बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने बार के गोल्डन जुबली समारोह को बतौर मुख्य अतिथि किया संबोधित, जिला बार में सुविधाओं के लिए 21 लाख रुपए देने की घोषणा की !
बिजली मंत्री चौटाला को स्थानीय जिला बार एसोसिएशन के गोल्डन जुबली समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने जिला बार के लिए 21 लाख रुपए अनुदान राशि देने की घोषणा की। इस दौरान उन्होंने बार के वरिष्ठ अधिवक्ताओं को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि अधिवक्ताओं और न्यायिक अधिकारियों का गहरा व पवित्र रिश्ता होता है। अदालतों द्वारा दिए गए निर्णय आने वाले समय के लिए जिला और प्रदेश की अदालतों के निर्णयों के आधार बनते हैं।
उन्होंने कहा कि अधिवक्ता का पेशा एक समाज सेवा का भी होता है। अधिवक्ता अपनी पेशे के माध्यम से जरूरतमंद और गरीब लोगों की मदद भी करता है और करनी भी चाहिए। उन्होंने कहा कि अधिवक्ता लोगों की राय को निर्धारित करने में भी अहम रोल अदा करता है। शिक्षित वर्ग होने के नाते आमजन की उनकी बात पर अन्य लोगों के मुकाबले अधिक विश्वास होता है।
बिजली मंत्री ने कहा जीवन में अनुभव बहुत काम आता है। वरिष्ठ अधिवक्ताओं के पास बहुत अनुभव होता है और युवा अधिवक्ताओं को वरिष्ठ अधिवक्ताओं के अनुभव का फायदा उठाना चाहिए। उन्होनें कहा कि आने वाला समय युवा पीढ़ी का समय है। युवाओं में संघर्ष करने की आदत होनी जरूरी है। उन्होंने कहा कि आज दुनिया बहुत छोटी हो गई है। आईटी के चलते दुनिया की प्रत्येक नवीनत्तम सूचना हमारी मुळी में आ गई है, जिसका आमजन के साथ-साथ अधिवक्ता वर्ग को भी लाभ मिल रहा है।
अपने संबोधन के माध्यम से बिजली मंत्री
ने कहा कि हमारे देश की अधिकांश आबादी खेती पर निर्भर करती है, लेकिन हमें खेती के
नवीनत्तम तरीकों को अपनाना होगा, जिसमें पशुपालन,
झींगा पालन व बागवानी शामिल हैं।
वरिष्ठ अधिवक्ताओं को किया सम्मानित
कार्यक्रम के दौरान बिजली मंत्री चौटाला
ने बार में प्रैक्टिस करने वाले वरिष्ठ अधिवक्ताओं को सम्मानित किया, जिनमें पूर्व प्रधान
अजीत सिंह तंवर, रामनिवास शर्मा,
गोपी राम वशिष्ठ, रामचंद्र गौड़, सोहनलाल मक्कड़, सुंदर सिंह तंवर, राम कुमार धांगड़, प्रेम सिंह ओला, हरि प्रकाश शर्मा, हरिओम, बलजीत सिंह तंवर, सुखपाल तंवर, ओमप्रकाश मुदगिल, सीबी यादव, भारत भूषण जैन, जगत सिंह तंवर, डीडी अग्रवाल, अशोक शर्मा, महीपाल सिंह तंवर, जगत सिंह ढ़ुल, अविनाश सरदाना, चंद्र प्रकाश तंवर, निहाल सिंह शर्मा, सतबीर सिंह, ठा. विक्रम सिंह तंवर, ठा. राम कुमार आदि
शामिल थे। इसके अलावा बिजली मंत्री ने न्यायिक व भारतीय प्रशासनिक सेवा परीक्षा
उर्तीण करने वाले युवा अधिवक्ताओं को भी सम्मानित किया।
बार ने पारित किया चंडीगढ, एसवाईएल
पर हरियाणा के हक का प्रस्ताव
कार्यक्रम के दौरान कार्यक्रम में मौजूद
अधिवक्ताओं ने अपने हाथ खड़े कर चंडीगढ और एसवाईएल पर हरियाणा के हक का प्रस्ताव
पारित किया और हरियाणा के लिए अलग से हाईकोर्ट की भी मांग की, जिससे न्यायिक
अधिकारियों में प्रदेश का पूरा हक मिल सके।
बार प्रधान सत्यजीत पिलानिया रखी बार की समस्याएं
कार्यक्रम के दौरान बार एसोसिएशन के प्रधान सत्यजीत पिलानिया ने बार की तरफ से मांग पत्र रखा। उन्होंने बार परिसर में पुस्तकालय का आधुनिक तरीके से नवीनीकरण करने, वचुअल सुनवाई के लिए एलईडी व अन्य उपकरण, चैंबर्स के लिए घरेलू बिल, वकीलों के लिए अलग से आवासीय कालोनी, बार परिसर में लाईटों की व्यवस्था, चैंबर्स की मरम्मत करनवाने, बार प्रधान के लिए कार्यालय का निर्माण करवाने, वाईफाई की सुविधा करवाने, उपभोक्ता फोर्म को यहां पर स्थानांतरित करने व जगह की चार्ज वसूली को माफ किए जाने आदि प्रमुख मांगें रखी। कार्यक्रम का संचालन अधिवक्ता संदीप बुढ़ेड़ा ने किया।
इस दौरान बार प्रधान पिलानिया ने बिजली
मंत्री चौटाला को पगड़ी बांधकर व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष शंकर धूपड़, जिला महामंत्री हर्षवर्धन मान व नगर मंडल अध्यक्ष विनोद चावला, बार के सचिव संजय तंवर, उप प्रधान संजय सोनी, सह सचिव अरविंद सिंगला, धीरज सैनी, अरविंद बैराण, प्रिया लेघा, मुकेश गुलिया, हरेंद्र भालोठिया, अमित ढुल, कृष्ण मलिक, नरेंद्र पंघाल, पवन परमार, सुधीर खनगवाल, मंजू शर्मा, मुकेश जांगड़ा, वेदपाल ढिल्लो, दिलबाग सिंह, रणजीत सिंह साहू, विकास नागर, निर्मल प्रकाश, ओम परमार के अलावा अनेक वरिष्ठ व युवा अधिवक्ता तथा बिजली निगम के अधीक्षक अभियंता रणबीर सिंह व कार्यकारी अभियंता संजय रंगा के अलावा अनेक गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री को एनएच-334 बी पैकेज-1 के तहत सांपला-खरखौदा-खेवड़ी
बाईपास की ओपनिंग करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है. मुख्यमंत्री पहले एनएच-334 बी के प्रोजेक्ट का विरोध करने के लिये जनता से माफी मांगे फिर उद्घाटन करें..

