मल्टीमीडिया के माध्यम से पर्यावरण के मुद्दों पर जागरूकता पैदा की जा रही
प्रदूषण नियंत्रण में लोगों की भागीदारी बढ़ रही
राज्य सरकार द्वारा अनुमोदित नीति के अनुसार प्रदूषणकारी उद्योगों का निरीक्षण कर रहा
कंवर पाल ने आज विधानसभा बजट सत्र में
प्रश्नकाल के दौरान पूछे गए एक प्रश्न का जवाब
देते हुए बताया कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में चिह्निïत किये गए मुख्य
स्थानों में प्रदूषण की रोकथाम के लिए पर्यावरण प्रदूषण (रोकथाम और नियंत्रण)
प्राधिकरण, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग और केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण
बोर्ड की वर्गीकृत प्रतिक्रिया कार्य योजना के तहत जारी किये गए निर्देशों को
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में लागू किया जा रहा है।
कंवर पाल ने बताया कि प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए फरीदाबाद जिले सहित राज्य के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के जिलों में 10 वर्ष से पुराने डीजल वाहनों के पंजीकरण पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा, अब राज्य में वायु उत्सर्जन की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए जिग़-ज़ैग प्रौद्योगिकी में परिवर्तित नहीं हुए ईट भट्टों को चलाने की अनुमति नहीं है। इसके साथ ही, हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा पूरे राज्य में बहने वाली नदियों और नालों के पानी की गुणवत्ता की नियमित निगरानी भी की जा रही है।
संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा निर्माण और विध्वंस गतिविधियों से धूल के उत्सर्जन को नियंत्रित करने और खेतों में कृषि अपशिष्ट व अवशेषों तथा अन्य किसी भी प्रकार के कचरे को जलाने से रोकने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
कंवर पाल ने बताया कि हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा पूरे राज्य में ईंधन के भट्टी के तेल (फरनेस ऑयल) के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके साथ-साथ चूने भट्टी और सीमेंट संयंत्रों को छोडक़र, सभी उद्योगों के लिए पैट-कोक के उपयोग पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।
संसदीय कार्य मंत्री ने बताया कि हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने गुरुग्राम और फरीदाबाद जिले की वायु प्रदूषण से सम्बंधित शिकायतों के समाधान के लिए गुरुग्राम में 24x7 नियंत्रण कक्ष की स्थापना की है। इसके अलावा, फरीदाबाद सहित राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के अधिक यातायात वाले जिलों में वायु गुणवत्ता निगरानी शुरू की गई है। इसके साथ ही, बोर्ड द्वारा फरीदाबाद जिले में पांच निरंतर परिवेशी वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशनों के माध्यम से परिवेशी वायु गुणवत्ता की निगरानी की जा रही है, जिसकी जानकारी ऑनलाइन माध्यम से उपलब्ध है। नगर निगम फरीदाबाद के द्वारा कचरे/ठोस अपशिष्ट की सफाई की जा रही है।
कंवर पाल ने सदन को इस बात से भी अवगत करवाया कि फरीदाबाद जिले में विभिन्न उच्च प्रदूषण वाले उद्योगों, संयुक्त अपशिष्ट उपचार संयंत्र (सी.ई.टी.पी.), संयुक्त खतरनाक अपशिष्ट व जैव चिकित्सा अपशिष्ट उपचार और निपटान सुविधाओं को अनुपालन की स्व निगरानी हेतु वायु उत्सर्जन और औद्योगिक बहिस्त्राव पर ऑनलाइन निगरानी संयंत्र लगाने के निर्देश दिए गये हैं।
फरीदाबाद की 101 इकाइयों द्वारा इन संयंत्रों को लगा लिया गया है, जिसके ऑनलाइन आंकड़ें हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सर्वर के साथ जुड़े हुए हैं जोकि वास्तविक समय में प्रदर्शित हो रहे हैं।
प्रदेश सरकार द्वारा लोगों के संवेदीकरण के लिए मल्टीमीडिया के माध्यम से पर्यावरण के मुद्दों पर जागरूकता पैदा की जा रही है, जिससे प्रदूषण नियंत्रण में लोगों की भागीदारी बढ़ रही है। हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड नियमित रूप से राज्य सरकार द्वारा अनुमोदित नीति के अनुसार प्रदूषणकारी उद्योगों का निरीक्षण कर रहा है।