Type Here to Get Search Results !

ad

ADD


 

𝐑𝐚𝐝𝐚𝐮𝐫 𝐍𝐞𝐰𝐬: जेई का केवल 25 प्रतिशत काम होने का दावा झूठा, पंचायत मंत्री के समक्ष रखेगें घोटाले के सबूत

सरपंच का कहना है कि इस कार्य में बड़े स्तर पर धांधली हो रही है, घटिया सामग्री लगाने के साथ साथ सरकारी ग्रांट का दुरूपयोग करने का कार्य किया जा रहा है !



रादौर, डिजिटल डेक्स।। गांव खुर्दबन में निर्माणाधीन तालाब के कार्य में बरती जा रही धांधली का मामला शांत होता दिखाई नहीं दे रहा है। जिसको लेकर अब गांव के सरपंच सुभाष सैनी ने भी इस मामले को उजागर करने के लिए मोर्चा खोल दिया है। 

जल्द ही गांव के सरपंच क्षेत्र के सरपंचो के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली से मिलेगें और कार्य में बरती जा रही बड़े स्तर पर धांधली के प्रमाण उनके समक्ष रखेगें। सरपंच का कहना है कि इस कार्य में बड़े स्तर पर धांधली हो रही है। 

घटिया सामग्री लगाने के साथ साथ सरकारी ग्रांट का दुरूपयोग करने का कार्य किया जा रहा है। जिसकी विजिलैंस जांच हो तो बड़ा घोटाला सामने आ सकता है। उधर मामले में स्थानीय अधिकारी भी अपना पल्ला बचाते देखे जा रहे है। इसको लेकर जब एसडीओं संदीप से बात करने का प्रयास किया तो वह मीटिंग में होने की बात कहकर मामले से कन्नी काट गए।

घटिया स्तर की इंटरलाकिंग टाईले प्रयोग करने का प्रयास


सरपंच सुभाष सैनी ने बताया कि सरकार लाखों की लागत से तालाबों का सुधार करने का प्रयास कर रही है। लेकिन कर्मचारी सरकार के इस प्रयास को विफल करने में लगे हुए है। उनके गांव में हो रहे तालाब के कार्य में बड़े स्तर पर धांधली है। 

जिसका प्रमाण वहां निर्माण कार्य में प्रयोग करने के लिए लगाई जा रही इंटरलाकिंग टाईले भी दे रही है। ठेकेदार की ओर से साइट पर जो टाईले इस समय भेजी गई है वह बहुत ही घटिया स्तर की है।

इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि टाईले लगने से पहले ही टूट रही है। जिससे साफ जाहिर होता है कि यह टाइले लगने के कुछ दिनों बाद ही बेकार हो जाएगी। जिससे सरकारी पैसे का नुकसान होगा।

जेई का केवल 25 प्रतिशत काम होने का दावा झूठा, पंचायत मंत्री के समक्ष रखेगें घोटाले के सबूत -सरपंच

सरपंच सुभाष सैनी ने जेई तरसेम के उस दावे को भी झूठा बताया है जिसमें वह अभी केवल 25 प्रतिशत काम होने की बात कह रहा है। उन्होंने कहा कि इस कार्य में 80 प्रतिशत से अधिक का काम विभाग की ओर से करवाया जा चुका है।

जिसके लिए उन्होनेें विभागीय सुत्रों से जानकारी जुटाई है। जिसमें उन्हें पता चला कि करीब एक करोड़ रूपए की ग्रांट इस कार्य के लिए आ चुकी है। लेकिन उसमें से 25 प्रतिशत पैसा भी अभी तक यहां पर नहीं लगाया गया है। 

खुदाई के दौरान जो मिट्टी तालाब से निकली थी उसका भी ठेकेदार से मिलीभगत कर दुरूपयोग किया गया है। वह इस कार्य के पूरे प्रमाण जुटा रहे है और पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली से मिलने का समय मांगा है। 

समय मिलते ही पंचायत मंत्री के समक्ष इस घोटाले के पूरे प्रमाण देकर मामले की विजिलेंस जांच करवाने की मांग की जाएगी।

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Below Post Ad


ADD


 

ads