They wanted communal clashes to happen between Hindus and Sikhs or Hindus and Muslims. Even ahead of the upcoming Uttar Pradesh elections, some prominent Hindu leader will be killed, claimed Rakesh Tikait.
Bharatiya
Kisan Union (BKU) leader Rakesh Tikait on Wednesday stirred controversy in
Haryana's Sirsa during his address at the Kisan Mahapanchayat. Speaking on the
three farm laws, Tikait hit out at the government and claimed that the BJP
wants to use Farmers' protests to incite communal tensions. In a controversial
remark, Tikait also claimed that a 'Hindu leader will be killed' before the
Uttar Pradesh assembly elections in 2022.
- देश पर 'सरकारी तालिबानियों' का कब्जा
टिकैत
ने कहा कि इस देश पर 'सरकारी तालिबानियों' का कब्जा हो चुका है। जिस SDM ने किसानों पर लाठियां चलवाई उसका चाचा
RSS में बड़े ओहदे पर है। इन सरकारी
तालिबानियों का पहला कमांडर करनाल में मिल चुका है। अगर ये हमें खालिस्तानी कहेंगे
तो हम इनको तालिबानी कहेंगे।
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- प्रधानमंत्री
पर भी बरसे टिकैत
टिकैत
ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा था कि 2022 तक
किसानों की आमदनी दोगुनी हो जाएगी। अगर ऐसा नहीं हुआ, उनकी फसलें दोगुने रेट पर नहीं बिकी तो
पूरे देश को पता लग जाएगा कि देश का प्रधानमंत्री झूठ बोलता है। इसके अलावा टिकैत
ने सरकारी नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि देश की बड़ी कंपनियां कर्जा लेकर माफ
करवा लेती हैं और फिर वहीं कंपनियां सरकारी संस्थान खरीद लेती हैं। ये देश में चल
क्या रहा है। अगर कोई किसान कर्जा लेकर कर्जा न भर पाए तो उसका घर, जमीन तक नीलाम कर दी जाती है। कर्जा दस
लाख का है तो भी किसान की 50 लाख की जमीन बेची जाती है ये किस तरह
कानून है। टिकैत ने कहा कि ये नीतियां जहां पर बनती हैं वहां पर कोई भी ट्रैक्टर
या हल चलाने वाला नहीं है।
गोदाम
वाले किसान से 20-22 में लेकर 150 तक बेच रहे सेब
टिकैत
ने कहा कि हिमाचल में किसान का सेब 20 से 22 रुपए तक बिक रहा है वहीं बड़े-बड़े गोदाम
वाले 100 से 150 रुपए में सेब बेच रहे है। हिमाचल में बड़े-बड़े उद्योगपतियों ने गोदाम
बना रखे हैं जो सस्ते में सेब खरीदकर उसमें जमा करते हैं और फिर महंगे रेटों पर
आगे बेचते हैं। जिस तरह से आसाम में चाय के बागानों के मालिक किसानों को
उद्योगपतियों ने बर्बाद किया है उसी तरह से अब हिमाचल के किसान बर्बाद होंगे।
किसान की गेहूं बिकता है 20
रुपए में और मॉल में आटा मिलता है 87 रुपए किलो। किसान का बाजरा बिकता है 12 रुपए किलो और आटा मिलता है 60 रुपए किलो। जिस तरह से देश में गोदाम
बनाए जा रहे हैं, उनसे देश के हालात और भी ज्यादा खराब
होंगे।