𝐌𝐞𝐦𝐛𝐞𝐫 𝐨𝐟 𝐭𝐡𝐞 𝐂𝐨𝐧𝐠𝐫𝐞𝐬𝐬 𝐖𝐨𝐫𝐤𝐢𝐧𝐠 𝐂𝐨𝐦𝐦𝐢𝐭𝐭𝐞𝐞 𝐚𝐧𝐝 𝐟𝐨𝐫𝐦𝐞𝐫 𝐔𝐧𝐢𝐨𝐧 𝐌𝐢𝐧𝐢𝐬𝐭𝐞𝐫 𝐊𝐮𝐦𝐚𝐫𝐢 𝐒𝐞𝐥𝐣𝐚 𝐬𝐚𝐢𝐝 𝐭𝐡𝐚𝐭 𝐢𝐧 𝐭𝐡𝐞 𝐁𝐉𝐏-𝐉𝐉𝐏 𝐠𝐨𝐯𝐞𝐫𝐧𝐦𝐞𝐧𝐭, 𝐟𝐢𝐫𝐬𝐭 𝐬𝐜𝐚𝐦𝐬 𝐰𝐞𝐫𝐞 𝐜𝐚𝐫𝐫𝐢𝐞𝐝 𝐨𝐮𝐭 𝐚𝐧𝐝 𝐭𝐡𝐞𝐧 𝐭𝐡𝐞𝐲 𝐰𝐞𝐫𝐞 𝐬𝐮𝐩𝐩𝐫𝐞𝐬𝐬𝐞𝐝. 𝐓𝐡𝐞 𝐁𝐉𝐏-𝐉𝐉𝐏 𝐠𝐨𝐯𝐞𝐫𝐧𝐦𝐞𝐧𝐭 𝐡𝐚𝐝 𝐦𝐚𝐝𝐞 𝐫𝐞𝐜𝐨𝐫𝐝 𝐨𝐟 𝐜𝐨𝐫𝐫𝐮𝐩𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐚𝐧𝐝 𝐢𝐧 𝐭𝐡𝐞 𝐧𝐚𝐦𝐞 𝐨𝐟 𝐢𝐧𝐯𝐞𝐬𝐭𝐢𝐠𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧, 𝐨𝐧𝐥𝐲 𝐟𝐨𝐫𝐦𝐚𝐥𝐢𝐭𝐲 𝐰𝐚𝐬 𝐛𝐞𝐢𝐧𝐠 𝐝𝐨𝐧𝐞. 𝐓𝐡𝐞 𝐝𝐞𝐜𝐢𝐬𝐢𝐨𝐧 𝐭𝐨 𝐜𝐥𝐨𝐬𝐞 𝐭𝐡𝐞 𝐫𝐞𝐠𝐢𝐬𝐭𝐫𝐲 𝐬𝐜𝐚𝐦 𝐟𝐢𝐥𝐞 𝐞𝐱𝐩𝐨𝐬𝐞𝐝 𝐭𝐡𝐞 𝐠𝐨𝐯𝐞𝐫𝐧𝐦𝐞𝐧𝐭'𝐬 𝐩𝐨𝐥𝐢𝐜𝐲 𝐨𝐟 𝐳𝐞𝐫𝐨 𝐭𝐨𝐥𝐞𝐫𝐚𝐧𝐜𝐞 𝐭𝐨𝐰𝐚𝐫𝐝𝐬 𝐜𝐨𝐫𝐫𝐮𝐩𝐭𝐢𝐨𝐧. 𝐈𝐭 𝐡𝐚𝐝 𝐛𝐞𝐜𝐨𝐦𝐞 𝐚 𝐡𝐚𝐛𝐢𝐭 𝐨𝐟 𝐭𝐡𝐞 𝐚𝐥𝐥𝐢𝐚𝐧𝐜𝐞 𝐠𝐨𝐯𝐞𝐫𝐧𝐦𝐞𝐧𝐭 𝐭𝐨 𝐜𝐥𝐨𝐬𝐞 𝐭𝐡𝐞 𝐟𝐢𝐥𝐞 𝐨𝐟 𝐢𝐧𝐯𝐞𝐬𝐭𝐢𝐠𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐨𝐟 𝐭𝐡𝐞 𝐬𝐜𝐚𝐦 𝐰𝐢𝐭𝐡𝐨𝐮𝐭 𝐚𝐧𝐲 𝐚𝐜𝐭𝐢𝐨𝐧, 𝐬𝐚𝐢𝐝 𝐊𝐮𝐦𝐚𝐫𝐢 𝐒𝐞𝐥𝐣𝐚.
