसर है ताकि लोगों को तय समय अवधि में ही सारी सेवाएं मिल जाए, उन्हें किसी भी स्तर पर अपील करने की आवश्यकता ही न पड़े।
उन्होंने कहा कि सरकार ने अधिकारियों व कर्मचारियों को सेवा भाव से जनता की सेवा करने की बात कही है, ताकि नागरिक संतुष्ट हों और जब नागरिक संतुष्ट होंगे तो समाज सुखी होगा।
आस से समस्याओं के निवारण के कई सफल उदाहरण
मनोहर लाल ने कहा कि गुरुग्राम की स्बीहा फरद की बिलिंग शिकायत से संबंधित, करनाल के रामपाल शर्मा की वृद्धावस्था पेंशन संबंधी तथा जींद जिले के राहुल को डॉ अम्बेडकर मेधावी छात्रवृत्ति योजना के तहत मिलने वाली राशि के संबंध में आई समस्या का भी आस के माध्यम से निवारण किया गया।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार नागरिकों को अपील मुक्त व्यवस्था प्रदान करने की ओर अग्रसर है ताकि लोगों को तय समय अवधि में ही सारी सेवाएं मिल जाए, उन्हें किसी भी स्तर पर अपील करने की आवश्यकता ही न पड़े।
इसी तरह राजस्व विभाग में पहले कई स्तर तक अपील करनी पड़ती थी, जिसमें कई साल गुजर जाते थे। इसके समाधान के लिए भी प्रदेश सरकार ने रिमांड प्रथा को खत्म किया और केवल दो स्तर तक ही अपील का प्रावधान किया। इससे लोगों को बड़ी राहत मिली है।
ई गवर्नेंस से आम आदमी की पहुंच सरकारी सेवाओं व योजनाओं तक की सुनिश्चित
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने अनेक सेवाओं और योजनाओं को ई-सेवाओं से जोड़ा है। जिस प्रकार सेवा का अधिकार आयोग ने अपनी सेवा को ऑटो अपील सिस्टम के माध्यम से आमजन तक पहुंचाने का काम किया है।
ई गवर्नेंस से आम आदमी की पहुंच सरकारी सेवाओं व योजनाओं तक की सुनिश्चित
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने अनेक सेवाओं और योजनाओं को ई-सेवाओं से जोड़ा है। जिस प्रकार सेवा का अधिकार आयोग ने अपनी सेवा को ऑटो अपील सिस्टम के माध्यम से आमजन तक पहुंचाने का काम किया है।
उसी प्रकार, सरकार ने ई गवर्नेंस यानी विभिन्न वेबसाईट, पोर्टल, एप के माध्यम से आम आदमी की पहुंच सरकारी सेवाओं व योजनाओं तक सुनिश्चित की है। आज कोई भी नागरिक 50 विभागों की 663 योजनाओं और सेवाओं को एक क्लिक से ऑनलाइन प्राप्त कर सकता है। जनता की सेवा के इसी भाव के चलते हमारी सरकार को सर्विस डिलीवरी की सरकार कहा जाता है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव व सूचना, लोक संपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के महानिदेशक डॉ. अमित अग्रवाल, राइट टू सर्विस कमीशन के चीफ कमिश्नर टी सी गुप्ता व मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार भारत भूषण भारती भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव व सूचना, लोक संपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के महानिदेशक डॉ. अमित अग्रवाल, राइट टू सर्विस कमीशन के चीफ कमिश्नर टी सी गुप्ता व मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार भारत भूषण भारती भी उपस्थित थे।
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