इसका उदाहरण पंजाब से लिया जा सकता है। पंजाब में यह समस्या इतनी गंभीर और इतनी पापुलर हो गई थी कि वालीवुड मे इस समस्या पर उड़ता पंजाब के नाम से फिल्म की बन गई। प्रदेश अभी इस समस्या के मकडज़ाल में पंजाब की तरह पूरी तरह से फंसा नहीं है- पुलिस अधीक्षक, कमलदीप गोयल
नशा ज्वलंत समस्या है। यह समस्या कितनी गंभीर हो सकती है, इसका उदाहरण पंजाब से लिया जा सकता है। पंजाब में यह समस्या इतनी गंभीर और इतनी पापुलर हो गई थी कि वालीवुड मे इस समस्या पर उड़ता पंजाब के नाम से फिल्म की बन गई। प्रदेश अभी इस समस्या के मकडज़ाल में पंजाब की तरह पूरी तरह से फंसा नहीं है लेकिन अगर नहीं संभले तो समस्या वहां से भी अधिक गंभीर हो सकती है। केवल नशा तस्करों पर कार्रवाई कर नशे को फैलने से नहीं रोका जा सकता। जरूरत है नशा करने वाले रोगियों की पहचान कर उन्हें मुख्यधारा से जोडऩे की। इसलिए हमें इस अभियान में अपनी पूरी जिमेंवारी निभानी होगी। तभी इस समस्या का स्थाई व मजबूत समाधान हो सकेगा। यह शब्द जिला पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल ने कहे। वह गांव खुर्दबन में नशामुक्ति पर आयोजित एक जागरूकता कार्यक्रम में बोल रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन नंबरदार एसोसिएशन की ओर से किया गया।
एसपी कमलदीप गोयल ने कहा कि नशा जाति, धर्म, गरीबी, अमीरी देखकर युवाओं को अपनी गिरफ्त में नहीं लेता। इसके जाल में जो युवा एक बार फंस गया उसका जीवन बर्बाद हो जाता है। एक बार नशे की ओर कदम बढ़ाने वाले युवा फिर आसानी से कदम पीछे भी नहीं हटा सकता। नशे के चंगुल में जा रहे युवाओं की स्थिति दयनीय हो जाती है। फिर उनके परिवार की पीड़ा भी दुखदायी हो जाती है। उन्होंने कहा कि नशे को रोकने के लिए केवल मात्र नशा तस्करों पर कार्रवाई की एकमात्र समाधान नहीं है।
युवाओं को सही मार्ग पर लाना भी जरूरी है। इसके लिए हमें अपने व्यवहार में भी बदलाव लाना होगा। नशे में फंसे युवाओं को नशेड़ी व अपराधी समझने वाली विचारधारा को छोडऩा होगा। उन्हें हम केवल एक रोगी समझे और उसका ईलाज करने के मकसद से ही उससे संपर्क साधे। तभी यह मुहिम जल्द से जल्द सफल हो सकेगी। जब तस्करों को नशा खरीदने वाले ही नहीं मिलेगे तो वह खुद ही इस काम को छोड़ देगें। समाज में नशा कम करने वाले होगें तो नशा तस्करों के खिलाफ खड़े होने वालों की संख्या भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि उन्होंने जब जिले का मुखिया होने के नाते लोगों को इस समस्या से जुझते देखा तो नशा विरोधी मुहिम शुरू की। शुरूआत में कुछ दिक्कतें आई लेकिन अब राह मुश्किल नहीं दिखाई पड़ती।
अब समाजसेवी संस्थाए व एनजीओं उनके साथ जुड़ रही है।
जिससे नशा करने वालों की पहचान करने में आसानी हो रही है और युवाओं को मुख्यधारा
में लाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने अपील की कि अधिक से अधिक लोग इस
मुहिम से जुड़े और समाज से इस समस्या को समाप्त करने में सहयोग करे। इस अवसर पर
नंबरदार एसोसिएशन के अध्यक्ष नैब सिंह खुर्दबन, शिवकुमार संधाला, शीतल शर्मा, डा. एससी सैनी रामा, देवराज बुबका, ऋषिपाल राणा, बलराम नंबरदार, जरनैल सिंह, सुभाष खुर्दबन, सतीश अलीपुरा, समयङ्क्षसह, एनके शर्मा, राजकुमार खुर्दबन, कुलदीप नंबरदार, रामनाथ के अलावा
थाना जठलाना प्रभारी पूर्ण सिंह मौजूद थे।
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