𝐀𝐥𝐥 𝐭𝐡𝐫𝐞𝐞 𝐩𝐡𝐚𝐬𝐞𝐬 𝐨𝐟 𝐈𝐧𝐭𝐞𝐧𝐬𝐢𝐟𝐢𝐞𝐝 𝐌𝐢𝐬𝐬𝐢𝐨𝐧 𝐈𝐧𝐝𝐫𝐚𝐝𝐡𝐚𝐧𝐮𝐬𝐡 𝟓.𝐎 𝐡𝐚𝐯𝐞 𝐛𝐞𝐞𝐧 𝐬𝐮𝐜𝐜𝐞𝐬𝐬𝐟𝐮𝐥𝐥𝐲 𝐜𝐨𝐦𝐩𝐥𝐞𝐭𝐞𝐝 𝐢𝐧 𝐇𝐚𝐫𝐲𝐚𝐧𝐚. 𝐍𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧𝐚𝐥 𝐇𝐞𝐚𝐥𝐭𝐡 𝐌𝐢𝐬𝐬𝐢𝐨𝐧, 𝐇𝐞𝐚𝐥𝐭𝐡 𝐃𝐞𝐩𝐚𝐫𝐭𝐦𝐞𝐧𝐭 𝐇𝐚𝐫𝐲𝐚𝐧𝐚 𝐡𝐚𝐬 𝐚𝐜𝐡𝐢𝐞𝐯𝐞𝐝 𝟏𝟎𝟎% 𝐯𝐚𝐜𝐜𝐢𝐧𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐭𝐚𝐫𝐠𝐞𝐭. 𝐂𝐡𝐢𝐥𝐝𝐫𝐞𝐧 𝐚𝐧𝐝 𝐩𝐫𝐞𝐠𝐧𝐚𝐧𝐭 𝐰𝐨𝐦𝐞𝐧 𝐰𝐡𝐨 𝐰𝐞𝐫𝐞 𝐧𝐨𝐭 𝐯𝐚𝐜𝐜𝐢𝐧𝐚𝐭𝐞𝐝 𝐟𝐨𝐫 𝐚𝐧𝐲 𝐫𝐞𝐚𝐬𝐨𝐧 𝐡𝐚𝐯𝐞 𝐛𝐞𝐞𝐧 𝐜𝐨𝐯𝐞𝐫𝐞𝐝 𝐮𝐧𝐝𝐞𝐫 𝐂𝐚𝐦𝐩𝐚𝐢𝐠𝐧 𝐈𝐌𝐈 𝟓.𝐎. 𝐔𝐧𝐝𝐞𝐫 𝐭𝐡𝐞 𝐜𝐚𝐦𝐩𝐚𝐢𝐠𝐧, 𝟒𝟒𝟖𝟗𝟓 𝐩𝐫𝐞𝐠𝐧𝐚𝐧𝐭 𝐰𝐨𝐦𝐞𝐧 𝐚𝐧𝐝 𝟏𝟗𝟓𝟐𝟔𝟖 𝐜𝐡𝐢𝐥𝐝𝐫𝐞𝐧 𝐰𝐞𝐫𝐞 𝐯𝐚𝐜𝐜𝐢𝐧𝐚𝐭𝐞𝐝 𝐛𝐲 𝐭𝐡𝐞 𝐝𝐞𝐩𝐚𝐫𝐭𝐦𝐞𝐧𝐭. 𝐃𝐞𝐯𝐞𝐥𝐨𝐩𝐞𝐝 𝐔-𝐖𝐈𝐍 𝐚𝐧𝐝 𝐥𝐢𝐧𝐤𝐞𝐝 𝐢𝐭 𝐭𝐨 𝐝𝐢𝐠𝐢𝐭𝐚𝐥 𝐩𝐥𝐚𝐭𝐟𝐨𝐫𝐦. 𝟏𝟎𝟎% 𝐜𝐨𝐯𝐞𝐫𝐚𝐠𝐞 𝐝𝐮𝐫𝐢𝐧𝐠 𝐭𝐡𝐞 𝐜𝐚𝐦𝐩𝐚𝐢𝐠𝐧.
