अपनी सुरक्षा को लेकर आज के युग में छात्राओं का सजग रहना अति आवश्यक है, उन्हें सोशल मीडिया का इस्तेमाल भी बहुत संभल कर करना चाहिए !
वक्ताओं ने महिला सुरक्षा पर अपने विचार छात्रों व स्टाफ सदस्यों के साथ सांझा किए। मुख्य वक्ता कोमल ने छात्राओं व अध्यापिकाओं को सुरक्षा से संबंधित नियमों के विषय में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि अपनी सुरक्षा को लेकर आज के युग में छात्राओं का सजग रहना अति आवश्यक है।
उन्हें सोशल मीडिया का इस्तेमाल भी बहुत संभल कर करना चाहिए। क्योंकि महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों में सोशल मीडिया की भूमिका भी काफी अधिक रहती है।
महिला सुरक्षा एक महत्वपूर्ण विषय है, जिसे आधुनिक समाज में गंभीरता से लेना चाहिए। हर दिन समाचार में महिलाओं के साथ होने वाली छेड़छाड़, बलात्कार, उत्पीडऩ और हिंसा की घटनाएं सुनने को मिलती है।
उच्चतर शिक्षा के माध्यम से महिलाएं अपने अधिकारों के विषय में जागरुक बन सकती हैं। महिलाओं की सामाजिक और आर्थिक आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना चाहिए ताकि वे स्वयं अपनी सुरक्षा की जिम्मेदारी उठा सकें और स्वयं अपनी सुरक्षा के लिए सक्रिय भूमिका निभाने में सक्षम बन सके।
महिलाओं को शारीरिक रूप से मजबूत बनने के लिए सेल्फ डिफेंस का प्रशिक्षण भी प्राप्त करना चाहिए। इससे महिलाओं में आत्मविश्वास, सुरक्षा की तकनीके जानने में मदद मिलती है। उन्हें बिना डरे अपने माता पिता को हर समस्या से अवगत करवाना चाहिए।
संस्थान समूह निदेशक डा. आर.एस शर्मा एवं फार्मेसी प्रिंसिपल डा. अश्विनी ढींगरा ने अतिथियों को पौधे भेंटकर सम्मानित किया एवं उनका आभार प्रकट किया। इस अवसर पर सभी स्टाफ सदस्य भी मौजूद रहे।
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