घटना से गुस्साएं कालोनी के लोगों ने जठलाना-यमुनानगर मार्ग को अवरूद्ध करने का प्रयास किया लेकिन सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंच गई. लोगों का कहना था कि कई बार वह बिजली निगम से तारे हटाने की मांग कर चुके है. जिससे हादसे हो रहे है.
समाचार लिखे जाने तक दोनों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। घटना से गुस्साएं कालोनी के लोगों ने जठलाना-यमुनानगर मार्ग को अवरूद्ध करने का प्रयास किया लेकिन सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंच गई।
लोगों का कहना था कि कई बार वह बिजली निगम से तारे हटाने की मांग कर चुके है। जिससे हादसे हो रहे है। मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें समझा बुझाकर सड़क से हटाया। जिसके बाद गुस्साए लोग पावर हाउस पहुंचे। जहां उन्होंने बिजली निगम विरोधी नारेबाजी की।
ग्रामीण मांगाराम, मनोज, बाला, इमरान, विपिन बंसल, अमित शर्मा, फुरकान, याकूब, किरण, फरजाना व मीना का कहना है कि कालोनी में कई घरों की छतों के ऊपर बिजली की हाई वोल्टेज तारें गुजर रही है। जिसे लेकर वह कई बार बिजली निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों को शिकायत कर चुके है।
लेकिन अभी तक भी उक्त लाईन को दूसरी जगह शिफ्ट नहीं किया गया। कालोनी में रहने वाला इमरान मकान बना रहा है। आज मकान का लेंटर खुलने का कार्य चल रहा था। लेंटर खोल रहे दो मजदूरों के हाथों में मौजूद सरिया छत के ऊपर से गुजर रहे बिजली के तार से टकरा गया।
जिससे दोनों को करंट लग गया। उन्हें तुरंत ईलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। जहां उनका उपचार चल रहा है। उन्होंने बिजली निगम के उच्चाधिकारियों से उक्त बिजली की लाइन दूसरी जगह शिफ्ट कराने की मांग की है।
एसडीओ बिजली निगम रादौर, पंकज देशवाल ने बताया कि मामले की जानकारी मिली है। जहां हादसा हुआ है वहां छत के ऊपर से 11 हजार हाई वोल्टेज के तार गुजर रहे है। हाई वोल्टेज तार के नीचे कंस्ट्रक्शन का कार्य गैर कानूनी है। वहीं अभी तक उनके पास लाईन को शिफ्ट करने के लिए भी कोई शिकायत नहीं आई है। हादसा उक्त लोगों की लापरवाही से हुआ है।
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