𝐓𝐡𝐞 𝐟𝐢𝐫𝐬𝐭 𝐮𝐧𝐢𝐭 𝐨𝐟 𝐍𝐨𝐫𝐭𝐡 𝐈𝐧𝐝𝐢𝐚'𝐬 𝐢𝐧𝐚𝐮𝐠𝐮𝐫𝐚𝐥 𝐧𝐮𝐜𝐥𝐞𝐚𝐫 𝐩𝐨𝐰𝐞𝐫 𝐩𝐥𝐚𝐧𝐭, 𝐬𝐢𝐭𝐮𝐚𝐭𝐞𝐝 𝐢𝐧 𝐆𝐨𝐫𝐚𝐤𝐡𝐩𝐮𝐫 𝐯𝐢𝐥𝐥𝐚𝐠𝐞, 𝐅𝐚𝐭𝐞𝐡𝐚𝐛𝐚𝐝 𝐝𝐢𝐬𝐭𝐫𝐢𝐜𝐭, 𝐇𝐚𝐫𝐲𝐚𝐧𝐚 𝐢𝐬 𝐥𝐢𝐤𝐞𝐥𝐲 𝐭𝐨 𝐜𝐨𝐦𝐦𝐞𝐧𝐜𝐞 𝐨𝐩𝐞𝐫𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧𝐬 𝐢𝐧 𝐉𝐮𝐧𝐞 𝟐𝟎𝟐𝟖.
चंडीगढ़, डिजिटल डेक्स।। हरियाणा के फतेहाबाद जिले के गोरखपुर गांव में स्थित उत्तर भारत के पहले परमाणु ऊर्जा संयंत्र की पहली इकाई संभवतः जून 2028 में काम करना शुरू कर देगी।
The first unit of North India's inaugural nuclear power plant, situated in Gorakhpur village, Fatehabad district
यह जानकारी आज यहां मुख्य सचिव संजीव कौशल की अध्यक्षता में हरियाणा सरकार और गोरखपुर हरियाणा परमाणु विद्युत परियोजना (जीएचएवीपी) के अधिकारियों के समन्वय के संबंध में हुई बैठक में दी गई।
कौशल ने बैठक में बिजली अधिकारियों को उच्च ट्रांसमिशन, कम क्षमता की लाइनों के स्थानांतरण कार्य में तेजी लाने और निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए परियोजना को वैकल्पिक स्रोत से संयंत्र स्थल तक 33 केवी बिजली कनेक्शन प्रदान करने का निर्देश दिये।
उन्होंने लोक निर्माण विभाग और फतेहाबाद जिला प्रशासन को परियोजना स्थलों को सड़क से राष्ट्रीय राजमार्ग से जोडने के लिए संयुक्त अध्ययन करने का निर्देश दिये। इस पहुंच मार्ग से स्थल तक भारी लिफ्टें और मशीनरी के परिवहन की सुगम सुविधा होगी।
परियोजना की प्रगति की जानकारी देते हुए जीएचएवीपी के परियोजना निदेशक निरंजन कुमार मित्तल ने बताया कि भूमि सुधार का 74 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है. इसके अतिरिक्त, पहली इकाई के लिए एंड शील्ड और स्टीम जनरेटर जैसे महत्वपूर्ण रिएक्टर उपकरण साइट स्थल पर पहुंच गए हैं।
परमाणु संयत्र गोरखपुर में कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी के पहल के रूप में पावर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड की ओर से अब तक 39.08 करोड रुपये का निवेश किया गया है। इस राशि से काजलहेड़ी से गोरखपुर तक फतेहाबाद नहर शाखा के बाएं किनारे पर पक्की सड़क का निर्माण, आस-पास के स्कूलों में कक्ष, लैब, पुस्तकालयों और शौचालयों की स्थापना, गोरखपुर में गौशाला का निर्माण, काजलहेड़ी में कछुआ संरक्षण पार्क का निर्माण, मुफ्त इलाज और दवाओं के वितरण के लिए एक मोबाइल मेडिकल वैन की व्यवस्था करने जैसी विभिन्न विकास परियोजनाओं के कार्य शामिल हैं।
यह जानकारी आज यहां मुख्य सचिव संजीव कौशल की अध्यक्षता में हरियाणा सरकार और गोरखपुर हरियाणा परमाणु विद्युत परियोजना (जीएचएवीपी) के अधिकारियों के समन्वय के संबंध में हुई बैठक में दी गई।
कौशल ने बैठक में बिजली अधिकारियों को उच्च ट्रांसमिशन, कम क्षमता की लाइनों के स्थानांतरण कार्य में तेजी लाने और निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए परियोजना को वैकल्पिक स्रोत से संयंत्र स्थल तक 33 केवी बिजली कनेक्शन प्रदान करने का निर्देश दिये।
