𝐓𝐡𝐞 𝐔𝐧𝐢𝐭𝐞𝐝 𝐒𝐭𝐚𝐭𝐞𝐬 𝐡𝐚𝐬 𝐞𝐬𝐜𝐚𝐥𝐚𝐭𝐞𝐝 𝐢𝐭𝐬 𝐝𝐢𝐫𝐞 𝐰𝐚𝐫𝐧𝐢𝐧𝐠𝐬 𝐚𝐛𝐨𝐮𝐭 𝐚 𝐩𝐨𝐬𝐬𝐢𝐛𝐥𝐞 𝐑𝐮𝐬𝐬𝐢𝐚𝐧 𝐢𝐧𝐯𝐚𝐬𝐢𝐨𝐧 𝐨𝐟 𝐔𝐤𝐫𝐚𝐢𝐧𝐞, 𝐬𝐚𝐲𝐢𝐧𝐠 𝐢𝐭 𝐜𝐨𝐮𝐥𝐝 𝐭𝐚𝐤𝐞 𝐩𝐥𝐚𝐜𝐞 𝐰𝐢𝐭𝐡𝐢𝐧 𝐝𝐚𝐲𝐬.
यूरोपीय देश यूक्रेन और रूस के बीच तनाव अब तक के सबसे उच्चतम
स्तर पर बना हुआ है। रूस
ने यूक्रेन से लगने वाली अपनी सीमा पर एक लाख से ज्यादा सैनिक तैनात कर दिए हैं। सैटेलाइट तस्वीरों से पता चला है कि इनके
पास एक से एक उन्नत हथियार, जैसे
तोप और मिसाइल सब कुछ
हैं। अमेरिका और यूक्रेन को आशंका है कि रूस कभी भी
हमला कर सकता है। पूरे
यूरोप में हाई अलर्ट जैसी स्थिति है।
यूक्रेन में बढ़ रहे तनाव के चलते हरियाणा के जीन्द से एमबीबीएस करने यूक्रेन गए दर्जनों छात्रों के परिजनों की बढ़ी चिंतांए। अभिभावक चिंतित हैं, बार-बार विद्यार्थियों से फोन कर अभिभावक वहां की स्थिति के बारे में पूछ रहे हैं। परिजनों ने सरकार से इन छात्रों को वापस बुलाने कि की मांग। परिजनों का कहना हमारे बच्चे वहां डरे हुए है। अब तो टिकट भी बुक नहीं हो रही। अब तो सरकार ही कुछ कर सकती है।
कोरोना के चलते यूक्रेन से छुट्टी पर आये कई छात्रों ने अब वापिस जाने की टिकट तक रद्द करवा दी है। उनका कहना है कि ऐसे तनाव में वे वापिस नहीं जाना चाहते है। वे अब अपने परिवार के साथ ही रहना चाहते है। विदेशों में एमबीबीएस करवाने वाले एजुकेशन कंसलटेंट का कहना जीन्द के करीबन 68 बच्चे यूक्रेन में है। एमबीबीएस छात्रों को सता रहा युद्ध का डर।
जतिन जैन ने बताया कि वह यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है। उसका तीसरा साल चल रहा है। डेढ़ साल पहले कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चलते वापस आ गया था और आनलाइन पढ़ाई चल रही है। अब वापस जाने के लिए 26 फरवरी की फ्लाइट की टिकट थी। लेकिन रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे तनाव के चलते अभिभावकों ने जाने से मना कर दिया और फ्लाइट की टिकट रद करवा दी है। उसके साथ जिले के काफी विद्यार्थी हैं, जिन्हें जाना था। उनके अभिभावक भी उन्हें भेजने से इंकार कर रहे हैं।
छात्रों ने उन्हें फोन पर बताया कि हालात तनावपूर्ण है इसलिए
उन्हें वापिस बुलाया जाए। छात्रों
के परिजन उन्हें लगातार कांटेक्ट कर रहे है। सरकार
या तो छात्रों को वापिस लाये या उनकी सुरक्षा का आश्वासन दे।
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