चंडीगढ़, डिजिटल डेक्स।। कांग्रेस कार्यसमिति की सदस्य एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा-जजपा सरकार में पहले घोटाले को अंजाम दिया जाता है और फिर घोटालों को दबाने का काम किया जाता है। भाजपा-जजपा सरकार ने भ्रष्टाचार का रिकॉर्ड बना दिया है और जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है।
रजिस्ट्री घोटाले की फाइल को बंद करने का फैसला सरकार की भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति का पर्दाफाश करता है। घोटाले की जांच की फाइल बिना कार्रवाई के बंद करना गठबंधन सरकार की आदत बन गई है।
मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि इस सरकार में सरकारी नौकरी की भर्तियों में बड़े पैमाने पर फर्जीवाडों और घोटालों को अंजाम दिया गया। सरकारी नौकरियों की भर्तियों में हुए भ्रष्टाचार में भाजपा नेताओं की संलिप्तता सामने आई।
मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि इस सरकार में सरकारी नौकरी की भर्तियों में बड़े पैमाने पर फर्जीवाडों और घोटालों को अंजाम दिया गया। सरकारी नौकरियों की भर्तियों में हुए भ्रष्टाचार में भाजपा नेताओं की संलिप्तता सामने आई।
मगर सरकार ने भर्तियों में हुए भ्रष्टाचार को दबाने का काम किया। साथ ही प्रदेश में अवैध खनन कर घोटाले को भी अंजाम दिया जा रहा है। सरकार इस घोटाले पर भी पर्दा डालने का कार्य कर रही है।
कुमारी सैलजा ने कहा कि कोरोना की महामारी के दौरान लॉकडाउन गठबंधन सरकार के लिए आपदा में अवसर की तरह साबित हुआ। इस दौरान प्रदेश में तीन बड़े घोटाले हुए, जो शराब घोटाला, रजिस्ट्री घोटाला व चावल घोटाला था।
कुमारी सैलजा ने कहा कि कोरोना की महामारी के दौरान लॉकडाउन गठबंधन सरकार के लिए आपदा में अवसर की तरह साबित हुआ। इस दौरान प्रदेश में तीन बड़े घोटाले हुए, जो शराब घोटाला, रजिस्ट्री घोटाला व चावल घोटाला था।
