𝐏𝐀𝐍𝐂𝐇𝐊𝐔𝐋𝐀 𝐊𝐈 𝐁𝐄𝐓𝐈 𝐀𝐍𝐂𝐇𝐀𝐋 𝐔𝐊𝐑𝐀𝐈𝐍𝐄 𝐒𝐄 𝐋𝐀𝐔𝐓𝐈 𝐆𝐇𝐀𝐑
बीते 12 दिन से रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है जिसकी वजह से वहां मेडिकल की पढ़ाई करने गए भारत के हजारों बच्चे फंसे हुए हैं और अपने देश लौटने की जद्दोजहद में लगे हुए हैं !
पंचकूला के सेक्टर-
4 की रहने वाली आंचल रूस और
यूक्रेन के बीच चल रही जंग के दौरान कई दिनों तक वहां फंसी रही और जान का जोखिम
उठाकर केंद्र सरकार की मदद से पंचकूला की आंचल आज अपने घर से कुशल पहुंची। यूक्रेन
से पंचकूला पहुंचने पर छात्रा का उनके परिवार द्वारा जोरदार स्वागत किया गया और
अपनी बेटी को देखकर परिवार के सदस्यों के चेहरे खिल गए। यूक्रेन में पढ़ाई के लिए
गयी छात्रा आंचल ने यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध के दौरान किस प्रकार से
बंकरो में रह कर अपनी जान बचाई और किन -
किन
परेशानियों का सामना करते हुए आज वह भारत लौटी है।
आंचल ने आपबीती सुनाई..
दिल्ली हवाई अड्डे पर भावनाओं का उफान देखने को मिला जब यूक्रेन से लौटे अपने बच्चों को देखकर उनके प्रतीक्षारत माता-पिता की चिंता खुशी में बदल गई और वे अपने बच्चों को सीने से लगाकर भावुक हो उठे। यूक्रेन में फंसे लोगों को लेकर दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंची उड़ान। यूक्रेन से लौटे अपने बच्चों को पाकर माता-पिता ने उनका स्वागत फूलों, कार्ड और गर्मजोशी से गले लगाकर किया। हालांकि, दूसरी तरफ दर्जनों ऐसे भी माता-पिता हैं जिनके बच्चे अब भी युद्धग्रस्त देश में फंसे हुए हैं। सायरन बजते ही बंकर में छिपने को मजबूर इन भारतीय बच्चों के माता-पिता की आंखों से नींद गायब है।
छात्रा आंचल के पिता ने बताया कि जब उन्हें सूचना मिली कि यूक्रेन और रूस के बीच में युद्ध शुरू हो गया है तो घर में सब डरे हुए थे और जब तक उनकी बेटी का जहाज दिल्ली नहीं उतरी तब तक उन्हें चिंता सता रही थी। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किए गए प्रयास की सराहना करते हैं।