गन्ना उत्पादक किसान अधिक परेशान
गन्ना उत्पादक किसान अधिक परेशान
किसान सुरजीत सिंह भूरा, हरनाम, अवतार, विनोद, बलविंद्र व मनोज इत्यादि का कहना है कि क्षेत्र के सैकडों किसानों की हजारों एकड़ भूमि यमुना नदी पार स्थित है। जहां किसानों ने गेंहू, सब्जी व गन्ने की फसल उगाई हुई है। अपने खेतों में जाने के लिए किसान इस रास्ते का प्रयोग करते थे। लेकिन अब रास्ता बह जाने से या तो उन्हें लंबा सफर तय कर कलानौर के रास्ते खेतों में जाना पड़ेगा या फिर अपनी जान जोखिम में डाल कर खेतों में पहुंचना होगा। लेकिन इस समय गन्ना उत्पादक किसानों के लिए समस्या गंभीर है। क्योंकि इस समय गन्ने की फसल की कटाई चल रही है। फसल को शुगर मिल तक पहुंचाने के लिए अब उन्हें लंबी दूरी तय करनी होगी जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान व समय की बर्बादी की परेशानी को झेलना होगा।पुल निर्माण में भी होगी देरी
यमुनानदी पर करोड़ों रूपए की लागत से पुल का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है। पुल निर्माण कार्य में दिक्कत न हो इसलिए ठेकेदार अस्थाई रास्ते का निर्माण करते है। जिस पर लाखों रूपए खर्च होते है। लेकिन कई बार यह अस्थाई रास्ता बह चुका है। जिससे उन्हें नुकसान हो रहा है वहीं पुल निर्माण कार्य में भी देरी हो रही है। पुल का कार्य 2021 में पूरा होना था लेकिन अगर इसी प्रकार बार बार अड़चन आती रही तो इसके निर्माण में और अधिक देरी हो सकती है।
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