तीनों ही मामले उजागर होने के बाद प्रदेश सरकार को जांच करानी पड़ी। लेकिन, जैसे ही इन घोटालों को समय बीतता गया, यह मामले ठंडे बस्ते में डाल दिए गए।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि घोटालों में अरबों रुपये गलत तरीके से कमाए गए, जिनकी बंदरबांट में भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार से जुड़े लोग भी शामिल रहे। यही कारण रहा कि लंबे समय तक जांच और कार्रवाई ढोंग रचने वाली प्रदेश सरकार ने इन मामलों में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। अब रजिस्ट्री घोटाले की फाइल को बंद करने के फैसले से साफ है कि इसमें पर्दे के पीछे से शामिल रहे बड़े चेहरों को बचाया जा रहा है।
कुमारी सैलजा ने कहा कि लॉकडान के दौरान नियम 7-ए का उल्लंघन कर 64577 रजिस्ट्रियां की गई। तहसीलदारों व नायब तहसीलदारों ने बिना एनओसी के ये रजिस्ट्रियां की। इसके बाद प्रदेश सरकार ने राजस्व विभाग के करीब 800 कर्मियों व अधिकारियों के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी कर दिए।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि घोटालों में अरबों रुपये गलत तरीके से कमाए गए, जिनकी बंदरबांट में भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार से जुड़े लोग भी शामिल रहे। यही कारण रहा कि लंबे समय तक जांच और कार्रवाई ढोंग रचने वाली प्रदेश सरकार ने इन मामलों में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। अब रजिस्ट्री घोटाले की फाइल को बंद करने के फैसले से साफ है कि इसमें पर्दे के पीछे से शामिल रहे बड़े चेहरों को बचाया जा रहा है।
कुमारी सैलजा ने कहा कि लॉकडान के दौरान नियम 7-ए का उल्लंघन कर 64577 रजिस्ट्रियां की गई। तहसीलदारों व नायब तहसीलदारों ने बिना एनओसी के ये रजिस्ट्रियां की। इसके बाद प्रदेश सरकार ने राजस्व विभाग के करीब 800 कर्मियों व अधिकारियों के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी कर दिए।