उन्होंने लोक निर्माण विभाग और फतेहाबाद जिला प्रशासन को परियोजना स्थलों को सड़क से राष्ट्रीय राजमार्ग से जोडने के लिए संयुक्त अध्ययन करने का निर्देश दिये। इस पहुंच मार्ग से स्थल तक भारी लिफ्टें और मशीनरी के परिवहन की सुगम सुविधा होगी।
परियोजना की प्रगति की जानकारी देते हुए जीएचएवीपी के परियोजना निदेशक निरंजन कुमार मित्तल ने बताया कि भूमि सुधार का 74 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है. इसके अतिरिक्त, पहली इकाई के लिए एंड शील्ड और स्टीम जनरेटर जैसे महत्वपूर्ण रिएक्टर उपकरण साइट स्थल पर पहुंच गए हैं।
परमाणु संयत्र गोरखपुर में कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी के पहल के रूप में पावर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड की ओर से अब तक 39.08 करोड रुपये का निवेश किया गया है। इस राशि से काजलहेड़ी से गोरखपुर तक फतेहाबाद नहर शाखा के बाएं किनारे पर पक्की सड़क का निर्माण, आस-पास के स्कूलों में कक्ष, लैब, पुस्तकालयों और शौचालयों की स्थापना, गोरखपुर में गौशाला का निर्माण, काजलहेड़ी में कछुआ संरक्षण पार्क का निर्माण, मुफ्त इलाज और दवाओं के वितरण के लिए एक मोबाइल मेडिकल वैन की व्यवस्था करने जैसी विभिन्न विकास परियोजनाओं के कार्य शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त, स्थानीय लोगों में कौशल को बढ़ावा देने और योग्य छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान करने के भी प्रयास किए गए हैं।
कौशल ने कहा कि अग्रोहा में बन रही आवासीय टाउनशिप एवं आठ बहुमंजिला आवासीय टावरों एवं संबंधित सुविधाओं के निर्माण की प्रगति का कार्य अग्रिम चरण में है जिसे जून 2023 तक पूरा होने की उम्मीद है।
बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव पर्यावरण, विनीत गर्ग, अतिरिक्त मुख्य सचिव विकास एवं पंचायत अनिल मलिक, अतिरिक्त मुख्य सचिव ऊर्जा विभाग ए.के. सिंह, प्रबंध निदेशक, हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड मोहम्मद शाईन व हरियाणा परमाणु विद्युत परियोजना गोरखपुर के अधिकारी उपस्थित थे।
कौशल ने कहा कि अग्रोहा में बन रही आवासीय टाउनशिप एवं आठ बहुमंजिला आवासीय टावरों एवं संबंधित सुविधाओं के निर्माण की प्रगति का कार्य अग्रिम चरण में है जिसे जून 2023 तक पूरा होने की उम्मीद है।
बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव पर्यावरण, विनीत गर्ग, अतिरिक्त मुख्य सचिव विकास एवं पंचायत अनिल मलिक, अतिरिक्त मुख्य सचिव ऊर्जा विभाग ए.के. सिंह, प्रबंध निदेशक, हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड मोहम्मद शाईन व हरियाणा परमाणु विद्युत परियोजना गोरखपुर के अधिकारी उपस्थित थे।