National Health Mission, Health Department Haryana successfully completes all three phases of IMI 5.O
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, हरियाणा के मिशन निदेशक राजनारायण कौशिक ने बताया कि, “भारत सरकार ने कोविन वैक्सीनेशन के सफल क्रियान्वयन के बाद यू-विन (विनिंग ओवर यूनिवर्सल इंयूनाइजेशन) को एबीडीएम के अनुसार हेल्थ केयर प्रोफेशनल रजिस्ट्रेशन, हेल्थ केयर फैसिलिटी रजिस्ट्रेशन और आयुष्मान भारत हेल्थ एकाउंट के साथ जोड़ा गया है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, हरियाणा के मिशन निदेशक राजनारायण कौशिक ने बताया कि, “भारत सरकार ने कोविन वैक्सीनेशन के सफल क्रियान्वयन के बाद यू-विन (विनिंग ओवर यूनिवर्सल इंयूनाइजेशन) को एबीडीएम के अनुसार हेल्थ केयर प्रोफेशनल रजिस्ट्रेशन, हेल्थ केयर फैसिलिटी रजिस्ट्रेशन और आयुष्मान भारत हेल्थ एकाउंट के साथ जोड़ा गया है।
इसका मुख्य उद्देश्य शत-प्रतिशत टीकाकरण कवरेज को डिजीटल प्लेटफार्म पर उपलब्ध करवाना है। इससे सरकारी और प्राइवेट दोनों तरह के स्वास्थ्य सेंटरों पर पहुंचने वाले लाभार्थियों का रिकॉर्ड जोड़ा जाएगा।
रिकॉर्ड के एक बार डिजीटल होने से भारत में किसी भी स्थान पर गर्भवती महिलाओ और उनके बच्चों को लगने वाले संपूर्ण टीकाकरण की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के पास होगी।
वहीं निर्धारित समयावधि पर लगने वाले टीके को लेकर भी लाभार्थी को मैसेज द्वारा जानकारी भेजी जाती है ताकि कोई भी गर्भवती या बच्चा टीकाकरण से छूट न पाए। आईएमआई 𝟓.ओ के प्रथम चरण को सफलतापूर्वक पार किया गया है। इसके अलावा, शत-प्रतिशत टीकाकरण के लक्ष्य को हासिल किया गया है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, हरियाणा के निदेशक डॉ. कुलदीप ने बताया कि, “भारत का एमआर उन्मूलन लक्ष्य 𝟐𝟎𝟐𝟑 है, लेकिन हाल ही में खसरे के मामलों में वृद्धि हुई है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, हरियाणा के निदेशक डॉ. कुलदीप ने बताया कि, “भारत का एमआर उन्मूलन लक्ष्य 𝟐𝟎𝟐𝟑 है, लेकिन हाल ही में खसरे के मामलों में वृद्धि हुई है।
खसरा और रूबेला उन्मूलन के रोडमैप पर देश की प्रगति को फिर से व्यवस्थित करने और एमआर-आईईएजी की 𝟓वीं बैठक में दिए गए लक्ष्य के अनुसार देश में आईएमआई 𝟓.ओ के माध्यम से खसरा और रूबेला के टीके की दो खुराक दिए जाने की 𝟗𝟓 प्रतिशत से अधिक कवरेज को प्राथमिकता दी जा रही है।
इन लक्ष्यों को पाने के लिए सघन मिशन इंद्रधनुष के तीन दौर आयोजित किए गए। जिसके तहत सभी जिलों को कवर किया गया है। लाभार्थी 𝟎𝟓 वर्ष तक की आयु के सभी बच्चे और गर्भवती महिलाएं, जिनकी कोई भी खुराक छूट गई, उन्हें लक्षित किया गया है”।
राज्य नोडल अधिकारी डॉ. वीरेंद्र अहलावत ने बताया कि नूह और पलवल में तीसरा चरण बाकी है। जिसे जल्द ही आयोजित किया जाएगा। अगस्त में पहले चरण के दौरान बच्चों के टीकाकरण का 𝟔𝟔𝟒𝟔𝟑 लक्ष्य रखा गया था, जिसके तहत 𝟓𝟖𝟏𝟑𝟓 बच्चों को कवर किया गया।
राज्य नोडल अधिकारी डॉ. वीरेंद्र अहलावत ने बताया कि नूह और पलवल में तीसरा चरण बाकी है। जिसे जल्द ही आयोजित किया जाएगा। अगस्त में पहले चरण के दौरान बच्चों के टीकाकरण का 𝟔𝟔𝟒𝟔𝟑 लक्ष्य रखा गया था, जिसके तहत 𝟓𝟖𝟏𝟑𝟓 बच्चों को कवर किया गया।
दूसरे चरण में 𝟕𝟐𝟓𝟗𝟏 लक्ष्य के मुकाबले 𝟔𝟕𝟎𝟑𝟔 बच्चों और तीसरे चरण में 𝟔𝟗𝟖𝟒𝟏 लक्ष्य के मुकाबले 𝟕𝟎𝟎𝟗𝟕 बच्चों को कवर किया गया यानि तीसरे चरण में विभाग ने 𝟏𝟎𝟎.𝟏 प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया।
इसी तरह से गर्भवती महिलाओं को पहले चरण में लक्ष्य 𝟏𝟑𝟔𝟔𝟎 के मुकाबले 𝟏𝟓𝟒𝟕𝟐 लक्ष्य से अधिक टीकाकरण करके कवर किया गया।
दूसरे चरण में गर्भवतियों को लक्ष्य 𝟏𝟑𝟕𝟓𝟐 के मुकाबले 𝟏𝟓𝟕𝟏𝟐 और तीसरे चरण में लक्ष्य 𝟏𝟑𝟕𝟐𝟎 के मुकाबले 𝟏𝟑𝟕𝟏𝟏 गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण करके कवर किया गया।