इनमें से अधिकतर को अंडर रूल-7 के तहत नोटिस दिए गए, जिसमें चार्जशीट के बाद अधिकतम जुर्माना, डिमोशन, वार्षिक वृद्धि पर रोक और नौकरी से बर्खास्तगी तक संभव है। लेकिन, अब रजिस्ट्री घोटाले की फाइल को ही बंद किया जा रहा है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अब प्रदेश सरकार यह मान रही है कि कोई घोटाला ही नहीं हुआ, तो फिर अब नियम 7-ए के तहत रजिस्ट्रियों को बंद क्यों किया गया है..?
कुमारी सैलजा ने कहा कि रजिस्ट्री घोटाला की जांच अगर प्रदेश सरकार पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के सिटिंग जज से कराती तो निश्चित तौर पर सरकार के कई बड़े चेहरे बेनकाब होते। इसी डर से जांच के नाम पर सिर्फ ढोंग किया गया और अब घोटाले को दबाने की साजिश रची जा रही है।
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𝐊𝐮𝐦𝐚𝐫𝐢 𝐒𝐞𝐥𝐣𝐚 𝐬𝐚𝐢𝐝 𝐭𝐡𝐚𝐭 𝐝𝐮𝐫𝐢𝐧𝐠 𝐭𝐡𝐞 𝐥𝐨𝐜𝐤𝐝𝐨𝐰𝐧, 𝟔𝟒𝟓𝟕𝟕 𝐫𝐞𝐠𝐢𝐬𝐭𝐫𝐢𝐞𝐬 𝐰𝐞𝐫𝐞 𝐝𝐨𝐧𝐞 𝐢𝐧 𝐯𝐢𝐨𝐥𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐨𝐟 𝐑𝐮𝐥𝐞 𝟕-𝐀. 𝐓𝐞𝐡𝐬𝐢𝐥𝐝𝐚𝐫𝐬 𝐚𝐧𝐝 𝐍𝐚𝐢𝐛 𝐓𝐞𝐡𝐬𝐢𝐥𝐝𝐚𝐫𝐬 𝐝𝐢𝐝 𝐭𝐡𝐞𝐬𝐞 𝐫𝐞𝐠𝐢𝐬𝐭𝐫𝐢𝐞𝐬 𝐰𝐢𝐭𝐡𝐨𝐮𝐭 𝐍𝐎𝐂. 𝐀𝐟𝐭𝐞𝐫 𝐭𝐡𝐢𝐬, 𝐭𝐡𝐞 𝐬𝐭𝐚𝐭𝐞 𝐠𝐨𝐯𝐞𝐫𝐧𝐦𝐞𝐧𝐭 𝐢𝐬𝐬𝐮𝐞𝐝 𝐬𝐡𝐨𝐰 𝐜𝐚𝐮𝐬𝐞 𝐧𝐨𝐭𝐢𝐜𝐞𝐬 𝐚𝐠𝐚𝐢𝐧𝐬𝐭 𝟖𝟎𝟎 𝐞𝐦𝐩𝐥𝐨𝐲𝐞𝐞𝐬 𝐚𝐧𝐝 𝐨𝐟𝐟𝐢𝐜𝐞𝐫𝐬 𝐨𝐟 𝐭𝐡𝐞 𝐫𝐞𝐯𝐞𝐧𝐮𝐞 𝐝𝐞𝐩𝐚𝐫𝐭𝐦𝐞𝐧𝐭. 𝐌𝐨𝐬𝐭 𝐨𝐟 𝐭𝐡𝐞𝐦 𝐰𝐞𝐫𝐞 𝐬𝐞𝐫𝐯𝐞𝐝 𝐧𝐨𝐭𝐢𝐜𝐞𝐬 𝐮𝐧𝐝𝐞𝐫 𝐑𝐮𝐥𝐞 𝟕 𝐰𝐡𝐢𝐜𝐡, 𝐚𝐟𝐭𝐞𝐫 𝐜𝐡𝐚𝐫𝐠𝐞𝐬𝐡𝐞𝐞𝐭, 𝐰𝐚𝐬 𝐬𝐮𝐛𝐣𝐞𝐜𝐭 𝐦𝐚𝐱𝐢𝐦𝐮𝐦 𝐭𝐨 𝐟𝐢𝐧𝐞, 𝐝𝐞𝐦𝐨𝐭𝐢𝐨𝐧, 𝐰𝐢𝐭𝐡𝐡𝐨𝐥𝐝𝐢𝐧𝐠 𝐨𝐟 𝐚𝐧𝐧𝐮𝐚𝐥 𝐢𝐧𝐜𝐫𝐞𝐦𝐞𝐧𝐭 𝐚𝐧𝐝 𝐮𝐩 𝐭𝐨 𝐝𝐢𝐬𝐦𝐢𝐬𝐬𝐚𝐥 𝐟𝐫𝐨𝐦 𝐬𝐞𝐫𝐯𝐢𝐜𝐞. 𝐁𝐮𝐭, 𝐧𝐨𝐰 𝐭𝐡𝐞 𝐫𝐞𝐠𝐢𝐬𝐭𝐫𝐲 𝐬𝐜𝐚𝐦 𝐟𝐢𝐥𝐞 𝐢𝐭𝐬𝐞𝐥𝐟 𝐰𝐚𝐬 𝐛𝐞𝐢𝐧𝐠 𝐜𝐥𝐨𝐬𝐞𝐝, 𝐬𝐚𝐢𝐝 𝐊𝐮𝐦𝐚𝐫𝐢 𝐒𝐞𝐥𝐣𝐚.
𝐓𝐡𝐞 𝐟𝐨𝐫𝐦𝐞𝐫 𝐔𝐧𝐢𝐨𝐧 𝐌𝐢𝐧𝐢𝐬𝐭𝐞𝐫 𝐬𝐚𝐢𝐝 𝐭𝐡𝐚𝐭 𝐧𝐨𝐰 𝐭𝐡𝐞 𝐬𝐭𝐚𝐭𝐞 𝐠𝐨𝐯𝐞𝐫𝐧𝐦𝐞𝐧𝐭 𝐰𝐚𝐬 𝐚𝐬𝐬𝐮𝐦𝐢𝐧𝐠 𝐭𝐡𝐚𝐭 𝐧𝐨 𝐬𝐜𝐚𝐦 𝐡𝐚𝐝 𝐡𝐚𝐩𝐩𝐞𝐧𝐞𝐝, 𝐭𝐡𝐞𝐧 𝐰𝐡𝐲 𝐭𝐡𝐞 𝐫𝐞𝐠𝐢𝐬𝐭𝐫𝐢𝐞𝐬 𝐡𝐚𝐯𝐞 𝐛𝐞𝐞𝐧 𝐜𝐥𝐨𝐬𝐞𝐝 𝐧𝐨𝐰 𝐮𝐧𝐝𝐞𝐫 𝐑𝐮𝐥𝐞 𝟕-𝐀..?
