संगीत जगत की महान विभूतियों का जाना अपूर्णिय क्षति - डॉ नीता
यमुनानगर | NEWS - डीएवी गर्ल्स कॉलेज के संगीत विभाग की ओर से पदम विभूषण विश्व प्रसिद्ध कलाकार पंडित बिरजू महाराज तथा स्वर सम्रागी भारत रत्न से विभूषित लता मंगेशकर का श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। साथ ही डिस्को संगीत के महान कलाकार बप्पी लहरी जी को भी श्रद्धांजलि दी गई। कॉलेज की कार्यवाहक प्रिंसिपल डॉ आभा खेतरपाल व संगीत विभाग अध्यक्ष डॉ नीता द्विवेदी ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम की अध्यक्षता की। सर्वप्रथम दीप प्रज्ज्वलित कर श्रद्धांजलि दी गई। इसके उपरांत सभागार में उपस्थित स्टाफ सदस्यों ने दो मिनट का मौन धारण किया। पंडित बिरजू महाराज व लता मंगेशकर पर आधारित डॉक्यूमेंटरी फिल्म दिखाकर सभी को उनके जीवन यात्रा के बारे में अवगत कराया गया। संगीत विभाग की छात्राओं ने लता जी द्वारा गया गया तुझसे नाराज नहीं जिंदगी, हैरान हूं मैं गीत प्रस्तुत किया।
डॉ नीता द्विवेदी ने कहा कि संगीत जगत की इन महान विभूतियों का जाना निश्चित रूप से बहुत बडी क्षति है। उन्होंने बताया कि बिरजू महाराज के अचानक चले जाने से संगीत की लय मानों थम सी गई है। कथक नृत्य बिरजू महाराज का मजहब था और उसमें प्रस्तुत भाव भंगिमा उनका इमान था। कथक नृत्य उनकी आत्मा में बस चुका था। कथक नृत्य के माध्यम से उन्होंने राष्टीय व अंतराष्टीय स्तर पर अटूट छाप छोडी। उन्होंने कहा कि देशवासी अभी एक सदमे से उभरे नहीं थे कि छह फरवरी को भारत का स्वर कोकिला लता मंगेशकर का सुर अनंतमय विलिन हो गई। वो साक्षात मां सरस्वती स्वरूपा थी। आज हमारे बीच स्वर की दुनिया में सबसे चमकीला सितारा हमसे दूर हो गया है। लेकिन उनके स्वरों का झरना गीत के माध्यम से सदा ही बहता रहेगा। अपने हजारों गीतों के माध्यम से वे सदा हमसे जुडी रहेंगी। डॉ नीता ने लता मंगेशकर के गीत नाम गुम जाएगा, चेहरा ये बदल जाएगा, मेरी आवाज ही पहचान गर याद रहे प्रस्तुत कर स्वरांजलि दी।