कुमारी सैलजा ने कहा कि रजिस्ट्री घोटाला की जांच अगर प्रदेश सरकार पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के सिटिंग जज से कराती तो निश्चित तौर पर सरकार के कई बड़े चेहरे बेनकाब होते। इसी डर से जांच के नाम पर सिर्फ ढोंग किया गया और अब घोटाले को दबाने की साजिश रची जा रही है।
𝐊𝐮𝐦𝐚𝐫𝐢 𝐒𝐞𝐥𝐣𝐚 𝐬𝐚𝐢𝐝 𝐭𝐡𝐚𝐭 𝐢𝐟 𝐭𝐡𝐞 𝐬𝐭𝐚𝐭𝐞 𝐠𝐨𝐯𝐞𝐫𝐧𝐦𝐞𝐧𝐭 𝐡𝐚𝐝 𝐠𝐨𝐭 𝐭𝐡𝐞 𝐢𝐧𝐯𝐞𝐬𝐭𝐢𝐠𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐨𝐟 𝐭𝐡𝐞 𝐫𝐞𝐠𝐢𝐬𝐭𝐫𝐲 𝐬𝐜𝐚𝐦 𝐝𝐨𝐧𝐞 𝐛𝐲 𝐚 𝐬𝐢𝐭𝐭𝐢𝐧𝐠 𝐣𝐮𝐝𝐠𝐞 𝐨𝐟 𝐭𝐡𝐞 𝐏𝐮𝐧𝐣𝐚𝐛 𝐚𝐧𝐝 𝐇𝐚𝐫𝐲𝐚𝐧𝐚 𝐇𝐢𝐠𝐡 𝐂𝐨𝐮𝐫𝐭, 𝐭𝐡𝐞𝐧 𝐬𝐮𝐫𝐞𝐥𝐲 𝐦𝐚𝐧𝐲 𝐛𝐢𝐠 𝐟𝐚𝐜𝐞𝐬 𝐨𝐟 𝐭𝐡𝐞 𝐠𝐨𝐯𝐞𝐫𝐧𝐦𝐞𝐧𝐭 𝐰𝐨𝐮𝐥𝐝 𝐡𝐚𝐯𝐞 𝐛𝐞𝐞𝐧 𝐞𝐱𝐩𝐨𝐬𝐞𝐝. 𝐃𝐮𝐞 𝐭𝐨 𝐭𝐡𝐢𝐬 𝐟𝐞𝐚𝐫, 𝐨𝐧𝐥𝐲 𝐩𝐫𝐞𝐭𝐞𝐧𝐬𝐞 𝐰𝐚𝐬 𝐝𝐨𝐧𝐞 𝐢𝐧 𝐭𝐡𝐞 𝐧𝐚𝐦𝐞 𝐨𝐟 𝐢𝐧𝐯𝐞𝐬𝐭𝐢𝐠𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐚𝐧𝐝 𝐧𝐨𝐰 𝐚 𝐜𝐨𝐧𝐬𝐩𝐢𝐫𝐚𝐜𝐲 𝐰𝐚𝐬 𝐛𝐞𝐢𝐧𝐠 𝐡𝐚𝐭𝐜𝐡𝐞𝐝 𝐭𝐨 𝐬𝐮𝐩𝐩𝐫𝐞𝐬𝐬 𝐭𝐡𝐞 𝐬𝐜𝐚𝐦, 𝐬𝐡𝐞 𝐚𝐝𝐝𝐞𝐝.
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